Last Updated on October 24, 2019 by admin
मुँहासों की चिकित्सा :
वात, कफ और खून के कोप(खराबी) से, जवानी में मुँह पर जो सेमल के काँटों के समान फुन्सियाँ होती हैं, उन्हें बोल-चाल की जुबान में ‘मुँहासे’ और संस्कृत में ‘मुखदूषिका’ कहते हैं। इनसे खूबसूरत चेहरा बदसूरत दीखने लगता है। बहुत लोग इस रोग की दवा तलाश किया करते हैं; अतः नीचे मुँहासे-नाशक दवाएँ लिखते है –
कील मुंहासे हटाने के आयुर्वेदिक उपाय और नुस्खे :
(१) जायफल, लालचन्दन और काली मिर्च–समान-समान ले कर पानी में पीस कर मुँह पर लेप करने से मुँहासे नष्ट हो जाते हैं।
(२) लालचन्दन और केसर को पानी में पीस कर लेप करने से मुँहासे नष्ट हो जाते हैं।
नोट-पके पिण्डालू का लेप करने से वात की गाँठ नष्ट हो जाती है।
(३) जवासे (Alhag) का काढ़ा करके, उसी से नित्य मुँह धोया करें।
(४) झड़बेरी के बेरों की राख कर लें। उस राख को पानी में मिला कर मुँह पर लेप करें।
(५) कलौंजी सिरके में पीस कर, रात को मुँह पर लगा कर सो जायँ। सवेरे ही उठ कर पानी से धो डालें। इस उपाय से, कई दिनों में मुँहासे और मस्से दोनों नष्ट हो जायेंगे।
(६) थोड़ा-सा कुचला पानी में भिगो दें। २-३ घण्टे बाद मल कर पानी-पानी छान लें और कुचला फेंक दें। फिर सफेद चिरमिटी(गुंजा) की गिरी और सेंधा नमक समान-समान लेकर, कुचल कर पानी में पीस कर मुँहासों पर लेप करें।
(७) केवल नरकचूर(कचूर) पानी में पीस कर मुँहासों पर लगायें।
(८) नीबू के रस में पीली कौड़ी पीस कर मिला दें। जब वह सूख जाय, और दूसरी कौड़ी पीस कर मिला दें। जब यह पिछली कौड़ी भी सूख जाय, इस मसाले को सवेरे-शाम मुँह पर मलें। मुँह साफ हो जायगा।
(९) सिरस (Shirish) की छाल और काले तिल समान-समान ले कर, सिरके में पीस कर मुँह पर लेप करें।
(१०) नरकचूर (कचूर) और समन्दर-झाग दोनों को पानी में महीन पीस कर, उबटन की तरह रोज लगायें।
(११) गाय के दूध में खुरफे के बीज पीस कर, उबटन की तरह रोज मलें और पीछे मुँह धो लें।
(१२) मँजीठ, लालचन्दन, मसूर, लोध(Lodhra) और लहसन की कोंपल इनको पानी के साथ महीन पीस कर, रात को मुँहासों पर लगा कर सो जायँ और सवेरे ही धो डालें।
(१३) लोध(Lodhra), धनिया और बच–इन तीनों को पानी में पीस कर मुँहासों पर लेप करें। परीक्षित है।
(१४) गोरोचन और काली मिर्च को पानी के साथ पीस कर मुँहासों पर लेप करें। परीक्षित है।
(१५) सरसों, बच, लोध और सेंधानमक–इनका लेप मुँहासों का नाश करने में अक्सीर है।
(१६) बच, लोध, सोंठ, पीपर और काली मिर्च इनको समान-समान लेकर, पानी में महीन पीस कर लेप करें। इससे मुँहासे निश्चय ही नष्ट हो जाते हैं। परीक्षित है।
(१७) तिल, बालछड, सोंठ पीपर, काली मिर्च और सफेद जीरा इनको समान-समान लेकर और महीन पीस कर मुख पर लेप करने से मुँहासे नष्ट हो जाते हैं। परीक्षित है।
(१८) सेमल(Bombax Ceiba) के काँटों को गाय के दूध में पीस कर लेप करने से मुँहासे तीन दिन में नष्ट हो जाते हैं।
(१९) बेर की गुठली की मींगी, मुलहटी और कड़वा कूट-इनको समान-समान ले कर, पानी में महीन पीसें और मुँह पर नित्य मलें।
(२०) अमलताश के वृक्ष की छाल, अनार की छाल, लोध, आमाहल्दी और नागरमोथा इन सबको बराबर-बराबर लेकर महीन पीस लें। फिर इसे पानी में मिला कर नित्य मुँह पर मला करें और सूखने पर धो डालें।
नोट – ऊपर बताये गए उपाय और नुस्खे आपकी जानकारी के लिए है। कोई भी उपाय और दवा प्रयोग करने से पहले आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह जरुर ले और उपचार का तरीका विस्तार में जाने।
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(दवा व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार सेवन करें)