Last Updated on November 12, 2022 by admin
विनसेण्ट एनजाइना रोग क्या है ? (Vincent’s angina in Hindi)
विनसेण्ट एनजाइना में गले की टांसिलों पर सफेद रंग की झिल्ली बन जाती है। झिल्ली के नीचे जख्म बन जाता है। जिसमें से कभी-कभी बदबू भी आने लगती है। यह रोग 8 से 10 दिनों में ठीक होता है।
विभिन्न औषधियों से विनसेण्ट एनजाइना रोग का उपचार (Vincent’s angina ka Upchar in Hindi)
1. कतीरा : 10 से 20 ग्राम कतीरे को फुलाकर मिश्री मिले हुए शर्बत में घोलकर सुबह-शाम पीने से गले के कई रोग ठीक हो जाते हैं।
2. तेजफल : लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग से लगभग आधा ग्राम तुम्बरू (तेजफल) के चूर्ण को सुबह-शाम लेने से आराम आता है। इसके फल के काढ़े से गरारे करने से विनसेण्ट एनजाइना में भी लाभ होता है।
3. कमीला : कबीला या कमीला को तिल के तेल में घोलकर आक्रान्त क्षेत्र (गले में जहां पर परेशानी हो उस जगह) पर रोजाना 2-3 बार लगाने से विनसेण्ट एनजाइना में आराम आता है।
4. बबूल : बबूल की छाल को पीसकर पानी में मिलाकर काढ़ा बनाकर उससे गरारे करने विनसेण्ट एनजाइना में आराम आता है।
5. खुरासानी : खुरासानी (कुटकी) के काढ़े से रोजाना 2-3 बार गरारे करने से आराम आता है। इससे जख्म जल्दी भरता है और दर्द कम होता है।
6. पीला धतूरा : सत्यानाशी (पीला धतूरा) का दूध घृत (घी) में मिलाकर लगाने से लाभ होता है।
7. कायफल : कायफल के काढ़े से रोजाना 3-4 बार गरारे करने से जल्दी विनसेण्ट एनजाइना में आराम आता है।
8. तिल : शुद्ध कुसुम के असली तेल को तिल के तेल में मिलाकर गले में लगाने से विनसेण्ट एनजाइना में लाभ मिलता है।
9. दारूहल्दी : दारूहल्दी के काढ़े से रोजाना 2-3 बार गरारे करने से आराम आता है।
10. रसौत : रसौत, कपूर और मक्खन को मिलाकर टांसिलों पर लगाने से विनसेण्ट एनजाइना में जल्दी आराम मिलता है।
11. सुगन्धबाला : 20 से 40 मिलीलीटर सुगन्धबाला की फांट या घोल सुबह-शाम लेने से दर्द कम होता है और जख्म भी भर जाता है।
(अस्वीकरण : दवा, उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)