Last Updated on September 11, 2019 by admin
फालतू और बेकार समझी जाने वाली चीजों का भी सदुपयोग खोज लेना चतुराई और बचत करने की सूझबूझ का सूचक होता है। आप भी इस विषय में सोच-विचार करें और फालतू चीजों का उचित उपयोग खोज उनका सदुपयोग करें।
1- आलू के पानी का उपयोग – आलू उबालने के बाद उसका पानी फेंकना नहीं चाहिए। या तो इसको सब्जी बनाने में ही प्रयोग कर लेना चाहिए या चांदी के जेवर और बरतन चमकाने के लिए इसका प्रयोग करना चाहिए। इसमें कपड़े का टुकड़ा गीला कर जेवर याबरतन रगड़ें, चमक उठेंगे।
2- सूखी डबलरोटी का उपयोग – यदि डबलरोटी सूख गई तो फेंके नहीं, पीस कर रसदार सब्जी में उबलते समय डाल दें। सब्जी का रस गाढ़ा हो जाएगा या सूखी डबलरोटी को पीस कर घी या तेल में घून कर इसकी सब्जी बनालें।बड़ी जायकेदार लगेगी।
3- पनीर के पानी का उपयोग – पनीर फाड़ने के बाद इसका पानी न फेंके । इसमें थोड़ा सा दही डालकर रात को रख दें और अगले दिन इस पानी से कड़ी बनाएं । बड़ी स्वादिष्ट बनेगी।
4- खीरे के छिल्के के फायदे – खीरे (ककड़ी) के छिल्के भी न फेंके। इनको टेबल की दराज या अलमारी में रख दें। इससे काकरोच (कसारी-लाल रंग का कीड़ा) भाग जाते हैं।
5- नींबू के छिल्के के फायदे – नींबू का रस निकालने के बाद छिल्कों को धूप में सूखा दें। इन्हें कपड़ों की अलमारी में जहां-तहां फैला कर रख दें। इससे कीड़े भाग जाते हैं। छिल्कों में नमक भर लें और बॉटल में रख कर ढक्कन लगा दें। थोड़े समय बाद छिल्के भूरे हो जाएं तब इनको पानी से धोकर लंबाई में काट लें और जरा सी हींग, शकर व लाल मिर्च पीस कर इन पर बुरक दें। चटपटा अचार तैयार है।
6-चाय की पत्ती के फायदे – चाय बनाने के बाद चाय की पत्ती को सादे पानी में डाल कर उबालें और छान लें। इस पानी से खिड़की व अलमारी के कांच तथा दर्पण धोकर पोंछ लें। बिल्कुल साफ हो जाएंगे। इस पानी को पत्ती सहित फूल वाले पौधों की जड़ में डालने से पौधों का विकास बहुत अच्छी तरह होता है। किंतु इस पत्ती व पानी में चीनी का असर नहीं होना चाहिए अन्यथा पौधों में कीड़ा लग जाएगा।
7-केले के छिल्के के फायदे – केले छील कर इसके छिल्के को चमड़े के जूतों पर रगड़ें और साफ कपड़े से रगड़ कर पोंछ दें। जूतेचमक उठेंगे।
8-संतरे के छिल्के के फायदे – संतरे व नींबू के छिल्के थोड़े पानी में उबालें और छान लें। इस पानी में ठंडा जल मिला कर स्नान करें। शरीर में ताजगी आएगी और शरीर महक उठेगा।