Last Updated on July 22, 2019 by admin
पिलेट्स एक्सरसाइज आपके शरीर की विभिन्न मसल्स को मजबूत बनाता है और आपके शरीर का लचीलापन और संतुलन बेहतर बनता है।
वास्तव में व्यायाम की इस प्रणाली को मानव के मस्तिष्क व शरीर को शक्तिशाली बनाने के लिए सोचा या चाहा गया था। पिलेट्स यह विश्वास करता था कि शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य का पारस्परिक संबंध है। आजकल पिलेट्स, ऐथलीटों, कलाकारों, डांस करनेवालों व पुष्टि से प्यार करने वालों में एक प्रकार का प्रसिद्ध व्यायाम है।
पिलेट्स के प्रकार : Type of Pilates
पिलेट्स व्यायाम दो प्रकार के होते हैं जिनका वर्णन नीचे दिया गया है ।
1. मैट पर आधारित पिलेट्स (Mat-based Pilates)-इस प्रकार के पिलेट्स व्यायाम फर्श पर मैट के ऊपर किए जाते हैं। इन व्यायामों में प्रतिरोध (Resistance) प्रदान करने के लिए गुरुत्व (Gravity) तथा अपने शरीर के भार का प्रयोग किया जाता है। ये व्यायाम, उपकरणों के बिना किए जाते हैं। इन व्यायामों का मुख्य लक्ष्य शरीर की उन सहायक मांसपेशियों का अनुकूलन करना है, जो आसन, संतुलन तथा समन्वय को सुधारती हैं।
2. उपकरण पर आधारित पिलेट्स (Equipment-Based Pilates)-ये व्यायाम एक विशिष्ट उपकरण के साथ किए जाते हैं जो स्प्रिग वाले प्रतिरोध के विरुद्ध कार्य करता है। यह एक चलती-फिरती या आगे पीछे होने वाली कैरिज होती है जिसे इसके पथ पर खींचा जाता है। तथा पुश किया जाता है। इस प्रकार के उपकरणों के डंबल्स व वुलवर्कर उदाहरण है।
पिलेट्स व्यायाम के लाभ :
पिलेट्स व्यायाम प्रत्येक व्यक्ति अर्थात् प्रारम्भ कर्ता से लेकर प्रगतिशील तक लाभदायक हैं। सर्वोत्तम परिणाम प्राप्त करने के लिए ये व्यायाम 45 से 90 मिनट तक किए जाने चाहिए। इन व्यायामों के मुख्य लाभों का वर्णन नीचे दिया गया है ।
1. शरीर के मध्य भाग ( कोर) की शक्ति को बढ़ाती है (Improve Core Strength)-
शरीर के मध्य भाग की मांसपेशियाँ, उदर, पीठ, नितम्बों, श्रोणी व आंतरिक जंघाओं की, गहरी तथा आंतरिक मांसपेशियाँ होती हैं। जब मध्य भाग शक्तिशाली होता है तो सारा शरीर अधिक संतुलित तथा शक्तिशाली हो जाता है।
2. पूरे शरीर की पुष्टि को बढ़ाती है (Improve the Complete Body Fitness)-
ये व्यायाम शरीर के कुछ भागों या मांसपेशियाँ अत्यधिक विकसित नहीं करते तथा अन्य भागों की उपेक्षा नहीं करते, जबकि अन्य खेल व भार प्रशिक्षण बड़ी मांसपेशियों के विकास में सहायता करते हैं, लेकिन छोटी मांसपेशियों के विकास में कम सहायता करते हैं। पिलेट्स व्यायाम सारे शरीर को समान रूप से विकसित करते
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3. पिलेट्स एक रूपांतरणीय तरीका है (Pilates is an Adaptable Method )-
जनसंख्या की विभिन्नता के साथ पिलेट्स व्यायाम की सफलता की चाबी इनका संशोधन या हल्का परिवर्तन है। इसका अर्थ यह है कि इन व्यायामों में रूपांतरण या हल्का परिवर्तन आसानी से किया जा सकता है। सभी व्यायाम संशोधनों या कुछ परिवर्तनों के साथ विकसित किए जाते हैं जो एक व्यक्ति के किसी स्तर के लिए व्यायाम को सुरक्षित तथा चुनौती भरा बना सकते हैं।
4. बिना फूले हुए या मोटापे के शक्ति को बढ़ाते हैं (Improve Strength without Bulk)–
पिलेट्स के व्यायामों को नियमित रूप से करने से बिना स्थूलता के मांसपेशीय तनाव तथा शक्ति में बढ़ोतरी होती है। नियमित व्यायाम शरीर को पतलेपन का आभास दिलाने के लिए मांसपेशियों को लंबा करता है तथा आकार प्रदान करता है।
5. आसन को सुधारते हैं (Improve Posture)-
अच्छा आसन एक अच्छे सीधे शरीर का प्रतिबिंब होता है जिसको एक शक्तिशाली कोर (शरीर के सशक्त मध्य भाग) के द्वारा सहारा प्राप्त होता है। ये व्यायाम मेरुदंड के खिचाव के द्वारा आसन व गति की शालीनता तथा गरिमा को सुधारते हैं।
6. लचक में वृद्धि (Increase in flexibility)-
हम यह जानते हैं कि सख्त मांसपेशियाँ हमारी गतिशीलता में अवरोध उत्पन्न करती हैं तथा तनाव व दर्द उत्पन्न कर सकती हैं। लचकपूर्ण पुष्टि व जीवतंता के लिए आवश्यक है। यह हमारे जोड़ों में गति के अधिकतम विस्तार को सुनिश्चित करती है। पिलेट्स व्यायाम गतिशील खिंचाव से संबंधित होते हैं, अतः जोड़ों की गति के विस्तार को बढ़ावा देते हैं। पिलेट्स व्यायामों के नियमित अभ्यास से व्यक्ति की लचक में वृद्धि हो जाती है।
7. ऊर्जा के स्तर को बढ़ाते हैं (Increase the Energy Level)-
पिलेट्स के बारे में यह एक तथ्य है कि जितना आप अधिक व्यायाम करते हो उतनी ही अधिक ऊर्जा मिलती है। वास्तव में पिलेट्स व्यायाम मेरुदंड व मांसपेशियों को उत्तेजित करते हैं तथा शरीर को अच्छी भावनाओं से ओत-प्रोत कर देते हैं। सारे शरीर के व्यायाम करने से ऐसी भावनाएँ महसूस होती हैं।
8. शरीर के भार को कम करने में सहायता करते हैं (Help in Reducing Body Weight)-
यदि आप अपने शरीर का भार घटाना चाहते हैं तो सार्वभौमिक फार्मुला अर्थात् कैलोरीज लेने की अपेक्षा खर्च अधिक करो, वहीं का वही रहता है। पिलेट्स व्यायाम इस फार्मूले को लागू करने में सहायता करता है। भार को कम करने के लिए इन व्यायाम को एरोबिक व्यायामों की तरह करना चाहिए अर्थात् अधिक समय तक निरंतर करते रहना चाहिए।
9. शरीर की सजगता को बढ़ाते हैं (Improve Body Awareness)-
पिलेट्स व्यायाम आपके मस्तिष्क को आपके शरीर के साथ जोड़ने के लिए निर्मित की गई हैं। ये व्यायाम मस्तिष्क को व्यस्त रखते हैं तथा शरीर की सजगता को बढ़ाते हैं। यह केवल शरीर का एक अभ्यास(Workout) ही नहीं है। यह आपके मस्तिष्क तथा आत्मा को भी स्वस्थ करता है।
10. तनाव से छुटकारा दिलाते हैं (Relieve Stress)-
तनाव हमारे शारीरिक व मानसिक पहलुओं को भी प्रभावित करता है। पिलेट्स व्यायाम
श्वास पर बल देते हैं जो तुरंत शांत करने वाली भावनाओं को बढ़ाता है तथा उन्हें शरीर व मस्तिष्क में छोड़ देता है। वास्तव में ये व्यायाम एंडोमोरफिन्स छोड़ते हैं जो प्राकृतिक रूप से शरीर व मस्तिष्क को अधिक शिथिल (Relaxed) तथा सकारात्मक महसूस कराते हैं। ये व्यायाम निद्रा में सुधार लाते हैं जो थकावट तथा तनाव को कम करती है।
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11. सहनक्षमता में वृद्धि करते हैं (Improve Endurance)-
पिलेट्स व्यायामों व्यक्तिगत व्यायामों के साथ सहनक्षमता को बढ़ाते हैं। सहनक्षमता बढ़ाने के लिए पिलेट्स व्यायामों को बिना किसी ब्रेक के निरंतर करना चाहिए। प्रारंभ में व्यायामों को जोड़नेवाले अनुक्रम को करने के लिए ब्रेक लेने की आवश्यकता हो सकती है। ये व्यायाम केवल शारीरिक सहनक्षमता को ही नहीं बढाते अपितु मानसिक सहनक्षमता को भी बढ़ाते हैं।
12. गर्भवती स्त्रियों के लिए लाभदायक (Beneficial for Pregnant Women)-
पिलेट्स व्यायाम गर्भवती स्त्रियों के लिए पुष्टि का एक महत्त्वपूर्ण साधन है। किसी कुशल प्रशिक्षक के निर्देशन में व्यायाम करना सुरक्षित होता है। ये उनकी श्वास लेने की तकनीक तथा सीधे रहने की स्थिति एवं शरीर के आसन को सुधारने में सहायता करते हैं। व्यायाम के दौरान धीमी एवं नियंत्रित गतियाँ, एकाग्रता को बढ़ाती हैं जो डिलीवरी के दौरान लाभदायक होती है।
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13. चोट के पुनर्वास में सहायता करते हैं (Help in Rehabilitation of Injury)-
पिलेट्स व्यायाम प्रायः चोट के बाद पुनर्वास प्रक्रिया को तेज कर देते हैं। ये व्यायाम विशेष रूप से उन चोट ग्रस्त व्यक्तियों के लिए महत्त्वपूर्ण होते हैं जिनको गतिशीलता की समस्याएँ या ऊतकों की चोटें होती हैं। उपरोक्त वर्णित लाभों के अतिरिक्त पिलेट्स व्यायाम रक्त प्रवाह, नाडी-पेशीय समन्वय को बढ़ाते हैं तथा पीठ दर्द व जोड़ों के दबाव को कम करते हैं।
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