Last Updated on July 22, 2019 by admin
क्या होता है पसीना ? : pasina kya hota hai
दरअसल, पसीना या स्वेद, अंग्रेज़ी में स्वेट स्तनधारियों की त्वचा की ग्रंथियों से निकलने वाला तरल पदार्थ है. शरीर में बीस से तीस लाख पसीने की ग्रंथियां होती हैं, जो तापमान को क़ाबू में रखती हैं. पसीने में मुख्य रूप से पानी और क्लोराइड, २-मेथिलफिनॉल और ४-मेथिलफिनॉल जैसे कॉर्बनिक कंपाउंड के अलावा थोड़ी-सी यूरिया भी होती है. कई शोधों से निष्कर्ष निकला है कि एक परिवार के लोगों की पसीने की गंध समान होती | है, यानी पसीने के कारण शरीर से निकलने वाली शारीरिक गंध एक जैसी होती है. टेस्ट के दौरान देखा गया कि जुड़वा भाई-बहनों में उनके शरीर की गंध के आधार पर उनमें फ़र्क पता नहीं चल पाता है | आइये जाने पसीने में बदबू क्यों आती है ,pasine me badbu kyu aati h
पसीने में बदबू के कारण : pasine me badbu ane ke karan
गर्मी या जिम में आमतौर पर ज्यादा पसीना आना बुरी बात नहीं है, पर सर्दी में ज़्यादा पसीना ख़तरे की घंटी है. दरअसल, स्वेट ग्लैंड में गड़बड़ी, मानसिक तनाव, हार्मोनल चेंजेज़, मसालेदार भोजन, अधिक दवाओं के प्रयोग और मोटापा ज़्यादा पसीना आने के कारण हैं, लगातार पसीने से शारीरिक ही नहीं मानसिक असहजता होने लगती है. यह लक्षण हाइपरहाइड्रोसिस कहलाता है. यह दो तरह का होता है. हाथ, पैर और अंडरआर्म भीग जाना प्राइमरी या फोकल हाइपरहाइड्रोसिस कहलाता है. इससे क़रीब दो से तीन फ़ीसदी लोग परेशान रहते हैं. बहुत ज़्यादा पसीने की शिकायत को सेकेंडरी हाइपरहाइड्रोसिस कहा जाता है, इससे पीड़ित व्यक्ति को सर्दी या आराम के समय भी पसीना आता है. डॉक्टर्स का मानना है कि ज़्यादा पसीने से शरीर में डिहाइड्रेशन या नमक की कमी जैसी कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं, यह दुर्गंध भी पैदा करता है, जो असहज कर देती है |
जरुरी आहार : jaruri ahar
1) रोज़ाना दिन में एक बार टमाटर का जूस लेने से अधिक पसीने की समस्या से राहत मिल जाती है |
2) हर रोज़ कम से कम एक कप ग्रीन टी पीने से भी पसीना नियंत्रित रहता है |
3) ज़्यादा पसीना आने पर स्ट्रॉबेरी, अंगूर व बादाम जैसे फलों का अधिक सेवन न करें, इनमें सिलिकॉन अधिक मात्रा में होता है, जिससे पसीना अधिक बनता है |
आइये जाने पसीने की बदबू से कैसे बचें ,pasine ki badbu se kaise chutkara paye
पसीने की बदबू से छुटकारा पाने के सरल उपाय : pasine ki badbu dur karne ke upay
शरीर की दुर्गंध से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा तरीका है व्यक्तिगत स्वच्छता। इसके अंतर्गत शरीर की सफाई के साथ-साथ कपड़ों की नियमित सफाई भी शामिल है। रोजाना स्नान करना अच्छी आदत है ।बगल के बाल साफ करने से पसीने की मात्रा में कोई कमी नहीं आती, परंतु ऐसा करने से वहाँ रुके हुए पसीने की मात्रा अवश्य कम हो जाती है। निम्न सरल उपायों से पसीने की बदबू से छुटकारा पाया जा सकता है ।
1) प्रतिदिन स्नान करें, विशेषकर व्यायाम करने के बाद, जिससे पसीना एकत्रित न हो सके। ( और पढ़ें – पसीने की बदबू दूर करने के 12 घरेलु नुस्खे )
2) नहाते वक़्त नीम वाले साबुन का इस्तेमाल बेहतर रहेगा |
3) परफ्यूम तथा सुगंधित टेल्कम पॉउडर का प्रयोग कम-से-कम करें, क्योंकि ये पसीने तथा जीवाणुओं के साथ मिलकर दुर्गंध उत्पन्न करते हैं। ( और पढ़ें –पसीना अधिक आना का 13 घरेलु उपचार )
4) अंदर पहनने वाले कपड़ों (कच्छा, बनियान तथा ब्रा आदि) को नित्य धोकर धूप में सुखाइए। ( और पढ़ें – अधिक पसीना आने का उपचार)
5) बगल के बाल सप्ताह में एक बार अवश्य साफ करें, जिससे वहां पसीना न रुके।
6) जितना संभव हो सके कड़ी धूप से बचें. सूती और ढीले कपड़े पहनें, जो शरीर से चिपके न |
7) तंग कपड़े पहनने से ज़्यादा शरीर में पसीना आता है, जिससे कपड़ों से दुर्गंध आने लगती है |
8) सिंथेटिक कपड़े बिल्कुल न पहनें |
9) मसालेदार भोजन से परहेज़ करें |
10) मौसमी फलों का सेवन करें |
आइये जाने पसीने की बदबू कैसे हटाये,pasine ki badbu kaise hataye
पसीने की बदबू दूर करने के नुस्खे : pasine ki badboo dur karne ke nuskhe
1) बेलपत्र : पसीने की दुर्गंध दूर करने के लिए शरीर पर बेलपत्र के रस का लेप लगाएं । ( और पढ़ें – बेलपत्र के 29 चमत्कारी औषधीय गुण )
2) अडूसा : अडूसा के पत्तों के रस में थोड़ा शंख चूर्ण मिलाकर शरीर पर लगाने से भी बदबू दूर होती है । ( और पढ़ें – अडूसा है 50 से भी अधिक रोगों की रामबाण दवा पढिये )
3) पानी : अधिक से अधिक पानी पीना भी लाभदायक होता है. इससे पसीना तो निकलता है,लेकिन उसमें आने वाली दुर्गंध नदारद हो जाती है और बदबू परेशान नहीं करती ।
4) बबूल के पत्ते : बबूल के पत्ते और बाल हरड़ को बराबर मात्रा में मिलाकर महीन पीस लें. इससे पूरे शरीर पर मालिश करें और थोड़ी देर बाद स्नान करें. यह नुस्ख़ा नियमित रूप से दो हफ़्ते तक करने से पसीना आना बंद हो जाएगा । ( और पढ़ें – बबूल के 68 दिव्य औषधीय गुण )
5) बेकिंग सोडा : नियमित स्नान शरीर की सफ़ाई का पूरा और समुचित ध्यान दें, नहाने के पानी में चुटकी भर बेकिंग सोडा डालना न भूलें, दिनभर में कम से कम दो बार रोज़ नहाएं. इससे ज़्यादा पसीना आना अपने आप नियंत्रित हो जाएगा ।