Last Updated on February 5, 2020 by admin
पसली में दर्द के कारण : pasli me dard ke karan in hindi
फेफड़ों में कफ जम जाने के कारण नसे जकड़ जाती है जिसके कारण रोगी की पसलियों में दर्द ( Pasli me dard )होने लगता है। कभी-कभी जब ठंड लग जाती है तो कफ ऊपर की ओर रुक जाता है, बाहर नहीं आ पाता है जो लोग अधिक गैस पैदा करने वाले पदार्थ खाते हैं। उनको भी यह रोग हो जाता है। यह रोग ठड़ा मौसम और ठडी चीजे खाने से उत्पन्न होता है।
पसली में दर्द के लक्षण : pasli me dard ke lakshan
शरीर में वायु के प्रभाव के कारण दर्द शुरू हो जाता है। सबसे अधिक दर्द छाती में होता है। रोगी के माथे पर पसीना आता रहता है जिससे रोगी की बेचैनी बढ़ जाती है।
भोजन तथा परहेज :
इस रोग के रोगी को ठंड और ठंडी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। इस रोग में हल्के गर्म तेल की मालिश करें जिससे कि ठंडक दूर होकर रोग में लाभ हो।
आइये जाने pasli me dard ho to kya kare ,pasli me dard ka gharelu upchaar
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पसली में दर्द का आयुर्वेदिक इलाज व घरेलू उपाय : pasli me dard ka ilaj in hindi
1. सरसों :
20 ग्राम अजवाइन और 5 लहसुन की कलियां (पुती) को 250 मिलीलीटर सरसों का तेल में मिला ले, फिर उसके बाद सरसों के तेल को हल्की आग पर गर्म करें। तेल जब आधा रह जाये तो उसे छानकर शीशी (छोटी बोतल) में भर लें। इस तेल को छाती और पसलियों पर मलने से तुरन्त आराम मिलना है।
2. लहसुन (pasli me dard ka upay):
लहसुन का रस और आधा चुटकी श्रृंगभस्म-दोनों को मिलाकर शहद के साथ खाने से पसलियों के दर्द में आराम मिलता है।
3. कपूर :
कपूर के तेल से छाती और पसलियों पर मालिश करने से पसलियों का दर्द में ठीक हो जाता है।
4. लौंग :
लौंग को मुंह में रखकर चूसने से खांसी कम होती है और कफ आराम से निकल जाता है तथा पसलियों के दर्द में आराम मिलता है। खांसी, दमा श्वास रोगों में लौंग के सेवन से लाभ पहुंचता है।
5. दूध (pasli me dard gharelu upchar):
दूध में 5 तुलसी के पत्तों और लौंग को डालकर उसे उबालकर बच्चों को पिलाने से बच्चों की छाती मजबूत होती है तथा रोग ठीक होता है।
6. हींग :
हींग को पानी में घिसकर उसका लेप करने से पसलियों का दर्द दूर होता है।
7. सौंठ :
30 ग्राम सौठ कूट कर आधा लीटर पानी में उबालकर पीने से पसलियों में किसी भी प्रकार का दर्द ठीक हो जाता है।
8. शहद :
सिंदूर की थोड़ी मात्रा शहद में मिलाकर साफ कपड़ें पर लगाकर कपड़े को पसलियों के दर्द वाले जगह पर चिपका दें और पसली की सिकाई करें तो रोग में जल्द आराम मिलता है।
9. पानी :
खाना खाने के बाद हल्का गर्म पानी करके पीने से पसलियों का दर्द ठीक होता है।
10. अजवायन (pasli me dard ki dawa) :
1 चम्मच अजवायन 250 मिलीलीटर पानी में उबालें, चौथाई भाग शेष रहने पर काढ़े को छानकर रात को सोते समय गरम करके 2 चम्मच रोजाना रात को पी कर सोने से 2-4 दिन में ही पसलियों के दर्द में आराम मिलता है।
11. धतूरा :
धतूरा का रस और मकुइया के रस को हींग और बारहसिंगा के सींग को घिसकर उसे पसली पर लेप करने से लाभ मिलता है।
12. नीलाथोथा :
1 ग्राम शुद्ध नीलाथोथा और 10 ग्राम कंजा के बीजों को पीसकर इडोरन के फल के गूदे (फल के बीच का हिस्सा) में मिला लें। इससे लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग की गोलियां बनाकर पसलियों पर बांधने से दर्द में आराम मिलता है।
13. हींग :
हींग को गर्म पानी में मिलाकर पसलियों पर मले इससे दर्द में लाभ मिलता है।
14. आक :
आक के दूध में थोडे़ से काले तिलों को खूब खरल कर जब पतला सा लेप सा हो जाए तो उसे गरम कर पसली के दर्द वाले स्थान पर लेप कर दें और ऊपर से आक के पत्तों पर तिल का तेल चुपड़कर तवे पर गरम कर उस स्थान पर पट्टी से बांधने पर शीघ्र लाभ होता है।
15. सौंठ :
30 ग्राम सौंठ को 500 लीटर पानी में उबालकर और छानकर यह 4 बार पीने से पसली के दर्द में राहत मिलती है।
16. शहद :
सांभर सींग को पानी में घीसकर शहद के साथ मिलाकर पसलियों पर लेप करना चाहिए।
17. नींबू :
नींबू का रस 10 मिलीलीटर, जवाखार 3 ग्राम और शहद 6 ग्राम मिलाकर पीने से पसली का दर्द, हृदय (दिल) और पेट का दर्द दूर होता है।
(दवा व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार सेवन करें)