Last Updated on January 13, 2023 by admin
मल्टीपल स्लेरोसिस रोग क्या है ? (Multiple Sclerosis in Hindi)
मल्टीपल स्लेरोसिस रोग से ग्रस्त रोगी के शरीर में कमजोरी, भारीपन, आंख से देखने की शक्ति कम होना, शारीरिक शक्ति में कमी, आवाज खराब निकलना तथा हाथों में कम्पन्न होने लगता है। जब यह रोग अधिक गंभीर हो जाता है तो शरीर के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं। इस रोग की शुरुआत में रोगी को पेशाब करते समय कठिनाई होने लगती है और उसका पेशाब अपने आप निकल जाता है। इस रोग का उपचार एक्यूप्रेशर चिकित्सा से कर सकते हैं और इस उपचार के द्वारा यह रोग धीरे-धीरे ठीक होने लगता है।
एक्यूप्रेशर चिकित्सा के द्वारा मल्टीपल स्लेरोसिस रोग उपचार :
मल्टीपल स्लेरोसिस रोग का उपचार करने के लिए रोगी के पैर तथा हाथों के ऊपरी भाग से सम्बन्धित प्रतिबिम्ब बिन्दुओं पर प्रेशर देने से (जैसे कि चित्र में दिया गया है) लाभ होता है। इससे रोगी का रोग धीरे-धीरे ठीक होने लगता है।
चित्र में दिये गए प्रतिबिम्ब बिन्दुओं के अनुसार मल्टीपल स्लेरोसिस रोग का उपचार एक्यूप्रेशर चिकित्सा से करने के लिए रोगी के पैरों तथा हाथों की अंगुलियों के ऊपरी भाग पर प्रेशर देने के साथ-साथ पैरों के तलुवों के सभी प्रतिबिम्ब बिन्दुओं पर प्रेशर देना चाहिए। प्रेशर देने के लिए अंगूठे या लकड़ी के किसी उपकरण का उपयोग करना चाहिए तथा इसके अलावा हाथ के ऊपरी अंगूठे और पहली अंगुली के बीच वाले त्रिकोने स्थान तथा कलाइयों के प्रतिबिम्ब बिन्दुओं पर प्रेशर देना चाहिए। इसके साथ-साथ ग्रंथियों से सम्बन्धित प्रतिबिम्ब बिन्दुओं पर भी प्रेशर देना चाहिए।
इसके अलावा स्नायु-संस्थान, जिगर, आमाशय, अन्तड़ियों और फेफड़ों से सम्बन्धित प्रतिबिम्ब बिन्दुओं पर भी प्रेशर देना चाहिए क्योंकि इससे शरीर की शक्ति बढ़ जाती है जिसके फलस्वरूप मल्टीपल स्लेरोसिस रोग ठीक होने लगता है।