Last Updated on February 25, 2020 by admin
कृमि मुद्गर रस क्या है ? : What is Krimi Mudgar Ras in Hindi
कृमि मुद्गर रस टैबलेट के रूप में एक आयुर्वेदिक औषधि है। कृमि मुद्गर रस पेट में आंतों से संबंधित संक्रमण को साफ करने में मदद करता है। इस औषधि का उपयोग पेट के कृमि ,पाचन संबंधी परेशानी ,पेट दर्द आदि रोगों के उपचार के लिए किया जाता है।
कृमि मुद्गर रस के घटक द्रव्य : Krimi Mudgar Ras Ingredients in Hindi
- शुद्ध पारद – 10 ग्राम,
- शुद्ध गंधक – 20 ग्राम,
- अजवायन – 30 ग्राम,
- विडंग – 40 ग्राम,
- शुद्ध कुचला – 50 ग्राम,
- पलाश वीज – 60 ग्राम।
प्रमुख घटकों के विशेष गुण :
- कज्जली : योगवाही, कृमिघ्न, रसायन।
- अजवायन : तीक्ष्ण, दीपन, पाचन, कृमिघ्न, शूलघ्न, कोथ प्रशामक।
- विडंग : रुक्ष, लघु, दीपन, शूलन, कृमिघ्न, कुष्टघ्न।
- कुचला : वात कफ नाशक, बल्य, कृमिघ्न, दीपन, पाचन, ग्राही।
- पलाशवीज : संग्राही, कृमिघ्न, दीपन, बृष्य (वीर्य और बल बढ़ाने वाला), अर्शोघ्न ।
कृमि मुद्गर रस बनाने की विधि :
सर्व प्रथम पारद और गन्धक की निश्चन्द्र कज्जली करवाएँ फिर सभी औषधियों का वस्त्रपूत चूर्ण मिलाकर एक दिन खरल करवाऐं, यदि गोली बनवानी हो तो विडंग क्वाथ में एक दिन और खरल करवा कर 100 मि.ग्रा. की वटिकाएं बनवाकर छाया में सुखाकर सुरक्षित कर लें।
कृमि मुद्गर रस की खुराक : Dosage of Krimi Mudgar Ras
एक से तीन वटिकाएं प्रात: सायं भोजन से पूर्व ।
अनुपान (दवा के साथ ली जानेवाली वस्तु) :
उष्णोदक , छाछ (खट्टा)
विशेष : औषधि सेवन के आधा घण्टा पूर्व रोगी को गुड़ खिलाने से त्वरित और सम्पूर्ण लाभ होता है।
कृमि मुद्गर रस के फायदे और उपयोग : Benefits and Uses of Krimi Mudgar Ras in Hindi
कृमि रोग में कृमि मुद्गर रस का उपयोग फायदेमंद (Krimi Mudgar Ras Benefits to Cure Worm Disease in Hindi)
रोगी को प्रातः काल 6 बजे 50 ग्राम गुड़ खिला दें, 6.30 पर दो गोली कृमि मुद्गर रस उष्णोदक से दें। 10.30 बजे एक गोली इच्छा भेदी रस शीतल जल से खिला दें। मल के तीन से चार वेग हो जाने पर रोगी को खिचड़ी खिला दें। इससे और अधिक विरेचन नहीं होंगे।
इस प्रकार सप्ताह में दो बार चार से छ: आवृत्तियों में गण्डुपद, दर्भकुसुम, कृमि मरकर निकल जाते हैं। स्फीत कृमि, अंकुश मुख कृमि के लिए 10 दिन तक औषधि प्रयोग के उपरान्त विरेचन देना चाहिए तथा दो सप्ताह का विश्राम देकर पुनः औषध प्रयोग करवाना चाहिए छ: से दस आवृत्तियों में उपरोक्त कृमि नष्ट हो जाते हैं ।
सहायक औषधियों में द्विरुत्तर हिंगवादि चूर्ण, चिंचा भल्लातक वटी, व्योषाद्य वटी, विडंगारिष्ट, विडंगादि लोह, कृमिकुठार रस, कृमिघ्नवटी इत्यादि का प्रयोग कर सकते हैं।
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मुँह से लार बहने के उपचार में लाभकारी है कृमि मुद्गर रस का सेवन
क्षुधाधिकय (भूख अधिक लगना), सोते समय दाँत किटकिटाना अथवा मुँह से लार बहने में भी कृमिमुद्गर रस एक उत्कृष्ट औषधि है। रोगी को पाँच से दस दिन औषधि सेवन के उपरान्त विरेचन देना चाहिए, वातकफ बर्धक आहार-विहार का आग्रह पूर्वक त्याग आवश्यक है।
बृद्धावस्था जन्य अतिसार (दस्त) मिटाए कृमि मुद्गर रस का उपयोग
इस प्रकार के अतिसार में गुद वलियाँ अशक्त हो जाती है और वह मल को अधिक समय तक धारण नहीं कर पाती अतः वृद्ध अपने अधोवस्त्र गंदे कर लेते हैं । ऐसी अवस्था में कृमि मुद्गर रस एक गोली प्रात: सायं देने से आन्त्र सवल होकर मल को रोकने लगती है।
सहायक औषधियों में रस पर्पटी, कर्पूर रस, गंगाधर रस, अग्नि कुमार रस आदि की सहायता लेनी चाहिए, अमृत भल्लातक, चिंचा भल्लातक इत्यादि रसायन औषधियों का प्रयोग सफलता प्रद होता है।
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वृद्धावस्था जन्य सन्धिवात में कृमि मुद्गर रस के सेवन से लाभ
कृमिमुदगर रस की एक गोली प्रातः सायं भोजन से पूर्व, रास्नादि गुग्गुल दो गोली, पुष्पधन्वा रस दो गोली प्रातः सायं भोजन के बाद देने से आश्चर्य जनक लाभ होता है। परन्तु कृमि मुद्गर रस बीच-बीच में छोड़ कर प्रयोग करवाएँ पूर्ण लाभ के लिए तीन से छ: मास तक औषधि सेवन आवश्यक है।
सहायक औषधियों में व्योषाद्य वटी, वृहद्वात चिन्तामणि रस, कृष्ण चतुर्मुख रस, त्र्योदशाङ्ग गुग्गुलु महावातविध्वंसन रस इत्यादि की सहायता लेना उपयोगी रहता है।
कृमि मुद्गर रस के दुष्प्रभाव और सावधानी : Krimi Mudgar Ras Side Effects in Hindi
- कृमि मुद्गर रस लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें ।
- कृमि मुद्गर रस एक रसौषधि है अत: रसौधि सेवन से पालन योग्य सभी नियमों का इस में भी अवश्य पालन होना चाहिए। इसमें एक घटक कुचला है, जो एक सशक्त वातकफ नाशक, बृष्य और कृमिघ्न है, विष भी है। अतः इसका प्रयोग मात्रा से अधिक कदापि नहीं करना चाहिए। न ही इसका सेवन 10 दिन से अधिक समय तक करना चाहिए। अत्यावश्यक होने पर दो सप्ताह का अन्तराल देकर पुन: दस दिन के लिए प्रयोग करवा सकते हैं।
कृमि मुद्गर रस का मूल्य : Krimi Mudgar Ras Price
- Baidyanath Krimimudgar Ras (40tab) – Rs 67
- Dabur Krimi Mudgar Ras (40tab) – Rs 58
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