Last Updated on July 25, 2021 by admin
पाचन तंत्र का कार्य :
pachan tantra kya hai aur iske karya
हमारे द्वारा खाए गए पदार्थो में से पाचनतंत्र कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और वसा को अवशोषण कर लेता है और शरीर के विभिन्न अंगों तक पहुंच देता है जिससे शरीर की प्रणालियां ठीक से काम करती है और विजातीय तत्व को शरीर से बाहर निकाल देती है। पाचनतंत्र में भौतिक (मैकेनिकल) व रासायनिक प्रक्रिया होती है। पाचन सम्बंधी भौतिक प्रकिया में भोजन को चबाना, भोजन को निगलना, भोजन को मथना या मिलाना व आंत्रों का सिकुड़ना व फैलना आदि क्रियाएं होती है। पाचन सम्बंधी रासायनिक प्रक्रिया में भोजन में पानी मिलाना, एन्जाइम रासायनिक प्रक्रिया को गतिशीलता प्रदान करती है, मुंह से पाचक रस का स्राव होता है जो भोजन में मिलकर जठरांत्र रस, पित्त व जिगर से उत्पन्न रस, अग्न्याशय रस व आंत्र रस मिलकर पच जाता है।
पाचन शक्ति व पाचन तंत्र खराब होने के लक्षण (pachan tantra kharab hone ke lakshan in hindi)
इस रोग से ग्रस्त रोगी में कब्ज, गैस,आँव-पेचिश, उदर शोथ व दर्द, अम्ल-पित्त, पतला दस्त, मूत्र व वीर्य संबंधी रोग, बेचैनी, मिचली ,और उल्टी जैसी लक्षण प्रकट होते हैं । छोटे बच्चों में मन्दाग्नि रोग होने पर बच्चा रोना शुरू कर देता है या उसको बिना पचे खाने की उल्टियां होने लगती है।
पाचन शक्ति कमजोर होने के कारण (pachan shakti kamjor hone ke karan)
- मनुष्य की पाचन क्रिया में कोई परिवर्तन होना,
- पाचन क्रिया में रुकावट आना,
- अधिक भोजन करना,
- ठण्डे पदार्थ अधिक खाना ।
- आंतों के अन्दर घाव होना,
- पेट की श्लैष्मिक झिल्ली खराब होना,
- शरीर में पित्त का बहाव रुक जाना या कोई अन्य शारीरिक गठन सम्बन्धी दोष का उत्पन्न होना आदि।
आइये जाने पाचन शक्ति मजबूत कैसे करे? पाचन तंत्र मजबूत करने के उपाय हिंदी में |
पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय और नुस्खे (pachan shakti badhane ke upay in hindi)
1-अदरक से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
- 6 ग्राम अदरक(Ginger) बारीक काटकर थोड़ा-सा नमक लगाकर दिन में एक बार 10 दिनों तक लगातार भोजन से पहले खाने से हाजमा ठीक होता है और भूख बढ़ती है। इससे पेट की गैस कब्ज समाप्त होती है, मुंह का स्वाद ठीक होता है, भूख बढ़ेगी और गले में अटका बलगम निकलता है।
- सौंठ, हींग (Asafoetida)और कालानमक का चूर्ण मिलाकर खाने से गैस की परेशानी दूर होती है। सौंठ व अजवायन के चूर्ण में नींबू का रस मिलाकर सुखा लें और नमक मिलाकर सेवन करें। यह चूर्ण 1 ग्राम की मात्रा में पानी के साथ सेवन करने से पाचनक्रिया, वायु विकार और खट्टी डकारों आदि की परेशानियां दूर होती है।
- यदि पेट फूलता(Flatulence) हो, बदहजमी हो तो अदरक के टुकड़े देशी घी में सेंक करके स्वादानुसार नमक डालकर दिन में 2 बार सेवन करें। इस प्रयोग से पेट के समस्त सामान्य रोग ठीक होते हैं।
- अदरक के एक लीटर रस में 100 ग्राम चीनी मिलाकर पकाएं। जब मिश्रण कुछ गाढ़ा हो जाए तो उसमें लौंग का चूर्ण 5 ग्राम और छोटी इलायची का चूर्ण 5 ग्राम मिलाकर शीशी के बर्तन में भरकर रखें। यह एक चम्मच की मात्रा में गर्म दूध या पानी के साथ सुबह-शाम सेवन करने से पाचन संबधी सभी परेशानी ठीक होती है।( और पढ़े – भूख बढ़ाने के 55 घरेलू नुस्खे )
2- लता करंज से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
करंज 10 से 12 ग्राम रस में चित्रक के पत्तों का रस और कालीमिर्च(Black pepper) व नमक को मिलाकर मंदाग्नि के रोग से पीड़ित रोगी को पिलाने से पाचनशक्ति तेज होती है।
3- अंगूर से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
अंगूर का रस (Black pepper)आंतों की गति व क्रियाशीलता को बढ़ाता है और पाचनक्रिया को तेज करता है। ( और पढ़े – मंदाग्नि दूर करने के 51 अचूक उपाय)
4- पंचकोल से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
10-10 ग्राम छोटी पीपल, पीपला मूल, पंचकोल, चव्य, चित्रक, सौंठ को पीसकर और छानकर 5-5 ग्राम सुबह-शाम पानी के साथ लेने भोजन जल्दी पचता है।
5- अतीस से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
2 ग्राम अतीस के चूर्ण को एक ग्राम सौंठ या एक ग्राम पीपल के चूर्ण के साथ शहद मिलाकर चटाने से पाचन की शक्ति बढ़ती है।
6- कालीमिर्च से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
ताजा पोदीना, खारिक, कालीमिर्च(Black pepper), सेंधानमक, हींग, द्राक्ष और जीरा इन सभी को मिलाकर चूर्ण बना लें और इसमें नींबू का रस मिलाकर चाटने से मुंह का फीकापन तथा वायु दूर होता है। यह अरूचि को दूर करके पाचनशक्ति को बढ़ता है। ( और पढ़े –कालीमिर्च के 51 हैरान कर देने वाले जबरदस्त फायदे )
7- गेहूं से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
गेहूं का आटा पानी डालकर गूंथे तथा एक घंटे तक रखा रहने दें। इसके बाद इसकी रोटियां बनाकर खाएं। यह रोटी शीघ्र ही पच जाती है।( और पढ़े –गेहूँ के फायदे )
8- लाल कचनार से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
लाल कचनार की 10 से 20 मिलीलीटर जड़ का काढ़ा बनाकर दिन में 2 बार सेवन करने से पाचनक्रिया ठीक होती है।
9- पान से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
पान को चूसने पर लार की मात्रा अधिक निकलती है जिससे पाचनक्रिया में मदद मिलती है। यह पेट की बादी को मिटाने वाला उत्तेजक और ग्राही होता है। इससे आवाज साफ होती है और मुंह की दुर्गंध दूर होती है।
10- पालक से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
आधा गिलास कच्चे पालक का रस प्रतिदिन सुबह पीने से कुछ ही दिनों में कब्ज ठीक हो जाती है। पाचन संस्थान के रोगों में पालक की सब्जी खाना से लाभ मिलता है। पालक के पत्तों का काढ़ा पीने से पथरी पिघल जाती है। ( और पढ़े – पत्तेदार शाक खायें, शरीर को स्वस्थ व निरोगी बनायें)
11- करेला से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
करेले की सब्जी या रस पेट के दर्द व पाचनशक्ति में फायदेमंद है।
12- प्याज से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
प्याज का रस पीने से आंतों की क्रिया शक्ति बढ़ती है और दस्त साफ आता है।
13- सेब से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
सेब(Apple) को आग पर सेंककर खाने से बिगड़ी हुई पाचनक्रिया ठीक होती है।
14- लौंग(Cloves) से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
लौंग 10 ग्राम, सौंठ 10 ग्राम, कालीमिर्च 10 ग्राम, पीपल 10 ग्राम और अजवायन 10 ग्राम को मिलाकर अच्छी तरह पीसकर इसमें एक ग्राम सेंधानमक मिलाकर लें। इस मिश्रण को एक स्टील के बर्तन में रखकर ऊपर से नींबू का रस डाल दें। जब यह सक्त हो जाए तो इसे छाया में सूखाकर 5-5 ग्राम की मात्रा में भोजन के बाद सुबह-शाम पानी के साथ लें। इससे पाचनक्रिया की गड़बड़ी दूर होती है।
15- अजवायन से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
अजवायन का रस या पुनर्नवा का रस या मकोऐ का रस एक तिहाई कप में पानी में मिलाकर भोजन के बाद प्रतिदिन लेने से पाचनक्रिया में सुधार आता है।
16- शुठी से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
पाचनक्रिया की गड़बड़ी होने पर शुठी के रस को एक तिहाई कप दूध में मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम करें।
17- आम से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
रेशेदार आम गुणकारी व कब्जनाशक होता है। पाचनतंत्र की खराबी होने पर आम खाकर ऊपर से दूध पीने से आंतों को शक्ति मिलती है। 70 मिलीलीटर मीठे आम का रस 2 ग्राम सौंठ मिलाकर सुबह पीने से पाचनशक्ति बढ़ती है।
18- चांगेरी से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
अग्निमांद्य (पाचनक्रिया का मंदा होना) में चांगेरी के 8-10 पत्ते का काढ़ा बनाकर रोगी को देने से पाचनशक्ति ठीक होती है और भूख लगती है।
19- मूली से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
- भोजन करने के बाद मूली खाने से पाचनक्रिया तेज होती है लेकिन ध्यान रखें कि भोजन करने से पहले कभी भी मूली नहीं खानी चाहिए।
- भोजन के साथ मूली और नींबू के रस से बने सलाद खाने से पाचनक्रिया तेज होती है।
20- ककोड़ा (खेखसा) से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
ककोडे की सब्जी से किसी को वात होता है तो सब्जी में लहसुन को मिलाकर खाना चाहिए। यह पाचनक्रिया की गड़बड़ी में बेहद लाभकारी होता है।
21- चुकन्दर से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
चुकन्दर का रस प्रतिदिन सेवन करने से पाचनक्रिया तेज होती है।
22- पिपरमिन्ट से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
- पाचन सम्बंधी (पतले दस्त का आना, गैस, दर्द, अम्लपित्त) में लाभ देता है और पिपरमिंट खाने से आंत की मांसपेशियों में लचीलापन आता है और आंतों की सूजन व ऐंठन दूर होती है।
- पिपरमिन्ट के तेल की 2 बूंद 4 चम्मच पानी में मिलाकर पीने से पाचनक्रिया में सुधार होता है। पिपरमिन्ट तेल की 2 बूंद रूमाल पर डालकर सूंघने से पाचनक्रिया ठीक होती है।
23- कुचला से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
भुख न लगना या पाचनशक्ति कमजोर होना आदि में कुचले के बीजों को शुद्ध करके चूर्ण बनाकर लगभग एक ग्राम का आधा भाग शहद के साथ लें।
24-अजवाइन जल से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
जल में अजवाइन मिलाकर इसे तैयार किया जाता है। एक लीटर पानी में 10 ग्राम अजवाइन पाउडर मिलाकर गरम करें। जब पानी की मात्रा आधी रह जाए तब इसे ठंडा कर लें ।
यह जल वायु और कफ दोषों के लिए लाभकारी होता है। मधुमेह, सर्दी, बहुमूत्र, अजीर्ण, अरुचि, पेट दर्द, हिचकी, मंदाग्नि आदि रोगों में इस जल के सेवन से लाभ होता है।
25-अद्रक अथवा सोंठ जल से पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय –
पानी में सोंठ या सूखी अदरक मिला कर इसे बनाया जाता है। एक लीटर पानी में 15 ग्राम सोंठ या सूखी अदरक मिलाकर गरम करें, जब पानी की मात्रा आधी रह जाए, तब इसे ठंडा कर लें।
यह जल गरमी से होनेवाले रोगों और पित्त रोगों में लाभप्रद होता है। इसके अलावा पुराने और जटिल रोगों जैसे दमा, श्वास रोग, हिचकी, सर्दी, फेफड़ों में पानी भरने, मधुमेह, अजीर्ण, रक्तचाप, अपच और सिर दर्द में लाभ देता है।
पाचन शक्ति बढ़ाने के योग (pachan shakti badhane ke liye yoga in hindi)
उत्तानपाद आसन पेट और भूख न लगने की परेशानी में बहुत लाभदायक है। इसे नियमित रूप से करने से कब्ज, पेट की गैस,एसीडिटी जैसी और भी बहुत सी परेशानियों से आराम मिल जाता है। यह आसन रोजाना करने से भूख बढ़ाने के लिए किसी भी तरह की दवाई खाने की कोई जरूरत नहीं पड़ती।
उत्तानपाद आसन करने की विधि :
- इस आसन को करने के लिए पहले जमीन पर बैठ जाएं और पैरों को आगे की तरफ फैलाएं। अब गहरी सांस लेकर पीठ के बल लेट जाएं। इस तरह लेटकर ही गर्दन को ऊपर की ओर उठाएं। अब धीरे-धीरे गर्दन को वापिस ले जाएं।
- इसे करने के लिए दूसरा तरीका भी अपनी सकते हैं। अब आप इसी तरह लेटकर दोनों पैरों को 30 डिग्री तक ऊपर उठाएं। धीरे-धीरे पैरों को नीचे लेकर आएं।
इस तरह आसन करने से आप कई तरह की परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं। आइये जाने पाचन शक्ति मजबूत करने की दवा के बारे में |
पाचन शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक दवा (pachan shakti badhane ki ayurvedic dawa)
पाचन शक्ति बढ़ाने वाली लाभदायक आयुर्वेदिक औषधियां ।
- गंगाधर चूर्ण
- हरड चूर्ण
- हिंगाष्टक चूर्ण
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(उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)
Nice nuskha
पाचन शक्ति बढ़ाने के उपाय योग और दवा बताने के लिए धन्यवाद आपके जानकारी बहुत अच्छी लगी