Last Updated on April 17, 2023 by admin
निद्रा संबंधी रोग का होम्योपैथिक इलाज (Sleeping Disorder ka Homeopathic Ilaj)
- निराशा, लगातार सोचता है, इसलिए सोने में असमर्थता ― प्लंबम मेटलिकम-30 दिन में तीन बार ।
- हलकी नींद सोना, हलकी सी आवाज से भी उठ जाना, छोटे-छोटे चरणों में सोना, रात में तीन बजे ठीक से सो पाना, से भरपूर नींद, काफी देर से उठना ― सल्फर-200 सुबह में एक खुराक लें।
- नींद न आना, किसी भी घटना की शुरुआत या घटने से पहले उसके बारे में सोचने के कारण ― जेलसीमियम-30 हर छह घंटे पर ।
- नींद न आना, दूर की आवाजों (जैसे चर्च या मंदिर की घंटियों की आवाज, कुत्तों के भौंकने या निकट की आवाजों, जैसे दरवाजा खुलना आदि) के कारण दिमाग में विभिन्न विचारों और मानसिक व यौन उत्तेजना के कारण ― कॉफीया क्रूडा-30 हर छह घंटे पर लें।
- स्नायुओं की उत्तेजना के कारण नींद न आना ― वेलेरियाना-6 दिन में तीन बार ।
- मध्य रात्रि से पहले नींद न आना ― साइनिनम आर्सेनिकम-6 दिन में तीन बार ।
- नींद न आना, क्योंकि रोगी पिछली घटनाओं के बारे में गहराई से सोचता रहता है — नेट्रम मुरिएटिकम-30 हर छह घंटे पर
- पेट के बल सोना — मेडोराइनम-200 की एक खुराक लें।
- बाधित नींद, कई चरणों में आती है, प्रेम-संबंधों के बारे में सपना देखता है, सोने के बाद अच्छा महसूस करता है — फॉस्फोरस-30 की एक खुराक ।
- नींद के दौरान साँस लेने में परेशानी — डिजीटेलिस पी-30 दिन में दो बार ।
- नींद के दौरान अचानक उठ जाना और तुरंत बिस्तर छोड़ देना — लैकेसिस-30 की एक खुराक रोजाना ।
- नींद के दौरान बिजली के झटके जैसा एहसास होना — आर्जेंटम मेटलिकम-30 की एक खुराक प्रतिदिन ।
- हलकी नींद, हलकी सी आवाज से जग जाना और फिर सोने का प्रयास करना — सेलेनियम-30 दिन में दो बार।
- थकाऊ नींद, जगने पर अधिक थका हुआ महसूस करना — मैग्नीशिया कार्बोनिकम-30 की एक खुराक, लेकिन जल्दी-जल्दी न दुहराएँ ।
- अत्यधिक उनींदापन, भोजन के दौरान या बाद में — काली कार्बोनेट-30 दिन में दो बार।
- अधिक उनींदापन — ओपियम-30 सुबह-शाम ।
- तीव्र श्रवण शक्ति के कारण सोने में परेशानी, हलकी सी आवाज के कारण नहीं सो पाना — ओपियम-30 दिन में दो बार।
- अनिद्रा, कुछ दिनों तक राहत के बाद फिर-फिर होना — एनाकार्डियम – 6 दिन में तीन बार लें।
- अनिद्रा, दिमाग में विचार भरे होने के कारण — साइप्रिडियम क्यू पानी में दो बूँदें, दिन में तीन बार या 6 पोटेंसी, दिन में तीन बार छह घंटे के अंतराल पर ।
- अनिद्रा, उनींदेपन के लक्षणों के साथ — केमोमिला 6 या 30 सुबह में एक खुराक, इसके बाद हर दो या तीन घंटे के
- अंतराल पर, यदि यह मानसिक कारणों से हैं तो — कॉफीया-30 एक खुराक हर चार घंटे पर लें।
- अनिद्रा, बेचैनी, दिमाग और शरीर के अधिक परिश्रम के कारण, बीमार की सेवा करने या मित्र को खोने के कारण — नाइट्रिक एसिड-30 की एक खुराक रोजाना ।
- अनिद्रा, कॉफी के अत्यधिक सेवन के कारण — नक्स वोमिका-200 की रात में एक खुराक ।
- अनिद्रा, भय के कारण — एकोनाइट-30 दिन में दो बार।
- अनिद्रा, खुशी के कारण — कॉफीया-30 दिन में तीन बार ।
- अनिद्रा, पारिवारिक समस्याओं या बिजनेस में नुकसान या स्नायविक कमजोरी के कारण — एंब्रा ग्रीसिया ।
- अनिद्रा, बिना किसी कारण के— ग्रेटियोला ऑफिसिनेलिस-30 या हायोसिएमस-30 दोनों दिन में तीन बार लें।
- अनिद्रा, बच्चों में — साइप्रिपेडियम-30 बारह घंटे पर दें।
- अनिद्रा, बुरी खबर से या दिमागी काम करनेवालों और बेचैन रहनेवाले लोगों में — जेलसीमियम-30 हर छह घंटे पर ।
- अनिद्रा, चिड़चिड़े और जल्दी उत्तेजित हो जानेवाले लोगों में, व्यापारिक समस्याओं के कारण — हायोसिएमस नाइग्रा-30 हर छह घंटे पर ।
- अनिद्रा, सोते समय बेचैनी, मानसिक और शारीरिक मेहनत के कारण — कोका- 30 हर छह घंटे पर ।
- अनिद्रा, शारीरिक व मानसिक उत्तेजना के कारण आँखों को बंद करने में असमर्थ — कॉफीया क्रूडा-30 हर छह घंटे पर ।
- अनिद्रा, कभी-कभी अधिक नींद आना — एनाकार्डियम-30 दिन में तीन बार खाएँ ।
- अनिद्रा, स्नायविक कमजोरी और पेशी-संकुचन के कारण — वेलेरियाना क्यू पानी में दस बूँदें, रात में सोने के लिए जाने से पहले।
- अनिद्रा, स्नायविक कमजोरी, पेशी संकुचन और दमा के कारण — पैसीफ्लोरा क्यू पानी में दस बूँदें, रात में सोने के लिए जाने से पहले।
(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)