गाय के देसी शुद्ध घी के फायदे और नुकसान | Cow Ghee Benefits and Side Effects in Hindi

Last Updated on August 20, 2020 by admin

क्‍या आप जानते हैं?

भारत वर्ष में गाय को माता का स्थान दिया जाता है, उसे पूजा भी जाता है। इन सभी के पीछे बहुत से कारण है। कहते हैं कि गाय की कमर पर रोज़ हाथ फेरने से उच्च रक्तचाप की समस्या दूर होती है। गाय हमेशा देसी होनी चाहिए। गाय का मूत्र, दूध, गोबर और घी सभी का अपना अलग महत्त्व है। वर्षों से भारत वर्ष इन सभी का प्रयोग स्वास्थ्य के लिए किया जाता है व इसके फायदे भी बहुत होते हैं।

आज हम अपने रसोईघर में तेल व घी दोनों का प्रयोग करते हैं, परंतु तेल से ज़्यादा घी हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। गाय के शुद्ध घी का प्रयोग हमें ज़रूर करना चाहिए, उसके कई फायदे हैं।

गाय के घी का प्रयोग कैसे करें ? (How to use Cow Ghee in Hindi)

gaay ke ghee ka prayog kaise kare –

गाय के घी को नाक में डाल सकते हैं, घी का प्रयोग किसी वस्तु में मिलाकर ले सकते हैं। शरीर के बाहरी भाग पर लगाकर भी प्रयोग किया जा सकता है। रसोई में खाने में भी इसका प्रयोग किया जा सकता है।

गाय के घी के फायदे (Benefits of Cow Ghee in Hindi)

cow ghee ke fayde –

गाय के घी के कई फायदे हैं, परंतु घी हो सके तो देसी गाय का ही होना चाहिए। इसके निम्न फायदे हैं।

गाय के घी का लाभ वातावरण शुद्धि के लिए (Cow ghee for Environmental purification in Hindi)

हवन में गाय के शुद्ध घी का प्रयोग होता है, जिससे वातावरण शुद्ध होता है। गाय का घी ऑक्सीजन का बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है।

गाय के घी के फायदे खाँसी में (Cow ghee for Cough in Hindi)

  • गाय के पुराने घी से बच्चों की छाती पर मालिश करने से कफ या बलगम बाहर आ जाता है।
  • गाय के घी में इलायची, सैंधव नमक, घी और शहद मिलाकर चाटने से खाँसी व कफ दूर होता है।

घी का प्रयोग आँखों की ज्योति बढ़ाने में (Benefits of Cow Ghee for Eyes in Hindi)

  • गाय का घी 1 चम्मच, बुरा 1चम्मच, 1/4 चम्मच काली मिर्च पाउडर तीनों को मिलाकर सुबह खाली पेट व रात को सोने से पहले चाटकर बाद में गरमा-गरम दूध पीना है। इससे आँखों की ज्योति बढ़ती है।
  • 160 ग्राम त्रिफला पाउडर, 100 ग्राम सौंफ पाउडर घी के साथ मिलाकर 1-1चम्मच सुबहशाम लेना है, इससे आँखों की ज्योति बढ़ती है।
  • यदि आँख लाल हो रही है तो गाय का घी आँखों में लगाने से लाली दूर होती है।

गाय के घी से मालिश त्वचा रोगों के लिए लाभप्रद (Clarified Butter Benefits for Skin Diseases in Hindi)

  • गाय के घी को 100 बार ठंढे जल में फेटकर तैयार करें। इससे त्वचा के रोग दूर होते हैं। सोराइसिस जैसे रोग भी मिटते हैं।
  • गाय के घी की मालिश करने से चमड़ी के रोग दूर होते हैं. साथ ही रक्तपित्त जैसे रोग भी दूर होते हैं।

देसी गाय का घी कोलेस्ट्रोल नियंत्रण में उपयोगी (Desi Ghee Benefits for Cholesterol Control in Hindi)

गाय के घी का सेवन करने से कोलेस्ट्रोल नहीं बढ़ता है। व्यक्ति का वज़न भी बराबर रहता है
वरन यह घटाने में भी सहयोग करता है।

कमज़ोरी मिटाने में घी है लाभदायक (Ghee Benefits for Weakness in Hindi)

  • कमज़ोर व्यक्ति का वज़न संतुलित रहता है, कमज़ोर व्यक्ति को रोज़ 1 गिलास गाय के दूध में 1 चम्मच घी व मिश्री मिलाकर देने से व्यक्ति बलवान बनता है।
  • 5 खजूर के टुकड़े करके घी में डालकर खाने से कमज़ोरी दूर होती है, शक्ति आती है व वज़न भी बढ़ता है। यदि घी वाले खजूर चावल के साथ खाएँ तो और ज़्यादा फायदे होते हैं।

घी का उपयोग सिरदर्द के उपचार में (Desi Ghee Benefits for Migraine in Hindi)

  • सिरदर्द या मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति रोगियों के सिर पर मालिश करने से फायदा होता है।
  • दूध में घी मिलाकर पीने से आधी शीशी व सिरदर्द दूर होता है।

गाय के घी के औषधीय गुण करते हैं प्रदर रोग का इलाज (Pure Ghee Benefits for Leucorrhoea in Hindi)

  • स्त्रियों में प्रदर रोग की तकलीफ होने पर गाय का घी, काला चना पीसकर, शक्कर या बुरा मिलाकर लड्डू बनाकर खिलाएँ, साथ ही 1 गिलास दूध भी लें समस्या ज़रूर दूर होगी। पुरुषों को लड्डू खिलाने पर वे बलवान बनते हैं।
  • एक पके केले के साथ 3 ग्राम घी मिलाकर सुबह-शाम खाने से प्रदर रोग मिटता है।

गाय के घी का लाभ तलवों में जलन के लिए (Cow Ghee Benefits for Burning Sensation in Body in Hindi)

हाथ या पैरों के तलवे में जलन होने पर घी से मालिश करें, आराम मिलेगा।

गाय के घी के लाभ हिचकी में (Ghee Usage in Hiccup in Hindi

हिचकी न रुकती हो तो गाय का घी 1/2 चम्मच खिला दें, हिचकी रुक जाएगी।

गाय के घी के फायदे कब्ज़ में (Ghee for Constipation in Hindi)

जिन व्यक्तियों को कब्ज़ रहता हो उन्हें घी का सेवन रोज़ करना चाहिए। कब्ज़ की समस्या दूर होती है।

देसी गाय का घी एसिडिटी में उपयोगी (Desi ghee for Acidity in Hindi)

गाय के घी का सेवन करने से एसिडिटी दूर होती है।

घी है कैंसर के लिए फायदेमंद (Ghee Benefits for Cancer in Hindi

गाय के घी का सेवन करने से कैंसर जैसी समस्या को भी दूर किया जा सकता है। घी का सेवन करने से कैंसर नहीं होता है।

गाय के घी के गुण हृदय को मजबूत बनाने में (Cow Ghee Benefits for Heart in Hindi)

व्यक्ति को यदि हार्ट अटैक आया है तो वह गाय के घी का सेवन कर सकता है, इससे हृदय स्वस्थ व मज़बूत होता है।

आग से जलने पर घी का उपयोग लाभप्रद (Ghee Benefits for Burn in Hindi)

शरीर में किसी कारण से जलने के बाद फफोले हो जाते हैं, उन पर गाय का घी लगाने से ठंढक व आराम मिलता है।

देसी गाय का घी गठिया में उपयोगी (Cow Ghee Benefits for Arthritis in Hindi)

सर्दी के दिनों में गाय के घी में गुड़, मेथी का पाउडर मिलाकर लडू बनाकर खाने से कमर दर्द, संधिवात, जकड़े हुए शरीर के अंग, हाथ-पैरों में होनेवाली ऐंठन दूर होती है।

घी के फायदे हड्डियों को मजबूत बनाने में (Desi Ghee for Bones in Hindi)

गाय का घी सेवन करने से हड्डियाँ मज़बूत होती है।

गाय के घी के औषधीय गुण करते हैं टी.बी. का इलाज (Desi Pure Ghee for T.B in Hindi)

  • खजूर, द्राक्ष, शक्कर, घी व पीपर सभी को समान मात्रा में मिलाकर बोतल में रखें। रोज़ 24 ग्राम जितना लेना है। इसके लेने से टी.बी., टी.बी. की खाँसी व श्वास की तकलीफ भी दूर होती है।
  • पीसे हुए लहसुन में गाय का घी मिलाकर रोज़ खाने से टी.बी. की बीमारी में आराम मिलता है

घी का सेवन देता है पेशाब में जलन से राहत (Cow Ghee Benefits for Burning Urination in Hindi)

  • पेशाब में जलन होने पर या पेशाब रुक-रुककर आती है तो गाय के गर्म दूध में घी मिलाकर पीने से आराम मिलेगा।
  • आँवले के पाउडर में घी मिलाकर लेने से पेशाब की सभी तकलीफें दूर होती हैं।

गाय घी के गुण अरुचि में प्रभावी (Desi Ghee Benefits for Anorexia in Hindi)

खाने में अरुचि है तो घी के साथ थोड़ी सी हींग (मूंग के दाने जितनी) मिलाकर खाने से दूर होती है।

गाय के घी के फायदे त्वचा की सुंदरता में (Ghee for Skin Beauty in Hindi)

चने के आटे में पानी व थोड़ा सा घी मिलाकर शरीर व मुँह पर लगाने से त्वचा गोरी होती है व चमकदार बनती है।

देशी गाय के घी के फायदे तोतलापन के लिए (Cow Ghee Benefits for Stuttering in Hindi)

आँवले के पाउडर में घी मिलाकर खाने से तोतलापन दूर होता है।

नाक में घी डालने के फायदे (Benefits of Putting Ghee in Nose in Hindi)

naak me ghee dalne ke fayde –

nak me ghee kaise dale – गाय के शुद्ध घी को नाक में दो-दो बूंद सुबह व शाम डालने से कई बीमारियाँ दूर होती हैं। गाय के घी को जिस भी बोतल में भरा है उसका ऊपरवाला पानी जैसा भाग ही काम में लेना है, जमा हुआ या दानेदार घी काम में नहीं लेना है। यदि जम जाता है तो पिघलाकर ही नाक में डालना है।

गाय का घी जब भी नाक में डालें तो पलंग पर सोने के बाद साइड में सिर लटकाकर दो-दो बूंद डालना है और लंबी-लंबी साँस लेना है, जिससे घी सीधा दिमाग में चला जाएगा। यदि गले में आ जाता है तो घबराएँ नहीं। 1 मिनट इसी तरह सिर रखना है। फिर उठ जाना है। ध्यान रहे कि गाय का पतलावाला घी ही डालना है, जमा हुआ नहीं डालना है। स्वयं लेखक ने भी इसका प्रयोग किया है। इसके कई फायदे मिलते हैं।

  1. गाय के घी की 2 बूंद नाक में डालने से कान की समस्याओं में फायदा होता है, यदि कम सुनाई देता हो या कान के परदे में कोई तकलीफ है तो उसमें भी फायदा होता है।
  2. गाय के घी की 2 बूंद नाक में डालने से पागलपन दूर होता है।
  3. गाय के घी की दो बूंद नाक में डालने से शरीर में कोई भी तरह की एलर्जी हो तो वह खत्म होती है।
  4. गाय के घी की 2 बूंद नाक में डालने से लकवे जैसी बीमारी में फायदा होता है।
  5. गाय के घी को नाक में डालने से नाक की खुश्की दूर होती है, दिमाग तरोताज़ा होता है।
  6. यदि व्यक्ति कोमा में है तो उसके नाक में 2 बूंद डालने से व्यक्ति कोमा से बाहर आ जाता है।
  7. benefits of ghee for hair – यदि बाल झड़ रहे हैं तो इसका प्रयोग करने से बालों का झड़ना बंद हो जाएगा या कम हो जाएगा।
  8. वृद्ध लोगों को याद न रहने की समस्या रहती है, बच्चों को परीक्षा के दिनों में याद रहे इसके लिए नाक में घी डालने से याद रहता है व याददाश्त शक्ति बढ़ती है। साथ ही मानसिक शक्ति मिलती है।
  9. घी की 2-2 बूंद नाक में डालने से माइग्रेन की समस्या ठीक होती है।
  10. नाक में 2-2 बूंद घी डालने से वात, पित्त, कफ संतुलित रहता है, जिससे बीमारियाँ हमसे दूर रहती है।

गाय के घी के दुष्प्रभाव (Side Effect of Cow Ghee in Hindi)

आयुर्वेद मतानुसार, गाय के घी के ये नुकसान भी हो सकते है –

  • अधिक मात्रा में घी का सेवन करने से अपच या दस्त हो सकता है ।
  • जिगर में सूजन, पीलिया रोग के दौरान घी के इस्तेमाल से बचना चाहिये ।

दोषों को दूर करने के लिए : इसके दोषों को दूर करने के लिए नमक का उपयोग करना चाहिये ।

(अस्वीकरण : दवा,उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)

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