Last Updated on February 18, 2020 by admin
ततैया काटने का देशी उपचार :
अगर कभी भी ततैया या शहद की मक्खी या भंवरा या कोई भी जहरीला कीड़ा डंक मार जाये तो तुरंत नीचे दिए गए घरेलू उपाय करने चाहिए ये ज़हर को तो दूर करेंगे ही साथ ही काटी हुयी जगह पर कोई सूजन भी नहीं आने देगा । तो आइये जानते हैं ये रामबाण उपाय ।
मधुमक्खी / ततैया / बर्र काटने के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार : Tataiya Ke Katne Ka Ilaj
१. तुलसी : तुलसी के पत्तों को नमक के साथ पिस कर डंक लगे स्थान पर मलना चाहिये । जहर तुरंत उतर जायेगा।
२.मिटटी का तेल : ततैया के काटने के बाद आप मिटटी के तेल का उपयोग भी कर सकते हैं| मिटटी के तेल का प्रयोग करने से ततैया के काटने के बाद जिस स्थान पर ततैया ने काटा हैं उस स्थान की सूजन खत्म हो जाती हैं. मिटटी के तेल को लगाने से सूजन के साथ – साथ तथा जलन भी दूर हो जाती हैं । मिटटी के तेल को ततैया के काटने के तुरंत बाद जिस भाग पर ततैया ने काटा हैं उस भाग पर लगा लेना चाहिए| जल्दी ही घाव में आराम हो जायेगा ।
३.नींबू : ततैया के काटने पर उस स्थान पर नींबू का रस लगाएं। सूजन और दर्द चला जाएगा।
४.सोडा : मधुमक्खी के डंक पर सोडा और सेंधा नमक को चटनी बनाकर लेप करने से दर्द दूर हो जाता है।
५.आक: जिस जगह पर ततैया ने काटा है वहां पर आक के पत्ते का दूध मलने से आराम मिलता है।
६. लोहे : ततैया के काटने के तुरंत बाद जिस जगह पर डंक लगा है वहां पर लोहे की कोई भी चीज हो उसे रगड़ दें और उसके ऊपर से गीले चूने का रस लगा देंगे तो जहर उतर जायेगा।
७. आम : ततैया के काटने के तुरंत बाद आम का अचार का गूदा करीब 3-4 मिनट तक घाव पर मलें तुरंत आराम मिलेगा।
८. अमृत धारा : अमृत धारा लगाने से ततैये तथा अन्य छोटे-मोटे विषैल कीटो आदि का विष फौरन नष्ट हो जाता है व दर्द से राहत मिलती है ।
उपलब्धता : यह योग इसी नाम से बना बनाया आयुर्वेदिक औषधि विक्रेता के यहां मिलता है।
९.प्याज : ततैया या मक्खी के काटने पर अगर प्याज लगा दिया जाए तो भी रोगी को लाभ मिलता है।
१०.सदाबहार : इसकी पत्तियों के रस को ततैया या मधुमक्खी के डंक मारने पर लगाने से बहुत जल्दी आराम मिलता है। इसी रस को घाव पर लगाने से घाव भी जल्दी सूखने लगते हैं। त्वचा पर खुजली, लाल निशान या किसी तरह की एलर्जी होने पर पत्तियों के रस को लगाने पर आराम मिलता है।