Last Updated on June 25, 2024 by admin
परिचय :
दांतों की सफाई पर ध्यान न देना, आइसक्रीम तथा अधिक गर्म व ठंड़ी चीजों का अधिक सेवन करना आदि कारणों से दांतों की जड़े कमजोर हो जाती है। दांत ठीक से साफ न होने पर दांतों में सड़न, दांतों में छेद, दांत गलना तथा दांत टूटना आदि लक्षण उत्पन्न होता है। हिलते हुए दांत से दर्द होता है जिसे हम जल्द से जल्द उखड़वाना नहीं चाहते हैं।
भोजन और परहेज :
- दांतों की कसरत के लिए चना चबा-चबाकर खाना लाभकारी होता है।
- टमाटर तथा पत्तागोभी का सलाद खाना लाभकारी होता है।
- गाजर का रस पीना और बांस व नीम की टहनी से दांतुन करना चाहिए।
- दांतों के रोगी को आइसक्रीम, अधिक गर्म तथा ठंड़ा भोजन नहीं करना चाहिए।
- रात को सोते समय भोजन करने के बाद दातों को अंगुली से अच्छी तरह साफ करें। (इसे भी पढ़े :मसूड़ों से खून रोकने के घरेलू उपचार )
दांतों को मजबूत करने के आयुर्वेदिक घरेलू उपाय : Danton Ki Mazbooti Ke Ayurvedic Gharelu Nuskhe
1. कीकर : कीकर की छाल 25 ग्राम, नमक और भुनी फिटकरी 4-4 ग्राम को कूट-पीसकर चूर्ण बना लें और इस चूर्ण से प्रतिदिन दांत साफ करने से दांत मजबूत होते हैं और हिलते हुए दांत जम जाते हैं।
2. सहचरादि का तेल : दांत हिल रहे हो तो सहचरादि के तेल को मसूढ़ों पर मलें। इससे हिलते हुए दांत जम जाते हैं और दांतों में मजबूती आती है।
3. बालछड़ : बालछड 50 ग्राम को पीसकर मंजन बनाकर प्रतिदिन मंजन करने से दांत मजबूत होते हैं।
4. पीपल : पीपल की ताजी टहनी से प्रतिदिन दातुन करने से दांत मजबूत होकर मसूढ़ों की सूजन खत्म होती है और मुंह से आने वाली दुर्गन्ध भी खत्म होती है।
5. मिर्च : दो साबुत मिर्च को 200 मिलीलीटर पानी में उबालकर प्रतिदिन 2 से 3 बार कुल्ला करने से दांतों का दर्द व दांतों का हिलना बन्द होता है।
6. जामुन : जामुन की छाल को पानी के साथ उबालकर प्रतिदिन सुबह-शाम कुल्ला करने से दांत मजबूत होते हैं।
7. फिटकरी : भुनी हुई फिटकरी 20 ग्राम तथा नमक 10 ग्राम को बारीक पीसकर पॉउडर बना लें और इससे प्रतिदिन दांत व मसूढ़ों पर मलने से दांत मजबूत होते हैं।
8. माजूफल : माजूफल 5 ग्राम, भुनी हुई फिटकरी 4 ग्राम, सफेद कत्था 6 ग्राम और नीलाथोथा भुना हुआ 1 ग्राम को बारीक पीसकर मंजन बना लें। इससे प्रतिदिन मंजन करने से दांत मजबूत होते हैं।
9. दशमूल : सरसों के तेल में दशमूल काढ़ा बनाकर आग पर पकाएं और गाढ़ा हो जाने पर दांत व मसूढ़ों पर मलने से दांत मजबूत होते हैं।
10. कपूर : कपूर 10 ग्राम और नौसादर 10 ग्राम को मिलाकर चूर्ण बना लें और प्रतिदिन रात को सोने से पहले इसे दांतों पर मलकर कुल्ला करें। इससे दांतों में मजबूती आती है और दांतों का हिलना बन्द होता है।
11. लौंग : दांतों में कमजोरी के कारण दांत हिलने और टूटने लगते हैं। इस तरह की परेशानी में कालीमिर्च 50 ग्राम और लौंग 10 ग्राम को पीसकर मंजन बनाकर प्रतिदिन मंजन करना चाहिए।
12. काला तिल : प्रतिदिन सुबह दांतुन करने के बाद 32 ग्राम काले तिल को धीरे-धीरे खूब चबाकर खाने और ऊपर से एक गिलास पानी पीने से 15 से 20 दिन में ही दांत अपनी जगह जम जाते हैं।
13. हल्दी : हिलते हुए दांतों को मजबूत करने के लिए हल्दी और नमक को सरसों के तेल में मिलाकर प्रतिदिन मंजन करना चाहिए।
14. मिट्टी : चिकनी मिट्टी को प्रतिदिन सुबह-शाम दांत व मसूढ़ों पर मलने से टूटने वाले दांत भी अपनी जगह पर जम जाता है।
15. टमाटर : टमाटर खाने से दांत मजबूत होते हैं। दांतों के रोगी को प्रतिदिन पत्तागोभी और टमाटर का सलाद खाना चाहिए।
16. गाजर : दांतों को मजबूत करने के लिए गाजर का रस प्रतिदिन पीना चाहिए। इससे दांतों की जड़े मजबूत होती हैं और दांतों का हिलना बन्द होता है।
17. सेंधानमक : सेंधानमक को बारीक पीसकर प्रतिदिन दांतों पर मलने से दांतों में चमक आती है।
18. महुआ : महुआ या आंवले के दातुन से दातुन करने से दांत का हिलना बन्द होता है।
19. बड़ (बरगद) : बड़ (बरगद) की पेड़ की टहनी या इसकी शाखाओं से निकलने वाली जड़ से दातुन करने से दांत मजबूत होते हैं।
20. मौलसरी :
- मौलसरी की छाल तथा आम के फलों को दांत से चबाने से दांत मजबूत होते हैं।
- मोलसरी के बीज को गर्म पानी के साथ पीसकर दांत व मसूढ़ों पर मलने से दांतों का हिलना बन्द होता है।
- दांतों में दर्द होने के साथ दांत हिलते हो तो मौलसरी की छाल 50 ग्राम और नमक 25 ग्राम मिलाकर बारीक मंजन बना लें। इससे प्रतिदिन सुबह-शाम मंजन करने से दांत मजबूत होते हैं।
21. हरड़ : हरड़ और कत्था को मिलाकर चूसने से दांत मजबूत होते हैं।
22. तरबूज : तरबूज का रस दांतों और हडि्डयों को ताकत देता है। पाचन क्रिया सही करता है। शरीर में पानी की कमी को दूर करता है और गर्मी से हुए सिर दर्द ठीक होता है।
अस्वीकरण: इस लेख में उपलब्ध जानकारी का उद्देश्य केवल शैक्षिक है और इसे चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं ग्रहण किया जाना चाहिए। कृपया किसी भी जड़ी बूटी, हर्बल उत्पाद या उपचार को आजमाने से पहले एक विशेषज्ञ चिकित्सक से संपर्क करें।