Last Updated on July 22, 2019 by admin
जल शुद्धिकरण के उपाय : pani shudh karne ki vidhi
पानी को कैसे शुद्ध करें ?
वर्षा काल में मिट्टी व कचरे के कारण पानी गन्दा हो जाता है। इसे साफ़ करने की विधि के बारे में उपयोगी जानकारी दी जा रही है।
(1) छान कर-पानी भरते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि उसे दोहरे मोटे कपड़े में छान कर ही घड़े में भरा जाए। इसके लिए लोगों में इस प्रकार की प्रथा विकसित करना चाहिए कि वह कुएं पर ही पानी छान कर भरें तथा उसके बाद ही पीने के उपयोग में लाएं। छान कर पानी से उत्पन्न होने वाली बीमारियों को बहुत हद तक रोका जा सकता है।
(2) उबालने से – पानी को ढक कर उबालने से उसमें पाये जाने वाले बीमारियों के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।
(3) फिटकरी घोलना- बरसात के दिनों में अधिकतर पानी गन्दा हो जाता है जिसे घड़े में तीन चार बार फिटकरी घुमा कर साफ किया जा सकता है। इसके बाद भी यदि पानी गन्दा रहे तो एक बार फिर से फिटकरी घुमा दें।
(4) क्लोरीन की गोली डाल कर- पानी के एक घड़े या बर्तन में एक गोली क्लोरीन की तोड़ कर डालने से भी बीमारियों के कीटाणु नष्ट हो जाते हैं।
घर पर पानी शुद्ध करने के तरीके : pani shudh karne ke tarike
(1) छान कर (2) उबाल कर (3) फिटकरी घोल कर (4) पानी के बर्तन में क्लोरीन गोली डाल कर।
पानी के स्त्रोत पर क्लोरीनेशन :
क्लोरीनेशन एक अच्छा प्रभावकारी, लाभदायक व आसान तरीक़ा है जिसमें पीने का पानी शुद्ध एवं साफ़ किया जा सकता है।
क्लोरीनेशन का प्रभाव :
ब्लीचिंग पावडर का घोल कुए में डालने के बाद हायपोक्लोरस एसिड, नेसेन्ट ऑक्सीजन एवं क्लोरीन निकलती है जिसमें कीटाणु नाशक गुण रहते हैं। जिस पानी में मिट्टी घुली हुई होती है वह क्लोरीनेशन से साफ़ नहीं होता।
क्लोरीनेशन की विधि :
क्लोरीनेशन ब्लीचिंग पाउडर से किया जाता है। हर सप्ताह ब्लीचिंग पाऊडर एक बार डालना ज़रूरी है। आमतौर पर एक कुएं के लिए 50 ग्राम ब्लीचिंग पाउडर काफ़ी है। ब्लीचिंग पाउडर एक बाल्टी पानी में घोल कर उसे कुएं में डाल दें फिर बाल्टी को नीचे-उपर करते हुए पानी में मिला दें।
क्लोरीनेशन की जांच:
कुएं में निर्धारित मात्रा में ब्लीचिंग पाउडर डालने के बाद एक बाल्टी पानी खींच कर पानी को लेकर सूंघने से यदि उसमें क्लोरीन की गन्ध आती है तो समझना चाहिए कि क्लोरीनेशन ठीक हुआ है। यदि गन्ध न आती हो तो ब्लीचिंग पाउडर की मात्रा कम समझना चाहिए और उसके लिए थोड़ा सा ब्लीचिंग पाउडर पुनः उसी विधि से पानी में डालना चाहिए। क्लोरीनेशन के एक घण्टे बाद पानी शुद्ध हो जाता है।