हीरा बोल (रक्त बोल) के फायदे, गुण, उपयोग और नुकसान

Last Updated on April 11, 2023 by admin

हीरा बोल के अन्य नाम : 

बिजाबोल (Bijabol), हीराबोल (Hirabol), मुरमुखी (Murmukhi), फ्रांकुन (Francun), कमिफोरा मायरा नीस (Commiphora Myrrha Nees), रक्त बोल (Rakt Bol) , मुर मक्की (Mur Makki)

Botanical name : Commiphora Myrrha Nees

हीरा बोल (रक्त बोल) के गुण : Hirabol (rakt bol) ke Gun

  • रंग :  हीरा बोल का रंग भूरा होता है।
  • स्वाद : यह कषैला होता है।
  • स्वरूप : हीरा बोल काफी मशहूर है।
  • स्वभाव : यह गर्म होता है।
  • हीरा बोल तीखा, कड़ुवा और कषैला होता है।
  • यह गर्म, पाचक होता है और गर्भाशय को शुद्ध करता है। 
  • हीराबोल सुगन्धित होती है । 
  • यह खून के विकार, वात, कफ, पित्त को खत्म करता है। 
  • इसके प्रयोग से प्रदर, पथरी, प्रमेह और योनि का दर्द दूर होता है।
  • इसके साथ ही यह बुखार, कुष्ठ और अपस्मार यानी मिर्गी को दूर करता है 
  • खूनी दस्त, पसीना और गृहबाधा को मिटाता है और नपुंसकता लाता है।

हीरा बोल (रक्त बोल) के फायदे और उपयोग : Hirabol (rakt bol) ke Fayde aur Upyog )

1. मूत्ररोग: हीरा बोल 60 मिलीग्राम से 240 मिलीग्राम तक सुबह-शाम खाने से मूत्राशय की सूजन की शिकायत मिट जाती है।

2. गर्भाशय की शिथिलता: जरायु (गर्भाशय) की शिथिलता (ढीलापन) में हीराबोल (बोल) 60 मिलीग्राम से 240 मिलीग्राम की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से लाभ मिलता है।

3. घाव: हीराबोल का पानी में घोल बनाकर घाव पर लगाने से या उसकी पट्टी बनाकर बांधने से लाभ होता है।

4. नष्टार्तव (मासिक-धर्म का रुकना): हीराबोल (बोल) 60 से 240 मिलीग्राम की मात्रा में सुबह-शाम सेवन करने से रुकी हुई आर्तव (माहवारी) पुन: शुरू हो जाती है।

5. श्वेतप्रदर:

  • 60-240 मिलीग्राम हीराबोल सुबह-शाम सेवन करने से श्वेतप्रदर नष्ट होता है।
  • हीराबोल 60-240 मिलीग्राम को चौलाई के पंचांग के काढे़ के साथ सुबह-शाम सेवन करने से श्वेतप्रदर में बहुत लाभ होता है।

6. मसूढ़ों से खून आना: बोल (हीरा बोल) और सुहागा को मिलाकर मसूढ़ों पर मालिश करने से मसूढ़ों से खून का आना बंद हो जाता है।

7. मुंह के छाले: हीरा बोल को पानी में घोलकर इसके घोल से बार-बार कुल्ला करने से मुंह के छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं।

हीरा बोल (रक्त बोल) के दुष्प्रभाव : 

इसका अधिक मात्रा में उपयोग व्यक्ति को नपुंसक बना देता है।

(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)

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