Last Updated on March 8, 2023 by admin
घर पर इन टिप्स से बनाइए हाथों को मुलायम और सुंदर :
हाथ आपके व्यक्तित्व और आदतों का आईना होते हैं । सुंदर हाथों का प्रभाव सुंदर चेहरे पर भी पड़ता है । अभिवादन करते, हाथ मिलाते, किसी भी वस्तु का आदान-प्रदान करते समय सबसे पहले हाथ ही सामने आते हैं। ऐसे में खुरदरे, गंदे, भद्दे, मैले, बेतरतीब रूप से बढ़े हुए नाखूनों में फंसे हुए मैल व मैले हाथ को देखकर, सामने वाले को उबकाई -सी होने लगेगी।
अधिकांश भारतीय महिलाएं अपने हाथों के प्रति घोर लापरवाह होती हैं। विवाह के बाद तो वे और भी अधिक लापरवाह हो जाती हैं। यह बात जरूर है कि भारतीय गृहिणियों को झाडू लगाना, बर्तन धोना, कपड़े धोना आदि सभी कार्य स्वयं करने होते हैं, जिसकी वजह से उनके हाथों का आकर्षण खोना एक स्वाभाविक बात है। महिलाएं यदि हाथों के सौंदर्य के प्रति सचेत रहें, तो हाथों को सौंदर्यविहीन होने से बचा सकती हैं।
हाथों के सौंदर्य की देखभाल के लिए हाथ को हथेली, कोहनी, नाखून और बांहों में बांट लें, ताकि आप अपने हाथों की देखभाल बिल्कुल सही तरीके से कर सकें ।
हाथ के ऊपरी भाग की त्वचा काफी कोमल और पतली होती है, जिसकी वजह से हाथों पर झुर्रियां जल्दी पड़ जाती हैं, और इनसे बढ़त उम्र का पता चल जाता है। हथेली के निचले हिस्से की त्वचा कठोर और मोटी होती है। इस भाग में किसी प्रकार की तैलीय ग्रंथि नहीं होती है, जिससे साबुन, डिटरजेंट, सोडा, कठोर पानी आदि के संपर्क में आते ही हाथ का वह हिस्सा शीघ्र फटने लगता है ।
धूप में निकलने पर सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणें बाहों पर सीधे पड़ती हैं, जिसकी वजह से बाहों की त्वचा का मेलानिन नामक पिगमेंट काफी उत्तेजित होकर काला पड़ जाता है । स्लीवलेस कपड़े पहनने पर बाहों के प्रति हमेशा सजग रहना जरूरी है । बाहों के साथ-साथ कोहनियों की साफ-सफाई पर भी ध्यान देना जरूरी है, वरना कोहनियां अपनी सुंदरता खो बैठती हैं। कोहनियों पर मैल की परत और मृत कोशिकाओं के जम जाने पर कालापन आ जाता है।
कोहनियों पर मैल की परत और मृत कोशिकाओं को जमने न दें । इसलिए जरूरी है कि स्नान करते वक्त कोहनियों की नियमित सफाई करें। हाथ शरीर का वह हिस्सा है, जो सर्वाधिक सक्रिय रहता है । चेहरे की अपेक्षा हाथों की त्वचा में स्निग्धता बहुत कम होती है, इसलिए रूखेपन की शिकायत अकसर हो जाती है परिचय के पहले पायदान पर ही हाथों का उपयोग होता है, चाहे नमस्कार की मुद्रा मे हाथ जोड़कर अभिवादन हो या किसी से हाथ मिलाना हो । अतः हाथों को व्यक्तित्त्व का प्रथम परिचय भी कहा जाता है
इन बातों का खास ध्यान रखें :
- सप्ताह में एक बार मेनीक्योर अवश्य करें ।
- कपड़े धोते, बर्तन साफ करते, बगीचे का काम करते, पेंट आदि करते समय हाथों पर ग्लब्ज (रबड़ के दस्ताने) चढ़ा लें । इससे आपके हाथ सुरक्षित रहेंगे।
- यदि आप ऐसा नहीं कर पाती हैं, तो इन कामों को करने के बाद हाथों को ठंडे पानी से अच्छी तरह धोकर तुरन्त हाथों पर मलाई या जैतून का तेल लगाएं।
- सब्जी काटने से पहले हाथों पर मूंगफली, सरसों, जैतून में से किसी एक का तेल लगा लें। इससे हाथों पर निशान नहीं पड़ेंगे।
- हाथों को अधिक देर तक गीला न रखें। इससे हाथों की त्वचा शुष्क हो जाती है तथा हैगनेल की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जिसमें नाखूनों के आस-पास की त्वचा ढीली और बेजान – सी हो जाती है।
- हाथों की त्वचा को सुंदर व आकर्षक बनाए रखने के लिए आप अपने भोजन में विटामिन ‘ए’, ‘बी’, ‘सी’, ‘डी’, कैल्शियम, आयरन व प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें ।
- हाथों के सौंदर्य के लिए व्यायाम करें। अपने दोनों हाथों की मुट्ठियों को जल्दी-जल्दी खोलें – बंद करें। ऐसा पंद्रह-बीस बार करें । उंगलियों को फैलाएं और फिर आपस में जोड़ें। यह क्रिया भी पंद्रह-बीस बार करें। इससे हाथों की उंगलियां अधिक सुंदर और आकर्षक होंगी।
- मुट्ठी बांधकर हाथ की कलाई को घड़ी की दिशा में दस-पंद्रह बार घुमाएं, फिर घड़ी की उल्टी दिशा में घुमाएं। इससे कलाई में लचीलापन आएगा। तैरना, रस्सी कूदना आदि व्यायामों से बाहों का सौंदर्य बढ़ता है।
- हाथों पर नियमित रूप से उबटन या मालिश करने से मृत त्वचा के स्थान पर नई त्वचा आ जाती है।
- तेज धूप में बाहर निकलें, पर हाथों में ‘हैंड लोशन’ या क्रीम लगा लेने से सनबर्न या धब्बे नहीं पड़ते ।
- हथेली पर अच्छी तरह नींबू रगड़ने से हाथों की कठोरता दूर होती है।
- शयन से पूर्व गुनगुने पानी में सेंधा नमक डालकर हाथों को डुबाए रखने से हाथों की थकान दूर होती है ।
मेनीक्योर :
हाथों की सफाई की विधि को मेनीक्योर कहा जाता है । मेनीक्योर सप्ताह में एक बार की जा सकती है । मेनीक्योर करने से हाथों की त्वचा कोमल, स्वस्थ, सुंदर व सुडौल बनती है।
सामग्री : दो मगों में गुनगुना पानी, आधा नीबू, क्युटिकल पुशर, नेल फाइल, नेल कटर, आरेंज स्टिक, हैंड लोशन, नेल रिमूवर, रूई, टॉवेल ।
विधि : सबसे पहले रूई में नेल-पॉलिश रिमूवर लगाकर नाखूनों पर लगी नेल-पॉलिश को अच्छी तरह साफ कर लें। नाखूनों को नेल कटर या फाइल से घिसकर सही आकार दें। अब दोनों हाथों को मगों के गुनगुने पानी में डुबो दें।
थोड़ी देर बाद हाथों को बाहर निकालकर आरेंज स्टिक से नाखूनों में फंसे मैल को साफ करें और क्युटिकल पुशर से क्युटिकल को हलके हाथों से अंदर की ओर ढकेलें । इससे नाखून लंबे व सुंदर दिखाई देंगे। ( नाखूनों की जड़ के पास वाले भाग को क्युटिकल कहा जाता है)
अब नीबू को पानी में निचोड़ें। इस पानी में हाथों को कुछ देर तक डुबोकर रखें। नीबू के छिलके को नाखून पर रगड़ें। इससे नाखून साफ व सुंदर हो जाएंगे। नीबू के छिलके को हाथों की ऊपरी त्वचा पर भी रगड़ें। इससे यहां की मृत कोशिकाएं अच्छी तरह निकल जाएंगी।
हाथों को पानी से निकालने के बाद टॉवेल से अच्छी तरह पोंछकर सुखा लें। बाद में हाथों पर हैंड लोशन लगाएं।
हैंड लोशन : गुलाबजल, ग्लिसरीन, नीबू का रस तीनों को समान मात्रा में लेकर अच्छी तरह से फेंट लें। इसे शीशी में भर कर रख लें । यह एक अच्छा हैंड लोशन है । इससे हाथ मुलायम तथा त्वचा सुंदर व चमकदार बनती है। इसे किसी भी काम को करने के बाद हाथों पर लगाया जा सकता है ।
हाथों के सौंदर्य को निखारने के लिए उपाय :
- एक चम्मच बेसन में दो-चार बूंद नीबू का रस, इसमें आवश्यकतानुसार पानी मिलाकर पेस्ट बनाकर हाथों पर अच्छी प्रकार रगड़ें। हाथों को साबुन से धोने के बजाय यह तरीका अपना सकती हैं। इससे हाथों का कालापन और खुरदरापन दूर हो जाता है । बेसन मृत कोशिकाओं को हटाकर त्वचा में निखार लाता है । इसमें पाया जाने वाले आयरन, मैग्नीशियम, जिंक आदि हाथ की त्वचा को निरोगी, खूबसूरत व मुलायम बनाए रखते हैं ।
- एक चम्मच कच्चा दूध, एक चम्मच गुलाबजल, तीन-चार बूंद जैतून का तेल मिलाकर हाथों पर मलें। हाथ नर्म, मुलायम व कोमल बनेंगे। कच्चा दूध त्वचा की गहराई तक सफाई करता है। गुलाबजल त्वचा के लिए एक टॉनिक है ।
- हाथों के खुरदरेपन व झुर्रियों को दूर करने के लिए आधे नीबू पर आधा चम्मच चीनी लेकर हाथों की त्वचा पर तब तक रगड़ें, जब तक कि चीनी पूरी तरह से घुल न जाए । आधा घंटे बाद, ठंडे पानी से हाथों को धो लें। नीबू और चीनी मृत कोशिकाओं को निकाल देते हैं। इनसे हाथों की त्वचा पर रक्त संचार बढ़ता है, जिससे हाथों की त्वचा साफ, मुलायम और सुंदर बनती है । हाथों की झुर्रियां भी खत्म होती हैं।
- हाथों पर दरारें पड़ने पर, उबले हुए हलके गर्म आलू रगड़ें। नियमित ऐसा करने से दरारें खत्म हो जाएंगी। आलू में पाए जाने वाले एंजाइम दरारें भरने में सहायक होते हैं।
- तिल का तेल व गुलाबजल त्वचा को मॉइश्चराइज, हाथों को मुलायम व खूबसूरत बनाते हैं ।
- हाथों पर घने रोएं अथवा बाल सौंदर्य के शत्रु होते हैं। हाथों के अवांछित बालों को महीने में एक दफा वैक्सिंग या ब्लीच करें।
- हाथों की सुन्दरता में मेंहदी का उपयोग बहुत महत्वपूर्ण है। खासतौर पर गर्मियों के मौसम में हाथों पर मेंहदी लगाने से न केवल सौंदर्य में वृद्धि होती है बल्कि हाथों को ठंडक भी मिलती है।
- हाथ न केवल सुन्दर होने चाहिए बल्कि ये सुडौल व मजबूत भी होने चाहिए। इसके लिए हाथों का व्यायाम आवश्यक है, बार-बार मुट्ठी खोलने व बंद करने से हाथों का रक्त संचार बढ़ता है । आटा गूंधने से भी हाथों व अंगुलियों का अच्छा व्यायाम हो जाता है।
- हाथों, बांहों आदि की सफाई के लिए साबुन के स्थान पर बेसन,दूध या मसूर की दाल के उबटन का इस्तेमाल करें। यदि साबुन का उपयोग आवश्यक हो तो अच्छे किस्म का साबुन काम में लें।
कोहनियों की सुंदरता के लिए उपाय :
- कोहनियों पर अधिक कालापन हो गया है, तो इस स्थिति में आधे नीबू पर दो चुटकी नमक छिड़ककर हलके हाथों से कोहनियों पर मलें। यह उपाय कुछ दिनों तक करने से कालापन दूर हो जाता है। नीबू पर नमक छिड़कने से एक प्रकार का अम्ल तैयार होता है, जो त्वचा के कालेपन को खत्म करता है । ध्यान रखें, नीबू पर बहुत अधिक नमक न छिड़कें, न ही अधिक तेजी से नीबू को त्वचा पर रगड़ें। इस उपाय का इस्तेमाल करने के तुरंत बाद कोहनियों को ठंडे पानी से धो दें।
- एक चम्मच बादाम का तेल, एक चम्मच शहद मिलाकर कोहनियों पर लगाएं। बीस मिनट बाद गुनगुने पानी से धोकर साफ कर लें। इससे कोहनियों का कालापन दूर होता है। इसमें पाए जाने वाले तत्त्व, त्वचा की मृत कोशिकाओं के बंधन को नष्ट कर के निकाल देते हैं। बादाम का तेल व शहद त्वचा को मुलायम बनाए रखते हैं।
- कोहनियों पर अधिक मृत कोशिकाएं जम जाने पर, यदि त्वचा सख्त व काली पड़ गई है, तो एक रूमाल को गुनगुने पानी में डुबोकर कोहनियों के सख्त वाले स्थान पर रखें, ताकि यहां की मैल फूल जाए। इसके बाद आधे नीबू पर आधा चम्मच चीनी रखकर तब तक रगड़ें, जब तक कि चीनी गल न जाए। इसके बाद बीस मिनट तक सूखने के लिए छोड़ दें। बाद में गुनगुने पानी से धो लें। नीबू पर रखे चीनी के दाने मृत कोशिकाओं को अच्छी प्रकार निकाल देते हैं तथा कालापन दूर करते हैं। कोहनियों को सुंदर बनाने के लिए यह एक अच्छा उपाय है।
- अधिक मैल जमा होने पर कोहनियों पर अच्छी मात्रा में जैतून का तेल लगाकर आधे घंटे बाद, जब त्वचा नर्म पड़ जाए, मुलायम कपडे से रगड़ कर साफ कर लें ।
बांहों को खूबसूरत बनाने के उपाय :
- धूप में झुलसी त्वचा की समस्या को दूर करने के लिए एक चम्मच नीबू का रस, एक चम्मच खीरे का रस, एक चम्मच टमाटर का रस, एक चम्मच गुलाबजल, एक चम्मच शहद, एक चम्मच जैतून का तेल । इन सबको ठीक तरह से मिलाकर फेंट लें। इसे अपनी बांहों पर नियमित लगाएं। एक घंटे बाद बांहों को ठंडे पानी से धो लें यह उपाय सूर्य की किरणों से झुलसी त्वचा की रंगत को दुबारा लौटा देता है।
- 50 मिली लीटर दूध में दस-बारह चिरौंजी का दाना दो घंटे के लिए भिगो दें। बाद में चिरौंजी के दानों को अच्छी तरह पीसकर, दूध में मिलाकर बांहों पर लगाएं। दूध अच्छे प्रकार का क्लींजर है । यह त्वचा की गहराई तक सफाई करता है तथा त्वचा को पोषण भी देता है । चिरौंजी का दाना त्वचा को मुलायम बनाता है तथा त्वचा में निखार लाता है।
- चार चम्मच चोकर, चार चम्मच दही, एक चम्मच शहद को अच्छी प्रकार मिला लें। इसे बांहों पर भली-भांति रगड़ें। ऐसा दस मिनट तक करें। इससे बांहों की त्वचा चिकनी और साफ होगी । चोकर के फाइबर त्वचा की अब्रेशन ( घिसाई ) कर मृत कोशिकाओं को निकाल देते हैं। दही और शहद त्वचा को ब्लीच कर उसे साफ व उजला बनाते हैं।