हाथ पैरों में ऐंठन होने के कारण और उपचार

Last Updated on July 26, 2022 by admin

हाथ पैरों में ऐंठन क्यों होती है ? :

हाथ व पैरों में ऐंठन शरीर में विटामिन `बी´ की कमी से होती है। शरीर में विटामिन की कमी के कारण हाथ, पैरों व पेट के अन्दर की मांसपेशियों में एक तरफ सिकुड़न होने से बहुत तेज दर्द होता है जिसे मसलने से थोड़ा आराम महसूस होता है।

हाथ पैरों में ऐंठन का आयुर्वेदिक औषधियों से इलाज :

1. सेंधानमक – 250 मिलीलीटर पानी में 10 ग्राम सेंधानमक मिलाकर इस ठण्डे पानी में हाथ व पैरों को डुबोकर रखने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर होती है। इसके घोल से मालिश करने से भी हाथ-पैरों की ऐंठन में लाभ होता है।

2. अखरोट – हाथ-पैरों पर अखरोट के तेल की मालिश करने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।

3. अड़ूसे –

  • अड़ूसा की जड़, पत्तें और फूलों का काढ़ा बनाकर चाटने से हाथ-पैरों की ऐंठन खत्म हो जाती है।
  • अड़ूसा के फूलों का सोंठ के साथ काढ़ा बनाकर पीने से हाथ-पैरों की ऐंठन मिट जाती है।
  • अड़ूसा के फूल और फलों को सरसों के तेल में जलाकर छान लें। इस तेल की मालिश हाथ-पैरों पर करने से ऐंठन के कारण होने वाला दर्द ठीक हो जाता है।

4. नारंगी – हाथ-पैरों की ऐंठन में 25 से 50 मिलीलीटर की मात्रा में नारंगी के फलों का रस पीने से आराम मिलता है।

5. देवदारू – देवदारू और सोंठ को पीसकर इसमें गुड़ मिलाकर गोली बनाकर खाने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।

6. चम्पा – हाथ-पैरों पर चम्पा के फूलों का तेल बनाकर मालिश करें। इससे ऐंठन वाला दर्द ठीक हो जाता है।

7. सहजना – हाथ-पैरों की ऐंठन में सहजना की जड़ का काढ़ा बनाकर पीने से आराम मिलता है।

8. धतूरा – काला धतूरा, आक, पीलवान और लाल एरण्ड के 5-5 पत्तें गर्म आग में जलाकर तिल के तेल में मिलाकर उसकी मालिश करके धूप में बैठने से साइटिका (गृध्रसी) रोग मिट जाता है।

9. मूली – मूली के पत्तों का रस निकालकर मालिश करने से हाथ-पैरों के दर्द में लाभ मिलता है।

10. तगर – हाथ-पैर की ऐंठन दूर करने के लिए लगभग 1 ग्राम का चौथाई भाग की मात्रा में तगर का सेवन करने से लाभ मिलता है।

11. हुलहुल – 60 मिलीलीटर हुलहुल के पत्तों का काढ़ा बनाकर सेवन करने से हाथ-पैरों का दर्द ठीक हो जाता है।

12. तारपीन – तारपीन के तेल की मालिश करने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।

13. असगंध – 50-50 ग्राम असगंध, सुरज्जन मीठी, नागौरी, 25 ग्राम सोंठ और 120 ग्राम मिश्री को बारीक पीसकर चूर्ण बना लें। इस 4 से 6 ग्राम चूर्ण को प्रतिदिन सुबह-शाम ताजे पानी के साथ लेने से पैरों के जोड़ व हाथ-पैरों का दर्द खत्म हो जाता है।

14. गाय का मूत्र – 100 मिलीलीटर गाय के पेशाब में 30 ग्राम शुद्ध एरण्डी का तेल मिलाकर पीने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।

15. बकायन – हाथ-पैरों की ऐंठन के रोग में 20 मिलीलीटर बकायन के पेड़ के अन्दर की छाल की ठण्डाई बनाकर पीने से लाभ मिलता है।

16. कुचला – हाथ-पैर की ऐंठन दूर करने के लिए असली कुचला को भूनकर व पीसकर रख लें। इसे लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग की मात्रा में सुबह-शाम हलुवे के साथ मिलाकर खाने से लाभ मिलता है।

17. फिटकरी – 10 ग्राम भुनी हुई सफेद फिटकरी, 30 ग्राम सुरज्जन मीठी और 2 ग्राम गोंद कीकर को पीसकर थोड़ा पानी मिलाकर गोलियां बना लें। यह 1-1 गोली दिन में 3 बार लेने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है। यह दवा खूनी बवासीर के लिये भी लाभकारी होती है।

18. सरसों – हाथ-पैरों की ऐंठन दूर करने के लिए सरसों के तेल में कड़वा को कूटकर और सेंधानमक का चूर्ण डालकर मालिश करनी चाहिए।

19. नीम – हाथ-पैर की ऐंठन में नीम के तेल से मालिश करने से रोगी के हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।

20. कालीमिर्च – प्याज के रस में कालीमिर्च को पीसकर पीने से हाथ-पैरों की ऐंठन में काफी लाभ होता है।

21. इमली – इमली को नींबू के रस में मसलकर चाटने से हैजा रोग में होने वाली सूजन मिट जाती है।

22. कपूर

  • कपूर को 4 गुना सरसों के तेल में मिलाकर हाथ-पैरों पर मालिश करने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।
  • कपूर का सेवन करने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।
  • हाथ-पैरों की ऐंठन को दूर करने के लिए जायफल के गाढे़ तेल से मालिश करना लाभकारी रहता है।

23. जायफल – जायफल और तांबा को घिसकर सरसों के तेल में मिलाकर मालिश करने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।

24. दालचीनी – हाथ-पैरों के रोग में दालचीनी का तेल 1-2 बूंद प्रतिदिन सेवन करने से लाभ होता है।

25. तीसी – तीसी के तेल और तारपीन के तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर उसमें सेंधानमक डालकर मालिश करने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।

26. पिपरमिंट – तीसी के तेल और तारपीन को बराबर मात्रा में मिलाकर उसमें थोड़ा-सा कपूर और पिपरमिंट को डालकर मालिश करने से हाथ-पैरों की ऐंठन मिट जाती है।

27. सैंधवादि तेल – 10 से 20 मिलीलीटर सैंधवादि तेल की मालिश करने से अथवा दूध में डालकर प्रतिदिन 2 बार पीने से हाथ-पैरों की ऐंठन के रोगी को लाभ मिलता है।

28. अफीम

  • 1.25 ग्राम अफीम या 1.25 ग्राम भांग का सेवन करने से हाथ-पैरो की ऐंठन दूर हो जाती है।
  • थोड़ी सी अफीम को तेल में मिलाकर गर्म करके मालिश करने से हाथ-पैरों की ऐंठन दूर हो जाती है।

(अस्वीकरण : दवा, उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)

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