कौंच बीज के 16 चमत्कारी फायदे : Kaunch Beej ke Fayde aur Nuksan in Hindi
कौंच क्या है ? kaunch in hindi यह शिम्बी लता जाति की एक वनौषधि है जो किसी पेड़ के सहारे बढ़ती है। इसकी फलियों के ऊपर रोआं होता है जिसके स्पर्श से बहुत तेज़ खुजली …
कौंच क्या है ? kaunch in hindi यह शिम्बी लता जाति की एक वनौषधि है जो किसी पेड़ के सहारे बढ़ती है। इसकी फलियों के ऊपर रोआं होता है जिसके स्पर्श से बहुत तेज़ खुजली …
शंख प्रक्षालन क्रिया विधि : shankhaprakshalana in hindi इस क्रिया का अभ्यास प्रात:काल ही किया जाता है। सुबह उठते ही दंतमंजन आदि से मुख-शुद्धि करके शौच जाने से पहले डेढ़ सेर पानी गर्म करके उतार …
चित्रकादि वटी क्या है ? chitrakadi vati in hindi चित्रकादि वटी एक आयुर्वेदिक दवा है जो एनोरेक्सिया और अपचन के आयुर्वेदिक उपचार में प्रयोग की जाती है। यह पाचन शक्ति में सुधार करता है। इसका …
वास्तु टिप्स / वास्तु शास्त्र टिप्स इन हिंदी : Vastu Tips for Home 1- भूमि-पूजन व भूमि परीक्षण के बगैर भवन निर्माण ‘मरघट’ के समान दोष उत्पन्न करता है। 2- शुद्ध व स्वच्छ जल से …
बड़ी उम्र वालों की तरह शिशु किसी प्रकार की मानसिक चिन्ता, घुटन या तनाव का अनुभव नहीं करते इसलिए उनके रोने के कारण मानसिक नहीं , सिर्फ शारीरिक ही होता है और कष्ट भी शारीरिक …
अर्जुनारिष्ट क्या है ? arjunarishta in hindi अर्जुनारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवा है। अर्जुनारिष्ट का उल्लेख सुप्रसिद्ध आयुर्वेदिक ग्रन्थ भैषज्य रत्नावली के हृदयरोग चिकित्सा प्रकरण में पार्थरिष्ट के नाम से मिलता है। इस ग्रन्थ के अनुसार …
महात्रिफलादि घृत क्या है ? maha triphaladi ghrita in hindi महात्रिफलादि घृत एक आयुर्वेदिक दवा है। इसके सेवन से नेत्र ज्योति बढ़ती है , यह दिमागी ताकत देनेवाली एवं उदर शुद्धि करने वाली दिव्य औषधि …
सारस्वतारिष्ट क्या है ? (What is Saraswatarishta in Hindi) सारस्वतारिष्ट एक आयुर्वेदिक दवा है। इसके सेवन से स्मरण शक्ति ,बुद्धि, बल ,और कांति में वृद्धि होती है। यह आसव हृदय को पुष्ट करने वाला चित्त …
आरोग्यवर्धिनी वटी क्या है ? arogyavardhini vati in hindi आरोग्यवर्धिनी वटी एक आयुर्वेदिक दवा है। इसका उपयोग सूजन, हृदय रोग, पाण्डु रोग, जलोदर, पाचन शक्ति बढाने, कुष्ठ रोग आदि के आयुर्वेदिक उपचार में प्रयोग किया …
ग्रह : रोग एवं दुर्घटनायें विभिन्न ग्रह विभिन्न प्रकार के रोगों आदि की उत्पत्ति के कारक का काम करते हैं। इनके क्षेत्र एवं प्रभाव इस प्रकार हैं १. सूर्य ग्रह के रोग और अशुभ प्रभाव …