कान की सूजन दूर करने के घरेलू उपाय

Last Updated on December 7, 2022 by admin

कान में तेज जलन की वजह से कान में सूजन पैदा हो जाती है। यह जलन वाली सूजन कान के बीच के हिस्से में होती है जिसमें काफी दर्द होता है।

कान की सूजन दूर करने के आयुर्वेदिक नुस्खे :

1. सिनुआर : 10 से 20 मिलीलीटर सिनुआर के पत्तों के रस को सुबह और शाम पीने से कान की नयी सूजन खत्म हो जाती है।

2. नागदन्ती : लगभग 3 से 6 ग्राम की मात्रा में नागदन्ती की मूलत्वक (जड़ का काढ़ा) सुबह और शाम सिनुआर के पत्तों के रस और करंज के साथ मिलाकर पीने से लाभ मिलता है।

3. नीम : नीम, सिनुआर, करंज और धतूरे के पत्तों को पीसकर गर्म-गर्म ही नयी सूजन पर बांधने से सूजन में लाभ मिलता है।

4. कायफल : कायफल को किसी पत्थर पर पीसकर लेप करने से कान का दर्द और सूजन दोनों समाप्त हो जाते हैं।

5. हुरहुर : पीले फूलों वाली हुरहुर के पत्तों को पीसकर कान की सूजन पर बांधने से सूजन जल्दी ठीक हो जाती है।

6. चनसूर : चनसूर को नींबू के रस के साथ पीसकर और कपड़े में छानकर निकाले हुए रस की 2-3 बूंदें रोजाना हर 3-4 घंटे के बाद कान में डालने से कान की सूजन मिट जाती है या इसके लेप को कान की सूजन पर चारों तरफ लगाने से भी लाभ होता है। चनसूर अन्दर की सूजन और दर्द को मिटाने में बहुत ही लाभकारी है।

7. मैनफल : मैनफल के पेड़ की छाल को पीसकर लगाने से कान का दर्द और सूजन दोनों समाप्त हो जाते हैं।

8. विजयसार : कान की सूजन पर विजयसार के पत्तों को पीसकर लगाने से लाभ मिलता है।

9. मकोय : 10 से 20 मिलीलीटर मकोय की डालियों और पत्तों के रस को शहद के साथ मिलाकर सुबह-शाम खाने या इसके पत्तों की सब्जी बनाकर खाने से आराम मिलता है। इसके रस को कान पर आई हुई सूजन पर लगाने से कान की सूजन कम हो जाती है।

10. प्याज : अलसी को प्याज के रस में पकाकर छान लें, इस की 4-8 बूंद कान में डालने से कान के अन्दर की सूजन समाप्त हो जाती है।

कान की पुरानी सूजन दूर करने के घरेलू नुस्खे :

कान में आयी हुई सूजन जब काफी समय तक ठीक नहीं होती है तो कान के आस-पास के तंतु गलने लगते हैं और उनमें मवाद पड़ जाता है। जिसे बार-बार किसी कपड़े से साफ करना पड़ता है।

1. अजवायन : अजवायन के काढ़े या अजवायन के चूर्ण को पानी में मिलाकर रोजाना 2 से 3 बार कान को साफ करने से या रोजाना 2 बूंदें 3-4 बार कान में डालने से कानों में आवाज होना बन्द हो जाता है।

2. कमीला : तेल के अन्दर कमीला को मिलाकर 2-3 बूंदें सुबह, दोपहर और रात को सोते समय कान में डालने से कान में से मवाद का बहना कुछ ही समय में बन्द हो जाता है।

3. कायफल : कायफल को पकाकर बनाये हुए तेल को रोजाना 3-4 बार 2-3 बूंदें कान में डालने से मवाद का बहना ठीक हो जाता है।

4. कुटकी : खुरासानी कुटकी के काढ़े से रोजाना 2-3 बार कान को धोने से कान का दर्द दूर होता है और कान में आराम मिलता है।

5. सुहागा : लगभग 3 प्रतिशत सुहागे के घोल को कान में बूंद-बूंद करके हर 2-3 घंटे के बाद कान में डालने से लाभ होता है।

6. तुम्बरू : लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग से लगभग आधा ग्राम तुम्बरू (तेजफल) का चूर्ण सुबह-शाम खाने से या इसके फल के काढ़े से रोजाना 2-3 बार कान को धोने से कान की पुरानी सूजन ठीक हो जाती है।

7. डिकामाली : डिकामाली (नाड़ी हिंगु) को गर्म पानी में मिलाकर और छानकर रोजाना 3-4 बार इसकी 2-3 बूंदें कान में डालने से कान की सूजन दूर हो जाती है।

(अस्वीकरण : दवा, उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)

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