Last Updated on March 29, 2023 by admin
क्या आप जानते हैं कि गर्म पानी में अनेक औषधिय गुण छिपे होते हैं, जिनसे आम आदमी प्रायः अपरिचित रहता है। आयुर्वेद के अनुसार पानी को किसी बर्तन में उबालने पर जब पानी में से झाग का आना बंद हो पानी निर्मल हो जाए तथा उसकी मात्रा कुल से आधी शेष बच जाए तो उसे उष्णोदक कहा जाता है।
आयुर्वेद के अनुसार शीतल जल के हजम होने में एक प्रहर (तीन घंटे) लग जाता है। एक बार जल को गर्म करके ठंढा कर पीने पर वह आधे प्रहर में हजम हो जाता है। अच्छी तरह उबाला हुआ जल तथा हल्का गर्म जल चौथाई प्रहर में हजम हो जाता है।
रोगों के उपचार में गर्म जल के सेवन से फायदे :
हमारे शरीर के विभिन्न प्रकार के साधारण रोग केवल गर्म जल पीने से ही नष्ट हो जाते हैं जो निम्न हैं-
- यदि हम भोजन करने से लगभग आधे या एक घंटे पहले गर्म जल का सेवन करते हैं तो इससे भूख अधिक लगती है तथा पाचनशक्ति भी प्रबल हो जाती है। इसका कारण यह कि गर्म जल के प्रभाव से आमाशय भोजन को ग्रहण करने के लिए स्वच्छ, ताजा और सुदृढ हो जाता है।
- गर्म जल पीने से शरीर की ग्रन्थियों के स्राव उत्तेजित हो जाते हैं। इसलिए खांसी-जुकाम होने पर रात्रि में सोने से पहले और सुबह जागने के बाद केवल 1 गिलास पानी नियमित रूप से 2-3 दिन तक पीने से जमा हुआ कफ निकल जाता है तथा जुकाम और खांसी दूर हो जाती है।
- गर्म जल पीने से पेट में होने वाले मरोड़ और पेट का दर्द नष्ट हो जाता है।
- गर्म जल पीने से पेट की गैस समाप्त हो जाती है तथा पेट के अन्य विकार भी दूर हो जाते हैं।
- सिरदर्द होने पर गर्म जल पीने के साथ ही गर्म जल से हाथ-पैरों और गले को साफ करने से किसी भी प्रकार का सिरदर्द दूर हो जाता है।
- गर्म जल का सेवन करने से हमारे शरीर के रक्त की तरलता बढ़ जाती है। इससे शरीर का रक्तसंचार बढ़ जाता है तथा रक्तवाहिनियां नस-नाड़ियों को धोकर स्वच्छ और साफ कर देती हैं।
- गर्म जल का सेवन करने से मलत्याग आसानी से होता है, जिससे शुद्ध रक्त का निर्माण होता है जोकि रोगों के नष्ट होने का कारण होता है।
- गर्म जल का सेवन करके मूत्राशय के विकारों को नष्ट करके मूत्राशय को स्वस्थ किया जाता है।
- कुछ दिनों तक नियमित रूप से गर्म जल का सेवन करने से शरीर का वजन बढ़ता है।
- गर्म जल के सेवन से शरीर आकर्षक और लचीला हो जाता है।
- शरीर को स्वस्थ रखने के लिए जितनी मात्रा में जल की आवश्यकता शरीर को होती है गर्म जल के सेवन से उसकी मात्रा पूरी हो जाती है।
- हमारे पेट के अवयव जैसे जिगर, आमाशय, गुर्दे तथा आंते आदि गर्म जल का सेवन करने से स्वच्छ और शुद्ध हो जाते हैं तथा इन अंगों की स्वाभाविक क्रियाएं सुचारु रूप से होती रहती हैं।
रात्रि में सोते समय गर्म पानी पीने के फायदे :
यदि गर्म पानी रात्रि में सोते समय पिया जाए तो उससे होनेवाले प्रमुख लाभ इस प्रकार है –
- कफ दोष नष्ट करता है।
- मूत्राशय शुद्ध करता है।
- वायु विकारों से पीड़ितों को सदैव ठंडे पानी के स्थान गर्म पानी ही पीना चाहिए।
- खाँसी, दमा तथा बुखार को नष्ट करता है।
- जुकाम तथा कब्ज की यह अति उत्तम दवा है।
वात, पित्त, कफ दोष निवारक गर्म पानी :
पानी को उबालें। उबले हुए पानी का चौथाई हिस्से का बचा हुआ पानी पीने से हमारे शरीर के तीनों दोषों वात, पित्त कफ का नाश होता है। गर्म पानी पीने से आमाशय एवं आँतों में गति पैदा होती है। परिणाम स्वरूप पेट में रुका हुआ आहार आँतों में जाकर पच जाता है। गर्म पानी में आहार को हजम करने की विलक्षण शक्ति होती है।
बुखार में गर्म पानी के फायदे :
- पेट एवं आँतों की बढ़ी हुई वायु सुगमता पूर्वक निकल जाती है।
- पेट की जठराग्नि प्रज्वलित होती है।
- पानी हल्का होने के कारण शीघ्र पच जाता है।
- कफ आसानी से सूख जाता है।
गर्म पानी पीने में सावधानियाँ :
- बुखार में जब रोगी के शरीर में जलन हो रही है और चक्कर आ रहे हों तो उसे गर्म पानी बिलकुल नहीं दिया जाना चाहिए।
- दस्तों में गर्म पानी पीना वर्जित है।
- दिन में उबाला हुआ पानी रात को भारी हो जाता है, इसी प्रकार रात के समय उबाला हुआ पानी सुबह तक भारी हो जाता है इसलिए इसे पीना नहीं चाहिए।