Last Updated on April 16, 2024 by admin
अंकुरित चने खाने से लाभ : Ankurit chane Khane se labh
- अंकुरित चने खाना बहुत ही लाभप्रद होता है।
- अंकुरित चना धातु को पुष्ट, मांसपेशियों को सुदृढ़ व शरीर को वज्र के समान बना देता है तथा यह सभी चर्म रोगों को नष्ट करता है।
- अंकुरित चने खाना से वजन बढ़ाता है।
- अंकुरित चने खून में वृद्धि करता है और उसे साफ करता है।
- अंकुरित चने का सेवन करने से फेफड़े मजबूत होते हैं।
- अंकुरित चने रक्त में कोलेस्ट्राल को कम करता है और दिल की बीमारियों को दूर करने में सहायक होता है।
आइये जाने चने को अंकुरित करने का तरीका ,chane ko kaise ankurit kare
चने को अंकुरित करने की विधि : Chane ko ankurit karne ke upay
- अंकुरित करने के लिए चने को अच्छी तरह पानी में साफ करके इतने पानी में भिगोएं कि उतना पानी चना सोख ले। इसे सुबह के समय पानी में भिगो दो और रात में साफ, मोटे, गीले कपडे़ या उसकी थैली में बांधकर लटका देते हैं।
- गर्मी में 12 घंटे और सर्दी के मौसम में 18 से 24 घंटों के बाद भिगोकर गीले कपड़ों में बांधने से दूसरे, तीसरे दिन उसमें अंकुर निकल आते हैं।
- गर्मी में थैली में आवश्यकतानुसार पानी छिड़कते रहना चाहिए। इस प्रकार चने अंकुरित हो जाएंगे।
- अंकुरित चनों का नाश्ता एक उत्तम टॉनिक है।
- अंकुरित चनों में कुछ व्यक्ति स्वाद के लिए कालीमिर्च, सेंधानमक, अदरक की कुछ कतरन एवं नींबू के रस की कुछ बून्दे भी मिलाते हैं परन्तु यदि अंकुरित चने को बिना किसी मिलावट के साथ खाएं तो यह बहुत अधिक उत्तम होता है।
आइये जाने अंकुरित चने खाने से होने वाले लाभों के बारे में | Health Benefits Of Soaked Gram
इसे भी पढ़े : चना खाने के 58 जबरदस्त फायदे सुन आप भी रह जायेंगे हैरान |
अंकुरित चने के फायदे और उपयोग : Ankurit chane ke Fayde
1) बलवर्धक : अंकुरित चना बलवर्धक होता है। नित्य इसका सेवन करने से शरीर पुष्ट और बलवान होता है। ( और पढ़ें – कमजोरी दूर करने के देसी आयुर्वेदिक नुस्खे )
2) कब्ज : अंकुरित चना, अंजीर और शहद को मिलाकर या गेहूं के आटे में चने को मिलाकर इसकी रोटी खाने से कब्ज मिट जाती हैं। ( और पढ़ें – कब्ज का कारण और उपचार )
3) खून की कमी : शरीर में खून की कमी होने पर अंकुरित चनें खाएं। इसमेें शरीर को काफी मात्रा में अायरन मिलता है जो खून की कमी को पूरा करता है और एनीमिया जैसी समस्या को भी दूर करता है। ( और पढ़ें – खून की कमी को दूर करने के उपाय )
4) बार-बार पेशाब आना : जिन लोगों को बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है उन्हें अंकुरित चने के साथ गुड़ का सेवन करना चाहिए। ( और पढ़ें – बार बार पेशाब आने के कारण व 25 सरल घरेलु उपचार )
5) सफेद दाग : मुट्ठी भर काले चने और 10 ग्राम त्रिफला चूर्ण (हरड़, बहेड़ा, आंवला) को 125 मिलीलीटर पानी में भिगो दें। कम से कम 12 घंटों के बाद इन चनों को मोटे कपड़े में बांधकर रख दें और बचा हुआ पानी कपडे़ की पोटली के ऊपर डाल दें। फिर 24 घंटे के बाद पोटली को खोल दें अब तक इन चनों में से अंकुर निकल आयेंगे। यदि किसी मौसम में अंकुर न भी निकले तो चनों को ऐसे ही खा लें। इस तरह से अंकुरित चनों को चबा-चबाकर लगातार 6 हफ्तों खाने से सफेद दाग दूर हो जाते हैं। ( और पढ़ें – सफेद दाग का नामोनीसान मिटा देंगे यह 40 घरेलु उपाय )
6) घबराहट या बेचैनी: लगभग 50 ग्राम चना और 25 दाने किशमिश को रोजाना रात में पानी में भिगोकर रख दें। सुबह खाली पेट चने और किशमिश खाने से घबराहट दूर हो जाती है।
7) वमन (उल्टी):
- चनों को रात को पानी में भिगोकर रख दें। सुबह इसका पानी पी लें। अगर किसी गर्भवती औरत को उल्टी हो रही हो तो भुने हुए चने का सत्तू (जूस) बनाकर पिलायें।
- कच्चे चनों को पानी में भिगोकर रख दें। फिर कुछ समय बाद उसी पानी को छानकर पीने से उल्टी होना बंद जाती है।
8)अतिक्षुधा भस्मक रोग (भूख अधिक लगना): चने को पानी में भिगोकर रातभर रख दें। सुबह इसका पानी पीने से भस्मक-रोग (बार-बार भूख लगना) मिट जाता है।
9) माता के स्तनों के दूध में वृद्धि: यदि माता अपने बच्चे को दूध पिलाने में दूध की कमी प्रतीत कर रही हो तो उसे लगभग 50 ग्राम काबुली चने रात को दूध में भिगोकर सुबह-शाम सेवन करना चाहिए। सुबह दूध को छानकर अलग कर लें। इन चनों को चबा-चबाकर खाएं। ऊपर से इसी दूध को गर्म करके पी लेते हैं। ऐसा करने से स्तनों में दूध बढ़ जाता है।
10) मानसिक उन्माद (पागलपन : चने की दाल को भिगोकर उसका पानी पिलाने से उन्माद (मानसिक पागलपन) और उल्टी ठीक हो जाती है।
11) चेहरे की झांई के लिए: 2 बड़े चम्मच चने की दाल को आधा कप दूध में रात को भिगोकर रख दें। सुबह दाल को पीसकर उसी दूध में मिला लें। फिर इसमें एक चुटकी हल्दी और 6 बूंदे नींबू की मिलाकर चेहरे पर लगाकर रखें। सूखने पर चेहरे को गुनगुने पानी से धो लें। इस पैक को सप्ताह में तीन बार लगाने से चेहरे की झाईयां दूर हो जाती हैं।
12) सदमा: 20 ग्राम काले चने और 25 दाने किशमिश या मुनक्कों को ठण्डे पानी में शाम को भिगोकर रख दें। सुबह उठकर इनको खाली पेट खाने से सदमे आना बंद हो जाता है।
Dhanyabad sir ji.
Mujhe lagta hai ki aapki jankari se mujhe laabh milega.