ढीली योनि को टाइट करने के हर्बल व घरेलू उपाय

Last Updated on March 16, 2023 by admin

योनि में ढीलापन :

        बढ़ती उम्र के अनुसार या बार-बार प्रसव (डिलीवरी) के कारण योनि की मांसपेशियों में शिथिलता आना स्वाभाविक ही है, जिससे भग (योनि) अपेक्षाकृत ढीले अनुभव होते हैं। ज्यादातर लोग गलत समझकर अपने दाम्पत्य जीवन को बिगाड़ देते हैं। इसलिए योनि संकोचन के बारे में ज्ञान होना जरूरी है।

योनि में आए ढीलेपन को दूर करने के सरल घरेलू उपाय: 

1. बैंगन: बैंगन को सुखाकर बारीक पीसकर योनि पर लगाने से योनि का ढीलापन दूर होता है।

2. वीर बहूटी: वीर बहूटी 5 ग्राम को लगभग 50 ग्राम देशी घी में मिलाकर योनि पर लगाने से लाभ मिलता है।

3. गूलर: गूलर की गूदे (गूंद) को बारीक पीसकर कपड़े से छान लें, फिर इस पीसे चूर्ण को शहद में मिलाकर योनि पर लगाकर रख दें। अन्त में सूखने के बाद हल्के गर्म पानी से धोने से योनि का ढीलापन दूर होता है।

4. आंवला:

  • आंवला (आमले) की छाल को 20 ग्राम की मात्रा में लेकर मोटा-मोटा पीसकर लगभग 250 मिलीलीटर पानी में डालकर पकायें, जब पानी आधा बच जाये तब ठण्डा करके योनि पर लगाने से योनि की शिथिलता या ढीलापन दूर हो जाता है।
  • आंवला (आमले) को पकाकर काढ़ा बनाकर रख लें। इस काढे़ को दही में मिलाकर योनि पर सुबह-शाम लगाने से लाभ मिलता है।

5. फिटकरी: फिटकरी 30 ग्राम और 10 ग्राम माजूफल को लेकर अच्छी तरह पीसकर चूर्ण बना लें, फिर इसी चूर्ण को मलमल के कपड़े में डालकर पोटली बनाकर सोने से पहले रात को योनि में रखने से योनि का ढीलापन दूर होकर सिकुड़ जाती है।

6. कत्था: कत्था, हरड़, जायफल, नीम के पत्ते और सुपारी को लेकर पीसकर पाउडर बना लें, फिर इसी चूर्ण को मूंग के जूस में पीसकर कपड़े से छानकर योनि के अन्दर रखने से योनि का पानी निकलना बन्द हो जाता है और योनि सिकुड़ जाती है।

7. माजूफल: माजूफल, शहद और कपूर को लेकर मिला लें, फिर इसे उंगुली की मदद से योनि में लगायें। इससे योनि की नसे सीधी हो करके योनि का ढीलापन दूर कर देता है।

8. कौंच: कौंच की जड़ का काढ़ा बनाकर थोड़े दिनों तक योनि को धोने (रगड़कर) से योनि सिकुड़ जाती है।

9. भांग: भांग की पोटली योनि के अन्दर 3 से 4 दिनों तक योनि में रखने से प्रसूता नारी की (100 प्रसूता स्त्री) की योनि काफी टाईट हो जाती है जैसे कन्या की योनि होती है।

10. फिटकरी: 2 ग्राम फिटकरी को 80 मिलीलीटर पानी में घोलकर योनि को धोने से योनि की आकृति कम यानी योनि सिकुड़ने लगती है।

11. बड़ी हरड़: बड़ी हरड़ का बीज और माजू को मिलाकर चूर्ण बनाकर रखें, फिर 20 मिनट के बाद मैथुन करने से योनि टाईट-सी लगती है।

12. हरड़: हरड़, धाय के फूल, बहेड़ा, आंवला, जामुन की छाल, लोहसार, घी और मुलहठी को एक साथ मिलाकर पीसकर चूर्ण बना लें, थोड़े दिनों तक योनि पर लेप लगाने से योनि काफी सख्त हो जाती है।

13. कमल: कमल की जड़ को पानी में पीसकर छोटी-छोटी गोलियां बनाकर सोते समय 1-1 गोली रखने से योनि सिकुड जाती है।

14. बीरबहूटी: बीरबहूटी को अच्छी तरह पीसकर बने चूर्ण को स्त्रियां अपने योनि (कामेन्द्रिय) पर रखने से योनि संकोचन होता है।

15. मैनफल:

  • मैनफल और कथनसार को बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह पीसकर शहद में मिलाकर योनि पर लेप करने से योनि का ढीलापन दूर होता  है।
  • मैनफल, मुलहठी और कपूर को बराबर मात्रा में लेकर अच्छी तरह पीसकर बारीक चूर्ण को मलमल के कपड़े में रखकर स्त्री अपनी योनि में रखें, तो कुछ ही दिनों में ढीली तथा फैली हुई योनि संकुचित हो जाती है।

16. बेल: बेल के पत्ते, कुल्थी, गोरोचन और मैनसिल को बराबर मात्रा में लेकर तांबे के बर्तन में रखकर 7 दिनों तक तेल में पका लें, फिर 8वें दिन इसे भग (योनि) पर लेप करने से योनि सिकुड़ जाती है।

17. इमली: इमली के बीजों की गिरी (गुठली) को पीसकर सुबह-शाम को योनि पर लगाने या मालिश करने से भग (योनि) सिकुड़कर तंग हो जाती है।

18. जामुन: जामुन की जड़ की छाल, लोध्र और धाय के फूल को बराबर मात्रा में लेकर शहद में मिलाकर योनि की मालिश करने से योनि संकुचित हो जाती है।

19. समुद्रफेन: समुद्रफेन (समन्दर झाग) और हरड़ के बीजों की गुठली (गिरी) को बराबर मात्रा में लेकर बारीक चूर्ण बनाकर योनि में रखने से योनि की शिथिलता यानी ढीलापन कम हो जाता है।

20. अनार: अनार की छाल, कूठ, धाय के फूल, फिटकरी का फूला, माजूफल, हाऊबेर और लोध्र को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर बने चूर्ण को शराब में मिलाकर योनि पर लेप करने से योनि सिकुड़ जाती हैं।

21. फिटकरी: बांझपन की तरह योनी में रूई का फाया रखे तथा फिटकरी पानी में घोलकर योनि को दिन में तीन बार धोएं। इससे योनि सिकुड़कर सख्त हो जाएगी और योनी का ढीलापन समाप्त हो जाएगा।

22. अशोक:

  • अशोक की छाल, बबूल की छाल, गूलर की छाल, माजूफल और फिटकरी समान भाग में पीसकर काढ़ा तैयार कर लें। इसे छानकर योनि में पिचकारी के माध्यम से प्रतिदिन रात्रि में पहुंचाएं। फिर एक घंटे बाद मूत्र त्याग करें। कुछ ही दिनों के प्रयोग से योनि तंग हो जाएगी।
  • अशोक की छाल, बबूल की छाल, गूलर की छाल, माजूफल और फिटकरी समान भाग में पीसकर 50 ग्राम चूर्ण को 400 मिलीलीटर पानी में उबालकर 100 मिलीलीटर काढ़ा तैयार कर लें, इसे छानकर पिचकारी के माध्यम से रोज रात को योनि में पहुंचाए, फिर मूत्रत्याग एक घंटे के पश्चात् करें। कुछ ही दिनों के प्रयोग से योनि तंग हो जायेगी।

23. अन्य उपचार: स्त्रियों को पेशाब करते वक्त बीच-बीच में पेशाब को रोककर छोड़ने से योनि की मांसपेशियों का व्यायाम होता रहता है जो योनि के संकोचन में लाभदायक सिद्ध होती है।

(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)

Leave a Comment

Share to...