Last Updated on February 24, 2024 by admin
गुड़हल क्या है ? : What is Gudhal in Hindi
गुड़हल का पौधा घर के गमलों, क्यारियों व बाग-बगीचों में इसके फूलों की सुन्दरता के कारण लगाया जाता है।
गुड़हल (Gudhal) का पौधा अधिकतर 160 से 280 सेंटीमीटर तक ऊंचा होता है। यह सदा बहार पौधा सभी ऋतुओं में हरा-भरा रहता है। गुड़हल के पत्ते लगभग तीन सेमी लम्बे व दो सेमी चौड़े होते हैं तथा वे चिकने, चमकीले, अंडकार व कंगूरेदार होते हैं।
गुड़हल का फूल केसरिया व गहरे लाल रंग के 3 से 5 इंच चौड़ाई में घंटाकार होते हैं । गुड़हल की फली आकार में गोलाकार होती है तथा इसमें बहुत सारे बीज होते हैं। गुड़हल के फूलों का उपयोग औषधियों को बनाने में किया जाता है।
गुड़हल के विभिन्न भाषाओं में नाम : Name of Gudhal in Different Languages
Gudhal in –
- संस्कृत (Sanskrit) – जपा, ऊर्ध्व, पुष्य, अर्क प्रिया, औण्ड्रपुष्य
- हिन्दी (Hindi) – गुड़हल, गुड़हुल, उडुउता, ओड़ऊल, जावा, जासू
- गुजराती (Gujarati) – जासुस
- मराठी (Marathi) – जास्वद, जासुंदी
- तेलगु (Telugu) – दासानि, पब्बु, दासनभु
- पंजाबी (Punjabi) – गुड़हल
- बंगाली (Bangali) – जवाफुल, जबा
- अरबी (Arbi) – अंगिरा
- फ़ारसी (Farsi) – अंगिरा
- लैटिन (Latin) – Hibiscus Rosasinensis Linn
- अंग्रेजी (English) – Shoe Flower, china rose, china Flower
गुड़हल के औषधीय गुण : Gudhal ke Gun in Hindi
- यह कफ और पित्त नाशक है।
- यह रक्त रोधक, स्तम्भन, शोणित रोग नाशक व गर्भनिरोधक है।
- गुड़हल स्मृति शक्ति वर्द्धक, गंजापन नाशक व मुँह के छालों को दूर करता है ।
- यह सफेद दाग नाशक, खाँसी नाशक तथा रक्त अतिसार में लाभदायक है।
- गुड़हल खूनी अर्श नाशक, गर्भधारक, सुजाक नाशक व प्रदर रोग में उपयोगी है ।
- गुड़हल उपदंश नाशक, अनीमिया नाशक तथा यह एक मर्दाना शक्ति वर्द्धक उत्तम औषधि मानी जाती है ।
- यह दारुण रोग नाशक, सूजन व दर्द नाशक और अत्यन्त पौष्टिक है।
- इसका फूल अनेक रंगों में उपलब्ध है। लाल फूल सबसे लाभकारी होता है।
गुड़हल के उपयोग और फायदे : (Uses of Gudhal and Benefits in Hindi)
1. बालों के रोग में गुड़हल के फायदे (Gudhal Uses in Hair Problems in Hindi) : नारियल के तेल में इसके फूल तथा पत्तियों को कूट कर तैल विधि से तेल बना कर माथे पर लगाने से बालों के समस्त रोग नष्ट हो जाते हैं।
2. धातु रोग में गुड़हल फूल का उपयोग फायदेमंद (Benefits of Gudhal Flower in Dhatu rog in Hindi) : गुड़हल के तीन फूल चबाने से धातु रोग नष्ट होते हैं। इसको चबाने के बाद 1 गिलास पानी पीना चाहिए। ( और पढ़े – धातु दुर्बलता व कमजोरी दूर करने के देसी नुस्खे )
3. प्रदर रोग में गुड़हल फूल के सेवन से लाभ (Hibiscus Flower Uses to Treat Leucorrhoea in Hindi) : यह प्रमेह और प्रदर रोगों में भी लाभकारी है। प्रदर रोगों में गुड़हल के फूल और रस पीने से अत्यन्त लाभ मिलता है।
4. मुख रोग में फायदेमंद गुड़हल के औषधीय गुण : इसकी पत्तियों को चबाने से मुख के समस्त रोग दूर होते हैं।
5. अम्लपित्त दूर करने में गुड़हल करता है मदद : पेट सम्बन्धी सभी रोगों एवं Acidity में गुड़हल की पत्तियों का रस पीने से अत्यन्त लाभ मिलता है। ( और पढ़े – एसिडिटी का आयुर्वेदिक इलाज )
6. मूत्र की दुर्गंध दूर करने में गुड़हल फायदेमंद : मूत्र में दुर्गंध आने पर गुड़हल की पत्तियों का रस पीना लाभकारी है।
7. खून बढ़ाने में लाभकारी गुड़हल (Gudhal Benefits in Anaemia in Hindi) : गुड़हल का काढ़ा पीने से Anaemia रोग दूर हो जाता है। Anaemia दूर करने के लिए इसकी पत्तियों का काढ़ा सेवन करें। ( और पढ़े – खून की कमी दूर करने के 46 उपाय )
8. कमजोरी की परेशानी में गुड़हल से लाभ : यह अत्यन्त पौष्टिक होता है इसलिए गुड़हल की पत्तियों का चूर्ण सुबह-शाम फाँकने से कमजोरी दूर हो जाती है।
9. ताकत बढ़ाने के लिए गुड़हल फूल का उपयोग : एक शीशी में गुड़हल का फूल पीस कर मिसरी मिलाकर कुछ दिनों तक धूप में रखने से इसका गुलकन्द बन जाता है। यह अत्यन्त पौष्टिक होता है और सभी तरह की कमजोरी को दूर करता है। ( और पढ़े – शरीर की कमजोरी दूर करने के उपाय )
10. बालों को बढ़ाने में गुड़हल के फायदे : गंजापन, बाल झड़ना और पकना आदि में इसकी पत्तियों को पीसकर 100 ग्राम नारियल तेल में पका कर छान लेने के बाद मालिश करें। इससे उक्त सभी रोग दूर हो जाते हैं।
11. नपुंसकता में गुड़हल फूल के सेवन से लाभ : गुड़हल फूल के सेवन से नपुंसकता दूर हो जाती है। इसके तीन फूल चबा कर ऊपर से पानी पीयें।
12. मूत्र रोग के इलाज में अड़हुल का उपयोग : खाली पेट इसका फूल चबाने से मूत्र सम्बन्धी रोग दूर होते हैं।
13. मुँह संबंधित रोगों में अड़हुल के सेवन से लाभ : मुँह के छाले, दुर्गन्ध आदि में इसकी पत्तियों को चबायें, लाभ मिलेगा।
14. मूत्रकृच्छ में अड़हुल के सेवन से फायदा : इसकी पत्तियों तथा फूलों को सुखा कर चूर्ण बना लें। सुबह-शाम उसका सेवन करने से मूत्रकृच्छ, पेट के रोग,नपुंसकता, प्रदर रोग, नपुंसकता तथा कमजोरी दूर होती है।
15. वास्तु दोषों व नकारात्मक उर्जा को दूर करने में गुड़हल का फूल फायदेमंद :
- इसका पौधा घर की Negative energy, भूत-पिशाच, वास्तु तथा ग्रहों के दोषों को नष्ट करता है।
- इसके फूलों और पत्तियों से होकर बहने वाली हवा शुद्ध हो जाती है तथा वास्तु दोषों और आसुरी शक्तियाँ, डायन और भूत का आक्रमण दूर हो जाता है। यह अत्यन्त ही पवित्र पौधा है। इसलिए इसको आँगन में जरूर लगाना चाहिए।
गुड़हल के दुष्प्रभाव : Gudhal Side Effects in Hindi
- ठंडी प्रकृति वाले लोगों के लिए यह नुकसानदेह हो सकता है।
- नुकसान होने पर मिश्री व काली मिर्च का सेवन किया जाना चाहिए।
(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)