डोक्साहेसाइनोस एसिड (डीएचए) के फायदे – Docosahexaenoic Acid (DHA) ke Fayde in Hindi

Last Updated on March 13, 2021 by admin

मनुष्य के मस्तिष्क का पूर्ण विकास ही मनुष्य के जीवन को दिशा देता है। बुद्धिमत्ता विकास उसकी सबसे अहम जरूरत है। जन्म के बाद पहले 5 वर्षों तक बुद्धि का सर्वाधिक विकास होता है। मस्तिष्क के विकास में सभी पौष्टिक तत्त्व, विटामिन, खनिज, क्षार आदि सभी का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है। हम विज्ञापन में देखते हैं कि 5 वर्षों तक के बच्चों के बुद्धि के विकास में डी. एच. ए. (DHA) अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। सामान्य इंसान इस डी. एच. ए. के विषय में भ्रमित होता है। क्या है यह डी. एच. ए., कहाँ से प्राप्त होता है, किन पदार्थों द्वारा पाया जाता है, इसके फायदे क्या हैं? वैद्यकीय क्षेत्र के लोगों के लिए यह जाना पहचाना है किंतु सामान्य इंसान के मन में अनेक प्रश्न हैं। इस लेख में हम डी. एच. ए. के विषय में संक्षेप में जाननेवाले हैं।

डोक्साहेसाइनोस एसिड (डीएचए) क्या है ? (What is Docosahexaenoic Acid (DHA) in Hindi )

डी. एच. ए. एक जरूरी वसा है। डी. एच. ए. यानी docosahexaenoic acid यह ओमेगा-3 पॉलीसॅच्युरेटेड फैटी ऐसिड है, जो शरीर के हर कोशिकाओं के विकास में बहुत ही महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है । उम्र के शुरुआती वर्षों में इसकी पूर्ति आवश्यक होती है, जिससे हमारा शरीर बढ़ने और विकसित होने में सहायता होती है। डी. एच. ए. हर कोशिकाओं के कोशिकाओं को सशक्त, स्वस्थ तथा लचीला रखने में सहायता प्रदान करता है।

डोक्साहेसाइनोस एसिड (डीएचए) के आहार श्रोत (Docosahexaenoic Acid (DHA) Rich Foods in Hindi)

डी. एच. ए. की प्राप्ति किन पदार्थों से होती है ? –

  • डी. एच. ए. समुद्री वनस्पतियों में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होती है। जन्म के बाद सबसे पहले माता के दूध से इसकी पूर्ति होती है। उसके बाद हम जो अन्न सेवन करते हैं उनमें से कुछ अन्न से इसकी पूर्ति होती है।
  • उबले सोयाबीन और अलसी (flax seed) में इसका प्रमाण अच्छा होता है, अखरोट से भी यह उपलब्ध होता है।

डोक्साहेसाइनोस एसिड (डीएचए) की शरीर में उपयोगिता (Docosahexaenoic Acid (DHA) Uses Benefits in Hindi)

  • मस्तिष्क का सही विकास ।
  • यह कार्टीलेज को खत्म करनेवाले इन्जाइम्स को नष्ट करता है।
  • सूजन और जलन को कम करता है।
  • यह नसों के कार्य को सहायता करता है।
  • संवेदक अवयवों को सहायक होता है।
  • हड्डियों की घनता को बढ़ाता है।
  • सीखने की क्षमता को बढ़ाता है।
  • मांस पेशिओं में ऐठन और असामान्य गति से हृदय की सिकुडन को कम करता है।
  • खून में का ट्रायग्लीसराइड कम करता है।
  • स्मरणशक्ति बढ़ाता है।
  • निराशा कम करता है।
  • अल्झायमर्स को रोकने में सक्षम ।
  • बच्चों का आय. क्यू. बढ़ता है।
  • डी. एच. ए. पूर्ण शरीर के विकास में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान देता है और बहुत से रोगों से बचाव करता है, जो मृत्यु के जिम्मेदार होते हैं।
  • वयस्क लोगों ने कम से कम 3 ग्राम (3000 mg) डी.एच.ए.खाना (रोज) चाहिए। नीचे तालिका से यह बात स्पष्ट होगी कि रोजाना किसे, कितना डी. एच. ए. आवश्यक होता है।

डोक्साहेसाइनोस एसिड (डीएचए) की दैनिक आवश्यकता (Docosahexaenoic Acid (DHA) Daily Requirement Dose in Hindi)

Group Daily intake
समय के पहले जन्मे बच्चे40 mg
9 माह के बाद जन्मे बच्चे20 mg
0 – 1 साल20 mg
1- 5 साल100 mg
5-10 साल200 mg
10-18 साल200-400 mg
गर्भवती एवं स्तनपान करानेवाली औरतें600-1000 mg
18-50 वर्ष600-700 mg
50 वर्ष600 से 800 mg
शाकाहारी1000 mg

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