मिक्सोडेमा रोग का इलाज – Myxoedema rog ka Ilaj

Last Updated on March 6, 2023 by admin

मिक्सोडेमा रोग क्या है ? : 

        मिक्सोडेमा का रोग स्त्रियों में ज्यादा होता है। इसका सम्बन्ध मासिक स्राव या गर्भाशय से नहीं होता बल्कि इसमें नाक, चेहरे, होंठ और पलक मोटे हो जाते हैं। कोमल जीभ और तालु में सूजन आ जाती है। इसको दबाने से वह हिस्सा दबा ही रह जाता है।

मिक्सोडेमा रोग का विभिन्न औषधियों से उपचार : 

1. अजमोदा: शरीर की सूजन और पेशाब खुलकर आने के लिए अजमोदा की जड़ 1 से 4 ग्राम की मात्रा में नियमित सुबह शाम खाने से लाभ होता है।

2. भारंगी: भारंगी का बीज चूर्ण कर घी में भूनकर डेढ़ से 3 ग्राम सुबह-शाम लेने से सूजन में लाभ होता है।

3. कलौंजी: कलौंजी पीसकर लेप करने से हाथ पैरों की सूजन दूर हो जाती है।

4. कूठ: कूठ गुलाब जल में पीसकर हाथ-पैरों में लगाने से सूजन मिट जाती है।

5. देवदारू: देवदारू का चूर्ण 3 से 6 ग्राम या देवदारू तेल 10 से 40 बूंद सुबह-शाम लेने से पसीना ज्यादा आता है और सूजन में लाभ होता है अगर बुखार हो तो वह भी दूर हो जायेगा।

6. कोरैया (कुड़ा): कोरैया (कुड़ा) की छाल का चूर्ण मालिश करने से लाभ मिलता है।

7. चिल्हक: चिल्हक के फल के बीच का हिस्सा खिलाने से पेशाब ज्यादा आता है। सूजन कम हो जाती है। साथ ही सूजन पर लेप करें। इसके पत्तों से स्नान करना भी लाभदायक होता है।

(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)

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