Last Updated on July 23, 2019 by admin
शांत मुद्रा Steps and Benefits of Shant Mudra
यह मुद्रा क्रोध को शांत करने में अत्यंत लाभदायी है, इसीलिए इसका नाम ‘शांत मुद्रा’ रखा गया है |जिन लोगों को बार.बार गुस्सा आता हे यदि वे शांत मुद्रा को करते हैं तो इससे आपका स्वभाव और चिड़चिड़ापन ठीक होता है।आपके अंदर एक तरह की विशेष एकाग्रता होने लगेगी। आपके तनाव को शांत करके आपके मन का स्थिर करती है शांत मुद्रा। इस मुद्रा को आप कहीं पर भी कर सकते हैं।
लाभ :Shant Mudra Benefits in hindi
१) जिसे बार-बार क्रोध आता हो या स्वभाव चिडचिडा हो, उसके लिए यह मुद्रा वरदानस्वरुप है | इस मुद्रा से क्रोध तत्काल शांत हो जाता है |
२) क्रोध के स्पंदनो पर शांति के स्पंदनो का टकराव होने से शरीर का तान-तनाव कम हो जाता है |
३) मन भी आसानी से शांत हो जाता है | शांतिवर्धक लहरें तन-मन में संचालित होने लगती हैं |
४) इस मुद्रा को करने पर आप विशेष एकाग्रता का अनुभव करेंगे |
विधि :Steps Of Shant Mudra
१) ध्यान के लिए अनुकूल पड़े ऐसे किसी भी आसन में बैठ जायें | आप यात्रा के समय भी किसी अनुकूल आसन में वह कर सकते हैं |
२) ऊंगलियों के अग्रभागों को अँगूठे के अग्रभाग से चारों तरफ से मीलायें | अँगूठे व ऊंगलियों को थोडा-सा मोड़े, जिससे ऊँगलियों के अग्रभाग अँगूठे के अग्रभाग से अच्छी तरह मिल जायें |
३) अँगूठे के अग्रभाग पर एकाग्र हों और ऊंगलियों की सनसनी अनुभव करें |
मुद्रा-विज्ञान : पाँचों ऊँगलियों मिलाने पर अग्नि, वायु, आकाश, पृथ्वी और जल ये पाँचों तत्त्व इकट्ठे हो जाते हैं |इससे प्राणशक्ति पुष्ट होती है |
श्रोत – ऋषि प्रसाद मासिक पत्रिका (Sant Shri Asaram Bapu ji Ashram)
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