हॉट स्टोन मसाज थेरेपी क्या है ?
हॉट स्टोन मसाज थेरेपी एक विशेष मालिश है जो चिकनी, सपाट, गर्म बेसाल्ट पत्थरों के उपयोग से की जाती है ।
हॉट स्टोन मसाज थेरेपी कैसे काम करती है ?
हॉट स्टोन (गर्म पत्थर) बेसाल्ट से बने होते हैं, जो ज्वालामुखी के गर्म लावा से निकली ज्वालामुखीय चट्टान के पत्थर से बने होते हैं। इन पत्थरों को सूर्य, हवा, गर्मी और ठंढी परिस्थिति के संपर्क में रखा जाता है। इन पत्थरों में खनिज प्रचुर मात्रा में होते हैं और यही कारण है कि वे अपने गर्म और ठंढे प्रतिधारण गुणों के लिए जाने जाते हैं, जिसके कारण उन्हें हॉट स्टोन थेरपी के लिए सही विकल्प माना जाता है। इन पत्थरों में लोह, खनिज प्रचुर मात्रा में होते हैं इसलिए वे गर्मी बनाए रखते हैं।
पत्थरों को पानी में रखकर एक बिजली उपकरण से तब तक गर्म किया जाता है जब तक कि उनका सही तापमान न हो जाए। पत्थरों को शरीर के विशिष्ट बिंदुओं जैसे पीछे पीठ पर, हाथों की हथेली या पैर की अंगली के बीच में रखा जाता है। पत्थर की गर्मी मांसपेशियों को आराम देती है, जो ज़रूरत पड़ने पर चिकित्सक को गहरा दबाव लागू करने में मदद करती है। यह परिसंचरण और तंत्रिका तंत्र को शांत करके काबू करने में मदद करती है। कुछ चिकित्सक पत्थरों को शरीर के चक्रों पर रखते हैं, जिन्हें वे शरीर का ऊर्जा केंद्र मानते हैं, जो शरीर और दिमाग को संतुलित करने में सहायक होते हैं।
हॉट स्टोन मसाज थेरेपी किनके लिए है लाभप्रद ?
हॉट स्टोन की मालिश उन लोगों के लिए उपयुक्त होती है, जिनकी मांसपेशियों में तनाव बना रहता है लेकिन उन्हें हल्की मालिश की ज़रूरत होती है। पत्थर की गर्मी से मांसपेशियों को आराम और दर्द से मुक्ति मिलती है और चिकित्सक बिना किसी गहरे दबाव के मांसपेशियों को ठीक करने में सफल हो जाते हैं।
बेसाल्ट पत्थर से गर्मी गहराई से प्रवेश करके मांसपेशियों को कसने और ढीला करने में मदद करती है। ठंढे संगमरमर पत्थरों का उपयोग सूजन को कम करने के लिए किया जाता है, यह एक संतुलित और कायाकल्प उपचार होता है।
हॉट स्टोन मसाज थेरेपी के फायदे (Benefits of Hot Stone Massage Therapy in Hindi)
- अच्छी गहरी नींद के लिए लाभप्रद
- चिंता और तनाव को दूर करने में सहायक
- पीठ दर्द से राहत दे
- रक्त परिसंचरण में सुधार करे
- ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मददगार
- इंज्युरी से रिकवरी में सहायक
- टाॅक्सिन को बाहर निकाले में मददगार
सावधानियाँ :
मालिश कुछ लोगों के लिए उपयुक्त नहीं होती है –
- त्वचा रोग संक्रमणवाले उन लोगों में जिनके घाव खुले या कटे हों।
- सर्जरी के तुरंत बाद।
- वे लोग जिनका रक्त जमता है। यदि उन्हें दिल की बीमारी है तो मालिश करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
- गर्भवती महिलाओं के लिए मालिश, मालिश चिकित्सक द्वारा ही की जानी चाहिए, जो गर्भावस्था मालिश के लिए प्रमाणित हो।
- मालिश कभी भी सीधे चोट, सूजनवाली त्वचा, बिना भरे घावों, ट्यूमर, पेट के हर्निया या अभी हुए फ्रैक्चर में नहीं की जानी चाहिए।