Last Updated on August 8, 2024 by admin
ग्लिसरीन क्या होता है ? (Glycerin in Hindi)
ग्लिसरीन सफेद रंग हल्का गाढ़ा एक घुलनशील पदार्थ है । इसका स्वाद मीठा होता है। यह एक प्राकृतिक मॉइस्चराइजर है, जिसका उपयोग त्वचा की रंगत निखारने हेतु फेस पैक और फेस मास्क में मिलाकर किया जाता है । ग्लिसरीन त्वचा को कोमल व मुलायम बनाता है।
ग्लिसरीन के अनूठे फायदे और उपयोग (Glycerin ke Fayde aur Upyog in Hindi)
1. टान्सिलाइटिस: गर्म पानी में ग्लिसरीन मिलाकर गरारे करने से टान्सिलाईटिस ठीक हो जाता है।
2. जलना: जले हुए अंगों पर ग्लिसरीन लगाने से दर्द और जलन कम हो जाती है तथा छाले भी नहीं पड़ते हैं।
3. हाथों का सौन्दर्य: चौथाई चम्मच ग्लिसरीन, नींबू और गुलाबजल, 1 पिसा हुआ बादाम और 1 चम्मच दूध की मलाई को मिलाकर रात को सोते समय हाथों पर मलने से हाथ मुलायम होते हैं और त्वचा के रंग में निखार आता है।
4. नाखून: नाखूनों पर रात को ग्लिसरीन लगाने से नाखूनों का रूखापन दूर होता है।
5. त्वचा का फटना: त्वचा फटने पर ग्लिसरीन लगाने से लाभ मिलता है।
6. थकावट: थकावट होने पर पैरों में ग्लिसरीन की मालिश करने से लाभ मिलता है।
7. मुंह के छाले:
- होंठ के फट जाने पर ग्लिसरीन लगाने से लाभ मिलता है।
- ग्लिसरीन को रोजाना 3 बार होंठों पर लगाने होठ मुलायम हो जाते हैं।
9. टांसिल का बढ़ना:
- गर्म पानी में ग्लिसरीन को मिलाकर कुल्ला करने से गले मे काफी आराम आता है।
- ग्लिसरीन को फुरेरी (रूई के फाये से) से टांसिल पर लगाने से सूजन कम हो जाती है।
10. गले में गांठ का होना: गर्म पानी में ग्लिसरीन डालकर इससे गरारे करने से टॉन्सिलाइटिस (गले की गांठ) में आराम मिलता है।
11. कान में कीड़ें चले जाना: रूई की एक लम्बी सी बत्ती बनाकर इसे ग्लिसरीन में भिगोकर फिर इस बत्ती को कान के अन्दर डालकर धीरे-धीरे से घुमाएं और धीरे-धीरे ही इसे निकाल लें। कान के कीड़े मकोड़े होगें तो वो बाहर आ जायेंगे।
12. ग्लिसरीन के अन्य लाभ:
- चूल्हे पर चढ़ा दूध उबलकर बाहर न गिरे, इसके लिए बर्तन के किनारों पर थोड़ी-सी ग्लिसरीन लगा दें।
- ताँबे, पीतल या काँच के बर्तन यदि आपस में जुड़ गए हैं और खींचकर उन्हें अलग करने से टूटने का डर है तो जुड़े हुए भाग पर ग्लिसरीन की कुछ बूंदें डालकर उन्हें सरलता से अलग किया जा सकता है।
- यदि बोतल में कार्क फँस गई है, तो ग्लिसरीन के कुछ कतरे कार्क के चारों ओर डालकर निकाल दें।
- यदि पैर में जूतों के कारण छाले हो गए हैं तो एक कपड़े के टुकड़े को ग्लिसरीन में भिगोकर जूते के अन्दर रख लें।
- कपड़ों से चाय या कॉफी के दाग छुड़ाने के लिए, दाग पड़ा भाग एक रात लिसरीन में डुबोकर रखिए। दूसरे दिन साबुन से धो डालिए। दाग साफ हो जाएंगे।
- खिड़की-दरवाजों के शीशे, बर्तनों और मेज के काँच को ग्लिसरीन से साफ करें, चमकने लगेंगे।
- शेविंग क्रीम यदि जम गई है, तो दो-चार बूंदें ग्लिसरीन डाल दीजिए।
- थकावट होने पर पैरों में ग्लिसरीन लगाकर मालिश कीजिए, थकावट दूर हो जाएगी।
- सेंक के काम आने वाली रबड़ की बोतल में अगर इस्तेमाल करने से पहले थोडी-सी ग्लिसरीन डाल दी जाए तो बोतल लचीली रहती है और अधिक दिन चलती है।
- यदि कम्बल पर चाय या कॉफी के दाग पड़ गए हों तो उन्हें इस प्रकार धोइए – कम्बल के धब्बेवाले भाग के ठीक नीचे एक प्लेट रखिए और ऊपर से ग्लिसरीन की पतली धार डालिए। धब्बे को अँगुली से रगड़िए। यदि लगे कि ग्लिसरीन सूख गई है तो कुछ और डाल दीजिए। अगले दिन तक कपड़े को यूँ ही पड़ा रहने दीजिए। पुराने धब्बे मिटने में तीन-चार दिन भी लग सकते हैं। इसके बाद पूरे कम्बल को या धब्बे वाले भाग को धो डालिए। इस प्रकार कम्बल को तनिक भी हानि पहुंचे बिना धब्बे बिलकुल साफ हो जाएँगे।
- रेशमी कपड़े धोते समय दो चम्मच ग्लिसरीन डालने से रेशम न तो सिकुड़ता है और न कडा होता है।
- जंग से बचाव के लिए कभी-कभी फ्लास्क के खोल पर थोड़ी ग्लिसरीन चुपड़ दें।
- घर के काम-काज, बर्तन मांजने और सब्जी काटने आदि के कारण कई स्त्रियों की हथेलियों पर काली रेखाएँ उभर आती हैं और हाथ बहुत भद्दे हो जाते हैं। हाथों की काली रेखाओं और धब्बों को दूर करने के लिए नीबू की सहायता से एक लोशन तैयार किया जा सकता है। नीबू का रस और ग्लिसरीन दोनों समभाग लेकर मिला लें। घर के कामकाज से निबटकर साबुन से हाथ धोने के बाद इस लोशन को लगा लें। काली रेखाएँ और धब्बे मिट जाएँगे।
सौंदर्य बढ़ाने में ग्लिसरीन के लाभ (Benefits of Glycerin in Hindi)
- होंठों को आकर्षक, चिकना, मुलायम और चमकदार बनाए रखने के लिए प्रतिदिन रात को सोने से पूर्व घी, मलाई या गुलाबजल में ग्लिसरीन मिलाकर होंठों पर लगाइए। ( और पढ़े – खुबसूरत गुलाबी होठों के लिए घरेलू नुस्खे)
- 30 ग्राम ग्लिसरीन में 15 ग्राम बादाम या जैतून का तेल मिला लें और फिर नीबू का रस निचोड़कर किसी शीशी में भर लें। काम से निबटकर दिन में दो-तीन बार इस लोशन की कुछ बूंदें हाथों पर भली प्रकार मलें। लगाने से पहले शीशी को हिला अवश्य लें। इसे मलने से हाथ बहुत कोमल हो जाते है ।
- टमाटर का रस, नींबू का रस, ग्लिसरीन समान मात्रा में लेकर मिलाएं। हाथ-मुंह धोने के बाद इस मिश्रण से त्वचा की मालिश करें। आधे घंटे बाद गुनगुने पानी से धो लें। यह त्वचा को रेशमी मुलायम बनाने में सहायक है।
- त्वचा को स्निग्धता प्रदान करने के लिए उड़द की दाल के पॉउडर में गुलाबजल, ग्लिसरीन और बादाम रोगन मिलाकर चेहरे पर लगाएँ।
- हाथ-पैर फटने पर नींबू, ग्लिसरीन तथा गुलाबजल सम मात्रा में लेकर मिश्रण बना लें और प्रतिदिन रात में मल लें।
- कपूर और ग्लिसरीन को बराबर मात्रा में लेकर मिला लें। इस पेस्ट को चेहरे तथा त्वचा पर लगाएँ। कुछ रोज यह प्रयोग करने से चेहरा तथा त्वचा साफ, चमकीली होकर निखर जाएगी।
- जौ का आटा, ग्लिसरीन, गुलाबजल व नींबू का रस मिलाकर उबटन करें खुश्की मिटेगी व त्वचा साफ होगी।
ग्लिसरीन के दुष्प्रभाव (Side Effects of Glycerin in Hindi)
ग्लिसरीन के अनेकों लाभों के साथ इसके कुछ नुकसान भी है जिन्हें भी जान लें –
- कुछ लोगों को ग्लिसरीन के उपयोग से त्वचा पर दाने निकल सकतें है ।
- अत्यधिक मात्रा में बालों पर ग्लिसरीन के उपयोग से बाल झड़ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है ।
- अगर त्वचा पर ग्लिसरीन के उपयोग से त्वचा में जलन होने लगे, तो इसे तुरंत ठंडे पानी से साफ कर लें।
अस्वीकरण: इस लेख में उपलब्ध जानकारी का उद्देश्य केवल शैक्षिक है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं ग्रहण किया जाना चाहिए। कृपया किसी भी जड़ी बूटी, हर्बल उत्पाद या उपचार को आजमाने से पहले एक विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें।