Last Updated on December 25, 2021 by admin
केसर क्या है ? : What is Saffron (Keshar) in Hindi
केसर भारत की एक महंगी औषधि है। इसे मीठे व्यंजनों में स्वाद और खुशबू के लिए मिलाया जाता है। केसर से पाचन क्रिया दुरुस्त होती है और इसके लगातार सेवन से भूख भी बढ़ती है। त्वचा के झुलसने या चोट लगने पर केसर का लेप लगाना चाहिए। इससे तुरंत फायदा होता है और नई त्वचा का निर्माण जल्द होता है। केसर असली हो और कश्मीर की हो तो उत्तम होती है यथा-
कश्मीर देशजे क्षेत्रकुंकुमं यद्भवेद्धितत्।
सूक्ष्म केसरमारत्कं पद्मगन्धितदुत्तमम। (भावप्रकाश)
भावप्रकाश के अनुसार कश्मीर देश की केसर हल्की, पतली, लाल कमल जैसी गंध वाली और उत्तम होती है । उत्तम केसर का रंग गाढ़े नारंगी रंग का होता है।
केसर का विभिन्न भाषाओं में नाम : Name of Saffron (Keshar) in Different Languages
- संस्कृत (Sanskrit) – कुंकुम
- हिन्दी (Hindi) – केसर
- मराठी (Marathi) – केशर
- गुजराती (Gujarati) – केशर
- बंगाली (Bangali) – जाफरान, कुमकुम
- तेलगु (Telugu) – कुंकुमपुव
- तामिल (Tamil) – कुंकुमाप्पु
- फ़ारसी (Farsi) – करकीमास
- अंग्रेजी (English) – सैफ्रान (Saffron)
- लैटिन (Latin) – क्रौकस सेटाइवस (Crocus Sativus)
असली केसर की पहचान :
असली केसर की जांच करने के लिए इसे स्पिरिट मे डालकर देखें यदि इसका रंग स्पिरिट में न उतरे और इसके तंतु रंग न छोड़े तो यह असली है। यदि केसर नकली होगी तो उसका रंग स्पिरिट में घुल जाएगा और नकली चीज का असली रूप सामने आ जाएगा। असली केसर सीलबंद पेकिंग में मिलती है इसलिए खुली हुई केसर न खरीद कर, अच्छी क्वालिटी की, सीलबंद पेकिंग में ही खरीदना चाहिए।
केसर के औषधीय गुण : Kesar ke Gun in Hindi
केसर चरपरी, चिकनी, कड़वी, वर्ण को उत्तम करने वाली और शिरोरोग, व्रण, कृमि,वमन, व्यंग तथा तीनों दोषों को दूर करने वाली है।
केसर सेवन की मात्रा : Kesar Sevan ki Matra
केसर की मात्रा 1 से 3 ग्राम तक है।
केसर का उपयोग : Uses of Kesar (Saffron) in Hindi
- शीतकाल में रात को सोते समय दूध में केसर को घोल कर पीना सबसे सरल व अच्छा तरीका है। इसके सेवन से स्नायविक दौर्बल्य और निम्न रक्तचाप (Low Blood Pressure) में आराम होता है। शक्ति व स्फूर्ति आती है । बलवीर्य शक्ति कायम रहती है और शिथिलता दूर होती है।
- केसर के 4-5 तंतु 1-1 करके दूध की 2-3 बूंद डालकर खरल में खूब घोंट-पीस लेना चाहिए और दूध में मिला लेना चाहिए, फिर दूध पीना चाहिए ।
- शुद्ध घी में 4 से 5 तंतु घोंटकर सूंघने से आधा सीसी का दर्द मिटता है।
- इसे उबटन के साथ पीस कर चेहरे पर लेप करने से चेहरे का रंग साफ होता है ।
- इसे दूध में घोलकर पीने से सर्दी-जुकाम और खांसी में आराम होता है ।
- इसे शीतकाल भर प्रतिदिन सेवन करना चाहिए। इसकी प्रकृति गर्म होती है।
विशेष :- केसर के व्यापारी इसका वजन बढ़ाने के लिए इसे पानी या तेल में गीला करके भारी कर देते हैं। इसे दूर करने के लिए केसर को थाली के बीच में इकट्ठी करके रख दें । एक कटोरी को आग पर गरम करके इसके ऊपर औंधी करके इस तरह से रखें कि केसर कटोरी के बीच में रहे और सब तरफ कटोरी से ढंक जाए। कटोरी की गरमी से केसर सूख कर हल्की हो जाएगी। 4-5 मिनट बाद कटोरी उठा लें और केसर को शीशी में बंद करके रख लें।
केसर के फायदे : Benefits of Kesar (Saffron) in Hindi
1). मिष्ठान्नों, भोजनों, पूजा-अनुष्ठानों एवं यन्त्र (ताबीज) आदि बनाने (लिखने) में अपने देश में प्रचुरता से उपयोग होता है।
2). बाल – 25 ग्राम केसर को 4 औंस (1 औंस = 28.349 ग्राम) रैक्टीफाइड स्प्रिट में डालकर 5 दिनों तक ऐसा ही रखा रहने दें । तदुपरान्त इसमें नारियल या सरसों का तैल मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम सिर में खूब रगड़-रगड़ कर मालिश करने तथा सप्ताह में 2 बार जामुन के पत्ते पीसकर पीने एवं हर्बल शैम्पू से सिर धोते रहने बाल सफेद होने का रोग दूर हो जाता है ।
3). प्रसव कष्ट – केसर और हींग दोनों सम मात्रा में लेकर शहद के साथ चने के आकार की गोलियाँ बनालें । प्रसव कष्ट के समय 1 गोली अर्द्ध गर्म दूध से सेवन कराने से सुगमतापूर्वक (बिना कष्ट के) शिशु का जन्म हो जाता है। ( और पढ़े- प्रसव पीड़ा को दूर करते है यह असरकारक 38 उपाय )
4). पेट दर्द – दालचीनी और केसर की गोली बनाकर सेवन करने से उदरशूल मिटता है। ( और पढ़े- पेट दर्द या मरोड़ का इलाज )
5). यकृत वृद्धि – करेला के रस में केसर को घिसकर सेवन करने से यकृत वृद्धि मिटती है।
6). पेट के कीड़े – केसर और कपूर 1-1 रत्ती (1 रत्ती = 0.1215 ग्राम) की मात्रा में लेकर खरलकर दूध के साथ बच्चों को सेवन कराने से पेट के कीड़े नष्ट हो जाते हैं।
7). स्मरण शक्ति – केसर एकाग्रता, स्मरण शक्ति और रिकॉल क्षमता को भी बढ़ाने का कामकरता है। ( और पढ़े-स्मरण शक्ति बढ़ाने के तरीके )
8). मोतियाबिंद – केसर का सेवन आंखों को दुरुस्त रखता है। यह मोतियाबिंद को दूर करने में भी मदद करता है।
9). मसूड़ों की परेशानी – केसर मसूड़ों की परेशानी को भी दूरकरता है। यह मसूड़ों में सूजन और जख्मों को दूरकरता है। इसके साथ ही यह मुख और जीभ की तकलीफों से निजात दिलाता है।
10). हृदय रोग – ठंड की वजह से कफ की दिक्कत है या दिल की बीमारियों से दूर रहना चाहते हैं तो केसर का सेवन फायदेमंद है।
11). वीर्य वर्धक – केसर को दूध के साथ मिलाकर पीने से वीर्यशक्ति बढ़ती है और त्वचा का रंग गोरा होता है। ( और पढ़े- वीर्य वर्धक चमत्कारी 18 उपाय)
12). मासिक धर्म – केसर महिलाओं के लिए भी काफी फायदेमंद है। इससे उनका मासिक धर्म ठीक रहता है।
13). ल्यूकोरिया – केसर ल्यूकोरिया एवं हिस्टीरिया से पीड़ित महिलाओं को काफी फायदाकरता है।
14). गोरी संतान – माना जाता है कि केसर मिला दूध नवजात शिशु के जन्म से पूर्व उसकी मां को दिया जाए तो शिशु गोरा पैदा होता है।
15). जलने पर – कहीं चोट लग गई हो या फिर त्वचा जल गई हो तो केसर का लेप लगाने से काफी आराम मिलता है।
16). दिमाग को ठंडक – केसर को चंदन के साथ मिलाकर माथे पर लगाने से आंखों और दिमाग को ठंडक मिलती है और शरीर में स्फूर्ति रहती है।
17). तेज दिमाग – केसर का लेप लगाने से दिमाग तेज होता है।
18). सिर दर्द – सिर दर्द होने पर चंदन और केसर को मिलाकर सिर पर इसका लेप लगाने से राहत मिलती है। ( और पढ़े- सर दर्द के असरकारक घरेलू उपचार )
19). नकसीर – नकसीर होने पर चंदन के साथ केसर को मिलाकर लेप लगाने पर नाक से खून बहना बंद हो जाता है।
20). जुकाम – बच्चे को अगर सर्दी और जुकाम की समस्या हो तो केसर का दूध सुबह-शाम पिलाने से राहत मिलेगी।
21). एसिटिडी – केसर गैस और एसिटिडी से भी राहत दिलाता है और पाचन क्रिया को भी दुरुस्त रखता है। ( और पढ़े- एसिडिटी दूर करने के आसान घरेलू नुस्खे)
22). सर्दी – बच्चे की सर्दी अगर खत्म न हो रही हो तो उसकी नाक, माथे, छाती और पीठ पर केसर, जायफल और लौंग का लेप लगाने से फायदा होता है।
23). अतिसार – अतिसार होने पर केसर को जायफल, आम की गुठली, सोंठ के साथ घिसकर लेप लगाने से फायदा होता है। ( और पढ़े- दस्त रोकने के 33 घरेलु उपाय )
24). हिस्टीरिया – हिस्टीरिया जैसी बीमारियों को नियंत्रितकरने में केसर का सेवन फायदेमंद होता है।
25). बलवर्धक – केसर को दूध के साथ पीने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है।
26). किडनी – किडनी और लिवर के लिए भी केसर काफी फायदेमंद होता है।
27). लिवर – यह ब्लैडर और लिवर की समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है और रक्त शुद्ध करता है।
28). आर्थराइटिस – आर्थराइटिस के मरीजों के लिए भी केसर बहुत लाभकारी है। यह जोड़ों के दर्द से राहत दिलाता है।
29). थकान – थकान को दूरकरने और मांसपेशियों को राहत पहुंचाने का कामकरता है।
30). अनिद्रा – अनिद्रा की शिकायत को दूरकरने में भी केसर काफी उपयोगी होता है। इसके साथ ही यह स्ट्रेस को भी दूरकरता है। रात को सोने से पहले दूध में केसर डालकर पीने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है।
केसर के दुष्प्रभाव : Kesar ke Nuksan in Hindi
इसकी हानियाँ निम्नलिखित हैं-
इसका अत्यधिक मात्रा मे सेवन होश गवाता है, भूख घटाता है, सिरदर्द पैदा करता है, खुजली, माँसपेशियों को हानिकारक है। शराब के साथ नशा करता है ।
(अस्वीकरण : दवा ,उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)