Last Updated on January 29, 2022 by admin
रोग परिचय :
इस रोग को आधासीसी , माइग्रेन(Migraine), अर्धावभेदक ,सूर्यावर्त भी कहा जाता है । इस रोग में आधे सिर का दर्द प्रतिदिन सुबह सूरज निकलते ही आरम्भ हो जाता है। जैसे-जैसे सूरज चढ़ता जाता है, दर्द बढ़ता जाता है किन्तु जैसे ही दोपहर के बाद सूरज पश्चिम की ओर ढलना (डूबना) शुरू होता है, दर्द में कमी होती जाती है और अन्ततः सिरदर्द रात को नहीं होता है ।
आधा सिर दर्द (आधासीसी ) के लक्षण : aadha sir dard ka lakshan
- इस रोग में मुंह, सिर तथा माथे के आधे भाग में निश्चित समय पर दर्द होता है। कभी-कभी तो यह दर्द इतना तेज होता है कि रोगी की व्याकुलता बढ़ जाती है।
- दर्द के कारण रोगी को खाना-पीना कुछ भी अच्छा नहीं लगता।
- कभी-कभी जाड़ा लगता है और उल्टी भी हो जाती है।
- रोगी को प्रकाश, आवाज तथा शोर-शराबा बिल्कुल अच्छा नहीं लगता। आइये जाने आधा सिर दर्द क्यों होता है ?
आधा सिर दर्द (आधासीसी ) के कारण : aadha sir dard ka karan
• शरीर में खून की कमी, भोजन ठीक से न पचने, कब्ज रहने आदि के कारण यह रोग हो जाता है।
आधे सिर के दर्द में क्या खाना चाहिए और क्या नही : aadha sir dard me kya khaye aur kya nahi
- सुबह खाली पेट आधा सेब प्रतिदिन सेवन करने से माइग्रेन में बहुत लाभ होता है।
- माइग्रेन से पीड़ित रोगी को स्टार्च, प्रोटीन और अधिक चिकनाई युक्त भोजन नहीं करना चाहिए। फल, सब्जियां और अंकुरित दालों का सेवन लाभकारी होता है।
- सबसे पहले उचित भोजन, सुबह-शाम टहलना तथा मन को शान्त रखने की जरूरत है।
- शोक, क्षोभ, दु:ख, दीनता आदि मन से निकाल देना चाहिए।
- यदि गर्मी के दिन हैं तो सिर पर कपड़ा भिगोकर तथा निचोड़ कर रखें। यदि जाड़े के दिन हैं तो सिकाई करें।
आइये जाने आधा सिर दर्द का घरेलू उपाय, आधासीसी का आयुर्वेदिक घरेलु उपाय
आधे सिर के दर्द का इलाज : adhe sar dard (Migraine) ka ilaj
1. तम्बाकू के पत्ते – तम्बाकू के पत्ते तथा लौंग सम भाग लें । पानी के साथ पीसकर मस्तक पर गाढ़ा-गाढ़ा लेप करने से अर्द्ध मस्तक-शूल में लाभ हो जाता है । ( और पढ़ें – आधे सिरदर्द को जड से मिटायेंगे यह 21 रामबाण उपाय)
2. तिल – तिल 2 ग्राम तथा बायबिडंग 1 भाग, दोनों को जल में पीसकर थोड़ा गरम करके मस्तक पर लेप करना अर्ध मस्तक शूल में लाभकारी है। ( और पढ़ें – सर दर्द को चुटकियों में दूर करेंगे यह 13 असरकारक घरेलू उपचार )
3. लौंग – लौंग 6 ग्राम को बारीक पीसकर पानी में घोलकर लेही जैसी तैयार कर थोड़ा सा गरम करके कनपटियों पर लगाने से आधासीसी (Migraine)में लाभ होता है ।
4. दूध – चीनी और दूध को सम मात्रा में मिलाकर नाक द्वारा सूंघने से अद्भवभेदक तथा अन्य शिरःशूल में लाभ होता है । ( और पढ़ें – सिर दर्द को दूर करने के 145 घरेलु उपाय )
5. लहसुन – लहसुन को छीलकर खरल में डालकर पीसें । फिर किसी बारीक मलमल के कपड़े से छानकर 10 ग्राम रस निकालकर उसमें 6 रत्ती हींग डालकर पुनः खरल करें । जब अच्छी तरह रस व हींग घुल जाए तो शीशी में रख लें । आधाशीशी के दर्द में आवश्यकता के समय रोगी के जिस ओर दर्द होता हो, उसी ओर के नाक के नथुने में 3 बूंद रस (औषधि) टपकायें । लाभप्रद योग है।
6. सूर्यमुखी – सूर्यमुखी के बीजों को सूर्यमुखी के स्वरस में ही मिलाकर पीसें । सूर्योदय से पूर्व इसका लेप करने से आधासीसी में लाभ होता है । ( और पढ़ें –चक्कर आना दूर करेंगे यह सरल घरेलू नुस्खे )
7. अकरकरा – अकरकरा की लकड़ी छील कर सिर के जिस ओर में दर्द हो उसी ओर की दाड़ से चबाने से तत्काल आधा सिर दर्द बन्द होता है। ( और पढ़ें –अकरकरा के 29 जबरदस्त औषधीय प्रयोग )
8. सत्यानाशी – स्वर्णक्षीरी (सत्यानाशी) का स्वरस कपड़छन कर 3-4 बूंद नाक में टपकाने से आधासीसी का दर्द शान्त हो जाता है।
9. चने – प्रात:काल शौचादि निवृत्त हो, एवं हाथ-मुँह धोकर भुने हुए गरम-गरम चने चबाने से 2-3 दिन में ही आधासीसी (Migraine) का दर्द भाग जाता है । ( और पढ़ें – चना खाने के 58 जबरदस्त फायदे )
10. आक – छनी हुई कन्डों की राख में आक के दूध की भावना देकर सुखाकर शीशी में सुरक्षित रख लें । रोगी के सिर में जिस ओर दर्द हो, उसी ओर के नथुने से उसे नस्य की तरह सुंघाने से छींके आ-आकर आधासीसी का दर्द सदैव के लिए ठीक हो जायेगा । ( और पढ़ें – आक (मदार) के 22 चमत्कारी आयुर्वेदिक प्रयोग )
11. गुलाबजल – नौसादर 1 ग्राम तथा गुलाबजल 10 ग्राम लेकर शीशी में मिलाकर सुरक्षित रख लें। रोगी को ऐसे खटिया (चारपाई) पर लिटायें कि उसका सिर (सिरहाने से) कुछ नीचे लटका हुआ रहे । फिर उक्त औषधि ड्रापर से 5-6 बूंद नाक के नथुने में भली प्रकार डालें । इसके प्रयोग से नाक के नथुनें से पानी टपकने लगेगा और 5-10 मिनट में ही आधासीसी (Migraine)का रोग ठीक हो जायेगा ।
12. सरसों तेल – सरसों का तेल 6 भाग तथा तारपीन का तेल 1 भाग मिलाकर सुरक्षित रख लें । इसकी 4-6 बूंदें नाक में ड्रापर से टपकायें और मुँह को नीचा कर दें। इस प्रयोग से पूय, कृमि आदि जो भी होगा वह बाहर निकल जायेगा और आधा सीसी का दर्द तत्काल बन्द हो जायेगा ।
13. चावल – सूर्योदय से पूर्व लगभग 25 ग्राम की मात्रा में चावल की खील शहद के साथ खिलाकर रोगी को सुलाना अद्धवभेदक में लाभकारी है। ( और पढ़ें – शहद खाने के 18 जबरदस्त फायदे )
14. सौंफ – नयी सौंफ तथा धनिया सम मात्रा में लेकर महीन पीसकर इसके बाद इसमें इतनी ही मिश्री मिलाकर (मीठा हो जाना चाहिए) मिलाकर सुरक्षित रख लें। इसे दिन में 3 बार 1-1 ग्राम की मात्रा में प्रयोग करने से आधा सिर दर्द तथा अन्य शिरःशूलों में लाभ होता है । ( और पढ़ें – सौंफ खाने के 61 लाजवाब फायदे )
15. कपूर – कपूर (उत्तम) 1 ग्राम तथा गोदुग्ध का खोवा (मावा) 50 ग्राम को पीसकर 3 लड्डू बनाकर एक लड्डू सूर्योदय से पूर्व तथा 1 लड्डू सूर्यास्त के बाद रोगी को खिलायें, 1 लड्डू दोपहर के समय चौराहे पर रखवा दें । इस प्रकार नित्य 3-4 दिन के प्रयोग से आधासीसी का दर्द सदैव के लिए मिटेगा । ( और पढ़ें – कपूर के 93 लाजवाब औषधीय प्रयोग )
16. अमरूद – हेरे कच्चे अमरूद को प्रात:काल पत्थर पर घिसकर कल्क तैयार कर कपाल पर जहाँ दर्द हो वहाँ लगा दें । इससे 2-3 घण्टे में आधासीसी का दर्द शान्त हो जाता है । एक दिन के प्रयोग से लाभ न हो तो प्रयोग दूसरे दिन भी करें। ( और पढ़ें –अमरूद खाने के लाभ व उसके 47 औषधीय प्रयोग )
17. देसी घी – देसी घी की ताजा गरम-गरम जलेबी सूर्योदय से 2 घंटे पूर्व दूध के साथ खिलाने से आधासीसी में अवश्य लाभ हो जाता है । ( और पढ़ें –गाय के घी के अद्भुत लाभ )
18. नौसादर – स्वच्छ नौसादर को पीसकर सुरक्षित रख लें । इसे 1 ग्राम की मात्रा में सूर्योदय से 1 घंटा पूर्व जल के साथ सेवन कराने से अर्धावभेदक तथा अन्य शिर: शूल नष्ट हो जाते हैं।
19. जौ – काली मिर्च और जौ दोनों को सम मात्रा में लेकर तवे पर भूनें । जब वे काली राख के समान हो जायें, तब पीसकर शीशी में सुरक्षित रख लें । इसे 1-1 रत्ती की मात्रा में प्रत्येक 4-4 घंटे पर ताजे जल से सेवन कराने से आधासीसी का दर्द अवश्य नष्ट हो जाता है । ( और पढ़ें – कालीमिर्च के 51 हैरान कर देने वाले जबरदस्त फायदे )
20. गाय का घी – गाय का ताजा घी सुबह शाम नाक में चढ़ाने से नाक से खून गिरना तथा आधासीसी रोग जड़मूल से नष्ट हो जाता है।
21. कड़वा तेल – सिर में जिधर आधासीसी का दर्द हो, उधर के नथुने में 10 बूंद कड़वा तैल डालकर सुंधा देने से दर्द एकदम बन्द हो जाता है । दो-चार दिनों के इस प्रयोग से इस रोग से सदा के लिए मुक्ति मिल जाती है ।
22. नीबू – जिस ओर दर्द हो उस ओर के कान में कागजी नीबू के रस की 3-4 बूंदें डालने से आधा सिर दर्द तत्काल मिट जाता है ।
23. काली मिर्च – काली मिर्च पानी में घिसकर जिस ओर दर्द हो उससे (विपरीत) आँख में लगायें । यह दवा आँख में लगेगी तो बहुत, किन्तु आधासीसी का दर्द एक ही बार के प्रयोग से भाग जायेगा और जीवन में दोबारा नहीं होगा ।
24. अदरक – आधे सिर के दर्द में नथुनों में अदरक के रस की 2-3 बूंदें 2-2 घंटे के बाद डालने से अवश्य आराम होता है ।
25. पीपल – देशी घी में पीपल के पत्तों की भस्म मिलाकर लगाएं अवश्य आराम होता है । ( और पढ़ें – पीपल के 41 लाजवाब फायदे व चमत्कारी औषधीय प्रयोग )
26. पीपल की छाल – रात को सोने से पूर्व पीपल की छाल का चूर्ण एक चम्मच की मात्रा में फांककर ऊपर से दूध पी लें आधा सिर दर्द रोग जड़मूल से नष्ट हो जाता है।
27. पीपल की कोंपल – तम्बाकू के पत्ते, पीपल की कोंपलें तथा 2 लौंग-तीनों को पानी में पीसकर लेप करें आधासीसी का दर्द सदैव के लिए मिटेगा ।
(अस्वीकरण : दवा ,उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)