क्या आप जानते है आहार से जुडी इन महत्वपूर्ण बातों को ?
घी, दूध, मूँग, गेहूँ, लाल साठी चावल, आँवले, हरड़े, शुद्ध शहद, अनार, अंगूर, परवल – ये सभी के लिए हितकर हैं। अजीर्ण एवं बुखार में उपवास हितकर है। दही, पनीर, खटाई, अचार, कटहल, कुन्द, मावे …
घी, दूध, मूँग, गेहूँ, लाल साठी चावल, आँवले, हरड़े, शुद्ध शहद, अनार, अंगूर, परवल – ये सभी के लिए हितकर हैं। अजीर्ण एवं बुखार में उपवास हितकर है। दही, पनीर, खटाई, अचार, कटहल, कुन्द, मावे …
अधिकांश लोग भोजन की सही विधि नहीं जानते। गलत विधि से गलत मात्रा में अर्थात् आवश्यकता से अधिक या बहुत कम भोजन करने से या अहितकर भोजन करने से जठराग्नि मंद पड़ जाती है, जिससे …
प्रातःकाल सूर्योदय से पूर्व उठकर शौच-स्नानादि से निवृत्त हो जाना चाहिए। निम्न प्रकार से विधिवत् स्नान करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। स्नान करते समय 12-15 लीटर पानी बाल्टी में लेकर पहले उसमें सिर डुबोना …
दोहरी दृष्टि (डिपलोपिया) रोग क्या है ? : डिपलोपिया रोग से पीड़ित रोगी को एक ही वस्तु दो-दो दिखाई देती है। यह निम्न प्रकार की होती है- बाइनोकुलर डिप्लोपिया- किसी एक वस्तु के दोनों आंखों …
फोटोफोबिया (रोशनी न सह सकना) का होम्योपैथिक इलाज : रोशनी न सह सकना (प्रकाश संवेदनशीलता) रोग की विभिन्न औषधियों से चिकित्सा :- 1. बेलाडोना : आंखें लाल हो जाती है, खुश्क रहती है, उसमें …
नाक को रोगरहित रखने के लिये हमेशा नाक में सरसों या तिल आदि तेल की बूँदें डालनी चाहिए। कफ की वृद्धि हो या सुबह के समय पित्त की वृद्धि हो अथवा दोपहर को वायु की …
गुणों की दृष्टि से बहुत अधिक लाभकारी है। गर्मी के मौसम में नींबू का शरबत बनाकर पिया जाता है। नींबू का रस स्वादिष्ट और पाचक होने के कारण स्वास्थ्य के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुआ …
पीपल के पेड़ की लकड़ी का मेधाशक्तिवर्धक प्रमाण शास्त्रों में वर्णित है। पीपल की पुरानी, सूखी लकड़ी से बने गिलास में रखे पानी को पीने से अथवा पीपल की लकड़ी का चूर्ण पानी भिगोकर छना …
गाय के घी के फायदे : Gay ke Ghee ke Fayde ☛ गाय का घी गुणों में मधुर, शीतल, स्निग्ध, गुरु (पचने में भारी) एवं हृदय के लिए सदा पथ्य, श्रेयस्कर एवं प्रियकर होता है। …
दूध में जोरन (थोड़ा दही) डालने से दही के जीवाणु बड़ी तेजी से बढ़ने लगते हैं और वह दूध 4-5 घंटों में ही जमकर दही बन जाता है। दही में पानी डालकर मथने पर मक्खन …