Last Updated on July 22, 2019 by admin
रसोई के लिए वास्तु टिप्स : vastu tips for rasoi ghar (kitchen) in hindi
1. रसोई में बैठ कर खाना खाएं।
2. ग्रेनाइट पत्थर रसोई में न लगायें ।
3. रसोई का दरवाजा अन्य दरवाजों के मुकाबले छोटा होना चाहिए।
4. रसोई का दरवाजा शौचालय या स्नानघर के सामने नहीं होना चाहिए।
5. खाना बनाते वक्त गृहणी का मुंह पूर्व की ओर होना चाहिए।
6. मुख्य द्वार के सामने रसोई नहीं होनी चाहिए।
7. खाना बनाते वक्त दरवाजे की ओर पीठ नहीं होनी चाहिए, इस दोष को आइना लगा के दूर किया जा सकता है।
8. गैस के ऊपर बीम नहीं होना चाहिए।
9. गैस वाशबेसिन से दूर होनी चाहिए।
10 रसोई भू-तल (बेसमेंट) में नहीं होनी चाहिए।
11. बेकार की चीजें, सड़ी गली सब्जी, फल, टूटी बोतल, रसोई में न रखें।
12, टूटे बर्तन का इस्तेमाल न करें।
13. अग्निकोण में यदि पानी का सोर्स या नल है तो घर में कर्जा व बीमारी कभी समाप्त नहीं हो सकते, इससे बचने के लिए इस कोने में एक लाल बल्ब लगा दें जो हर वक्त जलता रहे या नल पर लाल रंग का धागा या टेप लगाएं। ( और पढ़े – वास्तु के अनुसार कैसा हो आपका रसोईघर )
शयनकक्ष के लिए वास्तु टिप्स : vastu tips for bedroom in hindi
1. सोते हुए सिर दक्षिण की ओर हो।
2. पलंग के ऊपर बीम न हो।
3. शयनकक्ष में रात को झूठे बर्तन न रखें।
4. शयनकक्ष में रोजाना ताजे फूलों का गुलदस्ता रखें।
5. गुप्त शत्रु परेशान कर रहे हों तो 5 चॉदी के सर्पो की आँखों में काजल लगा कर उन्हें अपने पैरों की तरफ गद्दे के नीचे रखें।
6. बुरे ख्वाबों से बचने के लिए सिरहाने ताम्बे के बर्तन में गंगा जल भर के रखे, सुबह घर से बाहर किसी पौधे में ये जल डालें।
7. सोते हुए भय लगता हो तो तकिये के नीचे चाकू रख के सोयें ।
8. शयनकक्ष में शराब न पिएं।
9. शयनकक्ष में वास्तु दोष महसूस होता हो तो तकिये के नीचे चन्दन रख के सोयें ।
10. पलंग के सामने आइना न लगाए, मजबूरी है तो रात में कपड़े से ढक कर सोयें ।
11. सोते समय कष्ट (मानसिक या शारिरिक) हो तो सिरहाने के नीचे चाँदी या सोने का कोई बर्तन रख के सोयें।
12. शत्रु भय हो तो कांसे के बर्तन में चन्दन पानी मिला कर पलंग के नीचे रखें।
13. सोते वक्त भय हो तो तकिये के नीचे चाँदी की मछली रखें।
14. शयनकक्ष में सोने से पहले कपूर जलाये, नींद अच्छी आएगी।
15. शयनकक्ष का द्वार एक पल्ले का होना चाहिए।
16. शयनकक्ष में थोड़ी सी फिटकरी या सेंधा नमक पलंग के नीचे रखें।
17. मुख्य द्वार के सामने शयनकक्ष नहीं होना चाहिए।
18. सोते वक्त सर दरवाजे की ओर नहीं होना चाहिए।
19. पलंग के ऊपर अलमारी नहीं होनी चाहिए।
20. पलंग दीवार से सटा हुआ नहीं होना चाहिए।
21. पलंग के पीछे खिड़की नहीं होनी चाहिए।
22. शयनकक्ष को अति सजावटी न बनायें।
23. डबल बेड पे सिंगल गद्दा लगाएं।
24. शयनकक्ष में टी.वी. न रखें, हुआ तो पति-पत्नी में कम बनेगी।
25. शयनकक्ष में पौधे न रखें।
26. पलंग/दीवान में या पलंग के नीचे फालतू सामान न रखें, हुआ तो घर में तनाव रहेगा।
27. नकारात्मक ऊर्जा वाले फोटो न लगाएं (जैसे डूबता हुआ जहाज, हिंसक पशु पक्षी, महाभारत आदि)।
28. गहरा लाल रंग शयनकक्ष की दीवारों का न हो। ( और पढ़े – वास्तु के अनुसार कैसा हो आपके घर का रंग )
शौचालय के लिए वास्तु टिप्स : vastu tips for toilet in hindi
1. कमोड दक्षिण या पश्चिम में होना चाहिए।
2. कमोड पर बैठते वक्त मुँह पूर्व या उत्तर की तरफ होना चाहिए।
3. स्नानघर की छत की ऊंचाई, घर के और कमरों की छत की ऊंचाई से कम होनी चाहिये।
4. शौचालय रसोई घर के द्वार के सामने नहीं होना चाहिए।
5. शौचालय और स्नानघर अलग अलग होने चाहिए।
6. शौचालय सीढ़ी के नीचे नहीं होना चाहिए।
7. शौचालय व स्नानघर के दरवाजे और दरवाजों के मुकाबले छोटे होने चाहिए।
8. शौचालय का दरवाजा बंद रखें। ( और पढ़े – बिल्डिंग के जरुरी 22 वास्तु नियम )
सीढ़ी के लिए वास्तु टिप्स : vastu tips for staircase (sidiya)
1. पूजाघर सीढ़ी के नीचे न बनायें ।
2. शौचालय सीढ़ी के नीचे कदापि नहीं होना चाहिए, वरना घर में | कोई न कोई बीमार रहेगा।
3. घर में जगह की कमी हो तो स्नानघर बना सकते हैं।
4. गोदाम भी बना सकते हैं।
5. सीढ़ियां सदैव दाई (घड़ी की विपरीत दिशा में) तरफ होनी चाहिए।
6. सीढ़ियां हमेशा विषम नम्बर में होनी चाहिए। ( और पढ़े – दर्पण के यह 11 चमत्कारी वास्तु टिप्स)
स्नानघर के लिए वास्तु टिप्स : vastu tips for bathroom in hindi
1. स्नानघर के दरवाजे की चोखट पर बगुवा लगाएं।
2. शौचालय व स्नानघर के दरवाजे अन्य दरवाजों के मुकाबले छोटे होने चाहिए।
3. स्नानघर में आइना होना चाहिए।
4. स्नानघर की छत की ऊंचाई घर के और कमरों की छत की ऊंचाई से कम होनी चाहिये।
5. गीजर को पूर्व या आग्नेय में लगायें।
6. फव्वारा ईशान (NE) या उत्तर (North) दिशा में लगाना उत्तम है।
7. बाथटब को ईशान (NE) या पूर्व (E) दिशा में लगाएं।
8. दर्पण को उत्तर में लगाएं।
9. पूर्व की ओर मुख करके स्नान करना सर्वश्रेष्ठ है।
10. वाशबेसिन को उत्तर या पूर्वी दीवार में लगाना चाहिए।