Last Updated on April 14, 2023 by admin
जुकाम होने पर रोगी के नाक और गले से श्लेष्मा (स्राव) बहता रहता है। ज्यादातर जुकाम में नाक बहने के लक्षण ही पाए जाते हैं। मगर कभी-कभी जुकाम सूखा भी हो सकता है जिसमें रोगी की नाक बंद हो जाती है।
जुकाम के कारण :
ठंड लग जाने से, पानी में भीग जाने से, नाक में एलर्जी हो जाने से और नाक की अन्दरूनी सतह पर संक्रमण या खुजली हो जाने से जुकाम का रोग हो जाता है। इसके अलावा गैस, तेल से लगने वाली आग या हवा में मौजूद रसायनों से होने वाली जलन या खुजली भी जुकाम का कारण बन सकती है। कई बार दवाओं का सेवन करने से होने वाली एलर्जी से भी जुकाम हो जाता है।
जुकाम के लक्षण :
जुकाम के लक्षणों में रोगी की नाक से बार-बार सफेद व पतला सा स्राव निकलता रहता है। लेकिन अगर रोगी को सूखा जुकाम होता है तो उसकी नाक बंद हो जाती है जिसमें श्लेष्मा अन्दर ही रहता है। इससे रोगी को सांस लेने में बहुत परेशानी होती है।
जुकाम का एक्यूप्रेशर द्वारा उपचार :
जुकाम से पीड़ित व्यक्ति को जिस चीज से एलर्जी या परेशानी हो उसे अपने आप से बिल्कुल दूर रखना चाहिए और धूल-भरे वातावरण में जाने से बचना चाहिए।