एलर्जी में क्या खाएं और क्या न खाएं

जब हमारे शरीर में प्रकृति के विरुद्ध कोई पदार्थ या कोई विजातीय द्रव्य पहुंचता है, तब तत्काल शरीर में उसके विरुद्ध प्रतिक्रिया उत्पन्न होती है, जिसके कारण कुछ बीमारियों के लक्षण उत्पन्न होते हैं। इसी को एलर्जी के नाम से जाना जाता है।

एलर्जी के कारण :

एलर्जी किसी को भी, किसी भी उम्र में, किसी भी चीज से हो सकती है। जिस वस्तु से यह प्रतिक्रिया हो, वह एलर्जेंट कहलाता है। यह किसी भी खाद्य पदार्थ, फलों, सौंदर्य प्रसाधनों, पहनने के वस्त्रों, औषधियों, खर-पतवार, धूल, धुआं, फूलों, पेड़-पौधों, कीड़ों के जहर आदि में मौजूद हो सकता है।

एलर्जी के लक्षण :

एलर्जी के प्रमुख लक्षणों से त्वचा का लाल पड़ना, बड़े-बड़े चकत्ते पड़ना, खुजली, एग्जिमा, आंखें लाल होना, आंखों में सूजन आना, खुजली होना, पानी भर आना, अनियंत्रित छींकें आना, नाक से पानी टपकना, सांस में तकलीफ, दम घुटने का एहसास, खांसी, नजला-जुकाम, उलटी, पेट दर्द, अतिसार, हृदय की गति में अनियमितता, गले में खराश, दर्द होना, सिर चकराना आदि लक्षण देखने को मिलते हैं।

एलर्जी में क्या खाएं :

  • प्राकृतिक रूप से शुद्ध एवं स्वच्छ भोजन करें।
  • नाश्ते में केवल एक ही वस्तु एक बार में खाएं।
  • भोजन में ऐसी ही चीजें खाएं, जिससे एलर्जी न हो।
  • रोजाना कच्चे लहसुन की 3-4 कलियां छील कर चबा लें और ऊपर से पानी पिएं। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए यह प्राकृतिक एंटीबायोटिक है।
  • भोजन में पौष्टिकता की कमी को दूर करने के लिए फल, हरी सब्जियां, विटामिन सी, ई और बीटा केरोटिन, मैग्नेशियम युक्त चीजें खाएं, ताकि शरीर का इम्यून सिस्टम शक्तिशाली बने।

एलर्जी में क्या न खाएं :

  1. रासायनिक द्रव्यों से युक्त डिब्बा बंद भोज्य वस्तुएं खाने से बचें।
  2. नाश्ते में कई चीजें एक साथ मिलाकर न खाएं।
  3. अजीर्ण एवं अग्निमांद्य पैदा करने वाले गरिष्ठ भोजन सेवन न करें।
  4. एलर्जी पैदा करने वाली खाद्य सामग्री के सेवन से बचें।
  5. ऐसी दवाओं के सेवन से बचें, जिनसे आपको एलर्जी होती है।
  6. अशुद्ध जल का सेवन न करें।

( और पढ़े – एलर्जी के प्रकार, कारण ,लक्षण, बचाव और इलाज )

एलर्जी से बचाव में सहायक उपाय :

क्या करें –

  • एलर्जी पैदा करने वाले कारणों को पहचानें और उनसे दूर रहें।
  • सरद-गरम मौसम में शरीर का बचाव करें।
  • किसी भी सौंदर्य प्रसाधन का प्रयोग करने से पहले एलर्जी टेस्ट अवश्य कर लें, उसके बाद ही शरीर पर लगाएं।
  • धूल आदि की सफाई हमेशा गीले कपड़े से करें।
  • जिन एलोपैथिक दवाओं से आपको एलर्जी होती है, उनकी जानकारी डॉक्टर को अवश्य दे दें।
  • अंडरवियर, ब्रा, मोजे आदि जहां तक हो सके सूती ही पहनें।
  • पालतू प्राणियों को घर के बाहर ही रखने का इंतजाम करें।
  • वाहन चलाते समय मास्क का प्रयोग करें।
  • आंखों की रक्षा के लिए चश्मा, गॉगल लगाकर ही धूप में वाहन चलाएं।

क्या न करें –

  • त्वचा पर सौंदर्य प्रसाधन का इस्तेमाल बिना एलर्जी टेस्ट किए न करें।
  • एलर्जी पैदा करने वाली दवाएं अपनी मर्जी से न खाएं।
  • धूल, धुएं आदि प्रदूषित क्षेत्र में जाते समय बिना मास्क लगाए न जाएं।
  • सिंथेटिक कपड़े न पहनें।
  • फफूंद लगी खाद्य सामग्री न खाएं।
  • पालतू प्राणियों द्वारा की गई गंदगी घर में यहां-वहां न फैलाएं।

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