Last Updated on July 21, 2024 by admin
विश्व के लगभग सभी देशों में शहद का उत्पादन होता है और आयुर्वेद व युनानी दवाओं में सदियों से शहद का विशेष महत्त्व है। आधुनिक युग में वैज्ञानिकों ने शहद को अनेक बीमारियों को दर करने के लिए रामबाण दवा माना है। वैज्ञानिकों ने संशोधन किया है कि शहद के साथ गरम मसालों में उपयोग आनेवाली दालचीनी के पाउडर का मिश्रण रोज़ लेने से अनेक रोगों में फायदा होता है।
अमेरिका, केनेडा व अन्य कई देशों में इस मिश्रण के बारे में बहुत कुछ लिखा गया है व उनसे कई प्रकार के रोग दूर होते हैं। यहाँ हम कुछ रोगों को दूर करने के उपायों को बताएंगे, जो शहद व दालचीनी पाउडर को लेने से दूर होते हैं। ( और पढ़े – दालचीनी के 79 अमृतमय औषधीय प्रयोग )
यह है दालचीनी और शहद सेवन करने के कमाल के फायदे (Honey And Cinnamon Benefits in Hindi)
1. सर्दी : जिन लोगों को बार-बार सर्दी होती है वे 1 चम्मच शहद लेकर उसमें 1/4 चम्मच दालचीनी पाउडर मिला दें। इस तरह दिन में तीन बार इसे लें। इससे खाँसी, सर्दी और गले की खराश भी दूर होती है। पाउडर व शहद मिलाकर चाट जाना है।
2. दाँतों में दर्द : दाँतों में दर्द होने पर 1 भाग दालचीनी पाउडर व 5 भाग शहद मिलाकर दाँतों पर धीरे-धीरे घिसें। इससे दाँतों के दर्द में आराम मिलेगा। जब तक दाँतों का दर्द कम न हो जाए तब तक दिन में तीन बार इसका प्रयोग करना है।
3. कोलेस्ट्रोल : थोड़े से चाय के पानी (इसमें दूध व शक्कर डालनी नहीं है सिर्फ चायपत्ती डालें।) में दो चम्मच शहद और 1/4 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर रोगी को पिलाएँ। इससे कोलेस्ट्रोल तुरंत कम होता है।
4. आर्थराइटिस : आर्थराइटिस या शरीर में कहीं पर भी दर्द है तो उसके लिए रोज़ सुबह ब्रश करने से पहले 1 कप गुनगुने पानी में 2 चम्मच शहद व 1/2 छोटी चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर रोज़ पीएँ। इससे जोड़ों का दर्द दूर होता है।
5. मालिश : 1 भाग शहद 2 भाग गुनगुना पानी और 1 चम्मच छोटीवाली दालचीनी पाउडर मिलाकर पेस्ट बनाएँ और जहाँ दर्द हो रहा है वहाँ पर धीरे-धीरे मालिश करें। कुछ समय रहने दें फिर पानी से साफ कर लें, आराम मिलेगा।
6. बालों का गिरना : जिन महिलाओं के बाल बहुत ज़्यादा गिरते हों, वे गर्म नारियल तेल में 1 चम्मच शहद, 1 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर बालों में लगाएँ। कुछ समय बाद बालों को धोएँ। इससे बाल गिरने कम हो जाएंगे।
7. पेट दर्द : सालों से वैद्य व हकीम अपच के लिए शहद व दालचीनी पाउडर का प्रयोग करते आ रहे हैं। पेट में दर्द होने पर 1/2 छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर, 1 चम्मच शहद मिलाकर लें। इससे अल्सर की समस्या भी दूर होती है।
8. पिंपल्स : महिलाओं को माहवारी के समय और युवा लड़कियों को मुँह पर कुछ फुसियाँ हो जाती है। उसके लिए 3 चम्मच शहद, 1 चम्मच बारीक की हुई दालचीनी पाउडर मिला लें, उसका पेस्ट बनाकर रोज़ रात को चेहरे पर लगाकर सोएँ। सुबह चने के आटे से या गर्म पानी से धो लें। इसी तरह 1 सप्ताह तक करना है, ज़रूर फायदा होगा।
9. त्वचा रोग : शरीर पर कहीं भी खुजली आ रही हो या स्केबीज, फोड़ा, फुंसी, त्वचा के कोई भी रोग हों उस पर शहद व बारीक किया हुआ दालचीनी पाउडर मिलाकर लगाना है। जहाँ पर तकलीफ है वहाँ दालचीनी पाउडर व शहद बराबर मात्रा में लेकर लगाना है। इसका प्रयोग रोज़ करना है। कुछ ही दिनों में त्वचा की समस्या में ज़रूर फायदा होता है।
10. वज़न कम करना : शरीर की चरबी कम करने के लिए शहद, दालचीनी का काढ़ा सबसे अच्छा काम करता है। रोज़ सुबह नाश्ते से पहले खाली पेट व रात को सोने से पहले काढ़ा पीने की आदत डालनी चाहिए।
1/2 छोटा चम्मच दालचीनी, 2 कप पानी में डालकर उबालें, जब आधा रह जाए तब उसमें 1 चम्मच शहद डालकर गुनगुना पीएँ। यह प्रयोग चालू ही रखना है, इससे शरीर से चरबी का भाग दूर होता है। साथ ही खान-पान में भी ध्यान रखना है। हो सके तो व्यायाम भी करना है।
11. कैंसर : जपान व ऑस्ट्रेलिया के संशोधन करने पर जो परिणाम आए हैं वे डॉक्टर हिरोकी ओवाटा बताते हैं कि यदि हड्डियों व पेट का कैंसर है तो रोगी को रोज़ दिन में तीन बार 1 चम्मच शहद व 1/2 छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर मिक्स करके देना है। 1 महीने तक देने के बाद चेकअप करवाने से फायदा होता है। इसे आगे भी चालू रखना है, डॉक्टर की दवा बंद नहीं करनी है।
12. थकान : डॉक्टरों के नए संशोधन से परिणाम आए हैं कि शहद में जो शक्कर है वह नुकसान नहीं करती है बल्कि शरीर को शक्ति प्रदान करती है। वृद्धों को यदि रोज़ 1 चम्मच शहद, 1/4 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर दिया जाए तो शरीर में स्फूर्ति रहेगी व थकान नहीं लगेगी। 1 गिलास पानी में 1 चम्मच शहद, 1/4 चम्मच दालचीनी पाउडर डालकर ब्रश करने के दो घंटे बाद लें। इससे थकान कम लगती है, स्फूर्ति बनी रहती है। ( और पढ़े – शुद्ध शहद की पहचान और घरेलू नुस्खे )
दालचीनी और शहद के अन्य घरेलू नुस्खे और उपयोग :
- खाना खाने के पहले 2 चम्मच शहद, 1/4 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर लेने से एसिडिटी की समस्या दूर होती है। खाना भी अच्छे से पचता है। यदि किसी व्यक्ति को फ्ल्यू हो गया है तो मिश्रण देने से ज़रूर फायदा होता है। इसका काढ़ा भी दे सकते हैं। 1/2 चम्मच चायपत्ती लेकर 3 कप चाय बनाएँ, उसमें दूध व शक्कर नहीं डालनी है। फिर उसमें 4 चम्मच शहद, 1 चम्मच दालचीनी पाउडर डालकर उसे 1 कप रहने तक उबालें। इसे दिन में तीन बार लें। इससे वृद्धावस्था ज़ल्दी नहीं आती है।
- शहद + दालचीनी पाउडर नियमित रोज़ लेने से रोगप्रतिरोधक शक्ति बढ़ती है।
- जिन व्यक्तियों को हृदय की बीमारी है उन्हें भी यह मिश्रण लेना चाहिए। यह चरबी को पिघलाता है। इससे हृदय रोग से बचाव होता है। शहद व दालचीनी पाउडर लेने से खून की नलियों को रफ व कड़क होने से बचाता है।
- जिन व्यक्तियों को कब्ज़ियत की शिकायत है वे सुबह गुनगुने पानी में शहद लें व रात को गुनगुने दूध में 2 चम्मच शहद डालकर पीएँ।
- यदि पेट को कम करना है तो 1 गिलास गुनगुने पानी में 1 चम्मच दालचीनी पाउडर + 1 नींबू काटकर डालें। 10 मिनट रहने दें, फिर छानकर पी जाएँ। यह प्रयोग लगातार करें।
- दालचीनी पाउडर + शहद में नारियल के 2 छोटे टुकड़े डालें।
- साथ ही गुड़ के भी टुकड़े डालें। सभी चीजें अंदाज से लेनी है। फिर सभी को चबा-चबाकर खाना है। इससे अस्थमा में फायदा होता है।
- घुटनों के दर्द में रोज़ दालचीनी + गुड़ + सौंठ का काढ़ा बनाकर पीने से लाभ होगा।
- जिन लोगों को रात को नींद न आने की समस्या है वे रोज़ रात को गर्म दूध में १ चम्मच दालचीनी पाउडर डालकर पीएँ।
- हिचकी बंद न हो रही हो तो शहद 1 चम्मच व थोड़ा सी चुटकीभर दालचीनी पाउडर मिलाकर लेने से फायदा होता है।
- विद्यार्थियों के लिए 1 गिलास दूध के साथ 1/4 छोटा चम्मच दालचीनी मिलाकर देने से एकाग्रता बढ़ती है। साथ ही यादशक्ति भी बढ़ती है।
- दालचीनीवाला दूध पीने से बालों की समस्या दूर होती है। साथ ही त्वचा को भी फायदा होता है।
- बहुत ज़्यादा खाँसी हो या खाँसी बहुत पुरानी हो गई है तो 1 कप कॉफी बनाएँ, उसमें दूध व शक्कर न डालें । उस गुनगुनी कॉफी में 2 चम्मच शहद + एक चुटकीभर दालचीनी डालकर धीरे-धीरे घुट-घूट पीएँ। बहुत फायदा होगा। कफ यदि हो गया है तो उसमें भी फायदा होता है।
- जिन स्त्रियों को बच्चे न रहे हों उन्हें रात को सोते समय 2 चम्मच शहद लेना है।
- दिन में शहद व दालचीनी पाउडर बराबर मात्रा में लेकर दाँतों के मसूड़ों पर लगाएँ। धीरे-धीरे वह मुँह के द्वारा शरीर में जाएगा यह दिन में 2-4 बार करें।
ऊपर लिखे सभी प्रयोगों को करने से यदि आपको कोई तकलीफ हो जैसे ज़्यादा एसिड बनना या युरिन में जलन हो तो प्रयोग बंद करें। साथ ही डॉक्टर की सलाह लेकर प्रयोग करें।
अस्वीकरण: इस लेख में उपलब्ध जानकारी का उद्देश्य केवल शैक्षिक है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं ग्रहण किया जाना चाहिए। कृपया किसी भी जड़ी बूटी, हर्बल उत्पाद या उपचार को आजमाने से पहले एक विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें।