Last Updated on July 22, 2022 by admin
आयुर्वेद के अनुसार विरुद्ध आहार (संयोग-विरुद्ध आहार) :
आयुर्वेद के अनुसार बेमेल की वस्तुओं को एकसाथ खाने का परिणाम बेहद घातक हो सकता है । आइए जानते हैं वे कौनसी चीजें है जिन्हें येक साथ नहीं खाना चाहिए ।
दूध और बेलफल दूध और तोरई दूध और टेंटी दूध और नीबू दूध और नमक दूध और कुलथी दूध और तिलकुट दूध और मछली दूध और बड़हल दूध और केला दूध और सत्तू शहद और मछली शहद और गर्म पदार्थ शहद और घी शहद और वर्षा का जल शहद और बड़हल शहद और मूली शहद और गर्म जल | दूध और दही दूध और तेल दूध और पिट्ठी दूध और सूखे साग दूध और जामुन दूध और सूअर का मांस दूध और मूली दही और केला दही और बड़हल दही और गर्म पदार्थ शराब और खीर खिचड़ी और खीर छाछ और केला बड़हल और केला उड़द की दाल और बड़हल घी और बड़हल मछली और गुड इत्यादि। |
ऊपर जो सूची दी गयी है, उसमें संयोग-विरुद्ध आहार (पदार्थों) के जोड़े दिये हैं। ये पदार्थ एक दूसरे से मिल कर विष के समान हो जाते हैं। दूध के साथ नमक विरुद्ध हो जाता है; दूध के साथ मछली विरुद्ध हो जाती है; शहद और गर्म जल मिलने से विरुद्ध हो जाता है। इस लिये चतुर मनुष्य इन चीजों को मिला कर या एक ही समय न खाय।
कर्म-विरुद्ध आहार :
- सरसों के तेल या किसी तरह के तेल में भून कर कबूतर का मांस न खाना चाहिये।
- काँसे के बर्तन में दस दिन तक रखा हुआ “घी” न खाना चाहिये।
- “शहद” गर्म करके या गर्म पदार्थों के साथ अथवा गर्मी के मौसम में न खाना चाहिये।
- गर्मा-गर्म भोजन यदि शीतल हो जाय, तो उसे फिर गर्म करके न खाना चाहिये।
मान-विरुद्ध आहार :
- चतुर मनुष्य को चाहिये कि शहद और जल तथा शहद और घी बराबर-बराबर तौल में मिला कर न खाय।
- घी और चर्बी, तेल और चर्बी तथा किसी तरह की दो चिकनाइयों को भी बराबर-बराबर मिला कर न खाय।
- शहद और कोई चिकनी चीज़-घी, तेल आदि, तथा जल और चिकनी चीज़ – इन्हें भी बराबर मिला कर न खाय।
- विशेष करके, घी-तेल आदि चिकनी चीज़ों और शहद के साथ वर्षा का जल न पियें। (आगे पढ़ने – क्या खाये क्या न खाये और भोजन के जरुरी नियम )