Last Updated on November 25, 2022 by admin
गुम चोट (अंदरूनी चोट) क्या है ? (Internal injury in Hindi)
शरीर के आन्तरिक भाग में लगने वाली चोट गुम चोट कहलाती है। इस तरह की चोट में शरीर पर घाव या चोट का निशान नहीं बनता बल्कि अन्दर से दर्द होता रहता है। इस तरह की चोट के लगते ही रोगी को पता नहीं चलता लेकिन कुछ समय बाद इस गुम चोट उठ पड़ता है।
गुम चोट (अंदरूनी चोट) का इलाज (Gum chot ka ilaj in Hindi)
1. हल्दी : लगभग 200 मिलीलीटर उबलते हुए दूध में आधा चम्मच हल्दी का चूर्ण मिलाकर 2-3 बार उबाल लें। इस हल्दी मिले दूध को पीने से गुम चोट का दर्द व सूजन दूर हो जाती है और गुम चोट (अंदरूनी चोट) अन्दर से भी ठीक हो जाती है। इस दूध को चोट लगने के बाद रोजाना सुबह और शाम को सेवन किया जा सकता है।
2. नमक : अगर शरीर में किसी जगह चोट लगने के कारण सूजन हो तो पिसे हुए सेंधानमक या साधारण नमक की पोटली बनाकर सेंकने से अंगों की सूजन और अकड़न तथा नसों की टपकन तथा पीड़ा दूर होती है।
3. चूना : शरीर में कहीं भी चोट लगी हो और सूजन आई हो तो चूने में हल्दी का चूर्ण मिलाकर लगाने से फौरन दर्द ठीक हो जाता है।
4. राई : राई को पानी में पीसकर गुम चोट (अंदरूनी चोट) वाले अंग पर लगाने से लाभ होता है।
5. शिलाजीत : शुद्ध शिलाजीत को आधा ग्राम दूध से लेने से गुम चोट में आराम मिलता है।
6. फिटकरी :
- गुम चोट लगने पर 4 ग्राम फिटकरी को पीसकर आधा गिलास दूध में मिलाकर पीने से लाभ होता है।
- किसी भी तरह की अन्दरूनी चोट हो उसमें 1 गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच फिटकरी घोलकर पीने से खून का अन्दर ही अन्दर थक्का नहीं बनता और दर्द भी कम हो जाता है।
- लगभग आधा ग्राम भुनी फिटकरी को गर्म दूध से सुबह-शाम लेना गुम चोट में लाभदायक होता है।
7. हल्दी व सरसों के तेल का प्रयोग : गुम चोट अर्थात गिरने, एक्सीडेंट होने या खेल की चोट लगने पर किया जाता है। गुनगुने पीली सरसों के तेल में पीसी हुई हलदी मिलाकर पेस्ट बना लेते हैं और उस पेस्ट को गुम चोट लगे स्थान पर लेप लगाकर किसी साफ कपड़े से लपेटकर आराम करना चाहिए। दो दिन में चोट ठीक हो जाती है व दर्द दूर हो जाता है।
8. त्रिफला चूर्ण : गुम चोट में त्रिफला का चूर्ण एक चम्मच खाने के बाद ऊपर से गाजर का रस पी लें यह प्रयोग गुम चोट (अंदरूनी चोट) में लाभदायक होता है।
(अस्वीकरण : दवा, उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)