Last Updated on November 10, 2022 by admin
कांटे, लोहे की कील आदि चुभकर निकल जाए तो कोई बात नहीं लेकिन कभी-कभी इसका थोड़ा-सा अंश अन्दर ही रह जाता है जिसे किसी सुई या अन्य चीजों से निकालना पड़ता है। कभी-कभी केवल कांटे या कील चुभने से ही शरीर के चुभने वाले स्थान का अंग पक जाता है और उसमें मवाद (पीव) भर जाता है।
कारण :
नंगे पैर चलने या कभी-कभी नरम चप्पल आदि पहनने के बाद भी कांटे या लोहे की कील चप्पल आदि को छेद कर पैर में चुभ जाते हैं। लोहे की कील लगने पर खींचने से निकल जाती है लेकिन कांटा चुभने पर कांटा अन्दर जाकर टूट जाता है जिससे तेज दर्द व घाव भी बन जाता है तथा पीव आदि भर जाता है।
कील, कांटा चुभने पर घरेलू नुस्खे :
1. कलिहारी : जब लोहे की कील, कांटा, पिन या कुछ भी ऐसी वस्तु चुभ गई हो तो चुभी हुई जगह पर कलिहारी (करियारी) को पीसकर लेप करने से कांटा, कील आदि स्वयं ऊपर आ जाता है।
2. मूषिकपर्णी (मूसाकानी) : अगर कांटा, कील शरीर में कहीं चुभ गया हो तो मूसाकानी के पत्तों को पीसकर लेप करने से वह अपने आप निकल जाता है।
3. धतूरा : जब कोई कील, कांटा आदि चाहे कितना भी कठोर क्यों न हो, शरीर के अन्दर कहीं चुभ जाये तो धतूरे को गुड़ के साथ खिलाने से कांटा पानी की तरह गल जायेगा।
4. तिल : जब कांटा चुभ गया हो तो उसे सुई से कुरेदकर निकालने का प्रयास न करें। कांटा निकालने के लिये तिल के तेल में नमक मिलाकर रूई भिगोकर कांटे पर रखकर पट्टी बांधने से कांटा निकल जाता है।
5. गुड़ : कांटा बाहर निकालने के लिए गुड़ और अजवाइन गर्म करके बांधने से कांटा बाहर निकल जाता है और शरीर पर जहां कांटा अथवा कील लगने से दर्द हो रहा है तो वह दर्द दूर हो जाता है।
6. हींग : कांटा चुभने पर हींग को घोलकर उस स्थान पर लेप करने से शरीर के अंग के अन्दर घुसा हुआ कांटा बाहर निकल आता है।
7. बेल : बेल के पत्तों की पुल्टिश (पोटली) बांधने से, गड़ा हुआ कांटा जल्द ही गलकर नष्ट होता है तथा कोई बीमारी नहीं होती है।
(अस्वीकरण : दवा, उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)