Last Updated on February 18, 2023 by admin
बच्चे के बेहोश होने पर होम्योपैथिक इलाज (Bacche ke Behosh Hone per Homeopathic Ilaj)
बच्चों के बेहोशी रोग में औषधियों का प्रयोग :-
- बच्चों में विभिन्न कारणों से बेहोशी उत्पन्न होती है। बच्चे को अधिक जोर से चोट लगने, अधिक धूप लगने के कारण, ओस या खराब हवा लगने के कारण, दूषित चीजों का सेवन करने के कारण तथा खून का स्राव होने के कारण। बेहोशी की स्थिति में अधिक देर तक रहने से कभी-कभी परिणाम गम्भीर हो जाता है। इसलिए ऐसी स्थिति में बच्चे का उपचार जल्दी करना चाहिए।
- यदि बच्चे के स्नायुओं में चोट लगने या शरीर का अंग कट जाने के कारण दांती (बेहोशी) उत्पन्न हुआ हो तो बच्चे को हाइपेरिकम औषधि की 1x या 200 शक्ति देना अधिक लाभकारी होता है।
- कभी-कभी ठण्ड के मौसम में बच्चे गर्म कपड़े पहने बिना ही घूमने निकल जाते हैं जिससे ठण्डी हवा लग जाने के कारण दांती (बेहोशी) उत्पन्न हो जाती है।
- सिर पीछे की ओर झुक जाने या शरीर के एक ओर झुक जाने पर बच्चे को साइक्यूटा औषधि की 6 शक्ति देने से लाभ होता है।
- यदि बच्चे को दांती लगी हो और जबड़े इधर-उधर हिलते हो तो बच्चे को जेलसिमियम औषधि की 3 शक्ति देनी चाहिए।
- स्नायविक दौर्बल्य या अजीर्ण की वजह से दांती लगने पर नक्स-वोमिका औषधि की 3 शक्ति का प्रयोग करना चाहिए।
- बच्चे के शरीर से किसी कारण से खून निकल जाने के कारण यदि बच्चे को दांती लग गया हो तो हैमामेलिस औषधि की 1x का सेवन कराना हितकारी होता है। यदि बच्चा औषधि को निगल नहीं सकता हो तो उसे सुंघाने से भी लाभ होता है।
(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)