Last Updated on February 5, 2023 by admin
दोहरी दृष्टि (डिपलोपिया) रोग क्या है ? :
डिपलोपिया रोग से पीड़ित रोगी को एक ही वस्तु दो-दो दिखाई देती है। यह निम्न प्रकार की होती है-
- बाइनोकुलर डिप्लोपिया- किसी एक वस्तु के दोनों आंखों में से प्रत्येक के द्वारा एक अलग प्रतिबिंब का बोध होना।
- वर्टिकल डिप्लोपिया- ऐसी द्वि-दृष्टिता जिसमें एक ही लम्बवत तल में एक प्रतिबिंब दूसरे के ऊपर प्रकट होता है।
- मोनोकलर डिप्लोपिया, यूनोकुलर डिप्लोपिया– एक आंख के द्वारा उत्पन्न डिप्लोपिया।
- डाइरेक्ट डिप्लोपिया, होमोनिमस डिप्लोपिया- ऐसी द्वि-दृष्टिता जिसमें दांये हाथ की ओर का प्रतिबिम्ब दाईं ओर तथा बांये हाथ की ओर का प्रतिबिम्ब बाईं ओर प्रकट होता है।
- क्रास्ड डिप्लोपिया, हीटरोनीमस डिप्लोपिया– ऐसी द्वि-दृष्टिता जिसमें दांये हाथ की ओर का प्रतिबिम्ब बाईं ओर तथा बांये हाथ की ओर का प्रतिबिम्ब दाईं ओर प्रकट होता है।
दोहरी दृष्टि (डिपलोपिया) का होम्योपैथिक इलाज :
एक वस्तु के स्थान पर दो वस्तुओं का दिखाई देना पर विभिन्न औषधियों के द्वारा उपचार –
1. कॉस्टिकम :
यदि रोगी किसी वस्तु को देखने के लिए आंखों को दाईं तरफ घुमाता है तो उसे एक के दो दिखाई देते हैं। इस प्रकार के लक्षण को ठीक करने के लिए कॉस्टिकम औषधि की 30 शक्ति की मात्रा का प्रयोग करना चाहिए।
2. जेल्सीमियम :
यदि कोई रोगी किसी वस्तु को देखने के लिए दाईं या बाईं किसी भी तरफ मुंह घुमाता है तो वस्तु दो दिखाई देती लेकिन सीधा मुंह रखने से ठीक दिखाई देती है। ऐसे लक्षण को ठीक करने के लिए जेल्सीमियम औषधि की 30 शक्ति की मात्रा का प्रयोग करने से लाभ मिलता है।
3. सेनेगा :
इस रोग से पीड़ित रोगी यदि अपने दोनों आंखों से देखे तो उसे एक वस्तु दो दिखाई देती हैं लेकिन एक आंख से देखे तो ठीक दिखाई दे तो इस प्रकार के लक्षणों को ठीक करने के लिए सेनेगा औषधि की 30 शक्ति की मात्रा का सेवन करना चाहिए।
(अस्वीकरण : दवा को डॉक्टर की सलाहनुसार उपयोग करें)