Last Updated on July 22, 2019 by admin
व्यायाम करें और मोटापा घटाएँ :
शरीर काम करने के लिए बना है। आजकल की बदलती हुई जीवन-शैली में सुख सुविधाएँ इतनी अधिक हो गई हैं कि शरीर मेहनत वाला कोई काम नहीं कर पाता। शारीरिक परिश्रम की अपेक्षा अब मानसिक परिश्रम को ही अधिक महत्त्व दिया जाता है। प्रायः मानसिक कार्य करते हुए लोग सामान्य से अधिक कैलोरी वाला भोजन करते हैं, लेकिन वे इससे प्राप्त कैलोरी ऊर्जा की खपत पूरी तरह नहीं कर पाते हैं। इस तरह वे जल्दी ही मोटे हो जाते हैं और कई दूसरी बीमारियों के शिकार भी होने लगते हैं। इस प्रकार हम देखते हैं कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए शारीरिक क्रियाशीलता आवश्यक है।
( और पढ़े – मोटापे के मुख्य कारण और बचने के उपाय )
बहुत से मोटे व्यक्ति सामान्य लोगों की अपेक्षा अधिक भोजन नहीं लेते। अतः आपको आश्चर्य हो सकता है कि वे मोटे कैसे हुए। वास्तव में वे शारीरिक रूप से कम सक्रिय होते हैं, जिससे उनका शरीर बहुत ही कम ऊर्जा खर्च करता है। कैलोरी की कम खपत मोटापे का कारण बनती है। यदि व्यक्ति का आहार शारीरिक सक्रियता के अनुसार ही नियोजित किया गया हो तो वह कभी मोटा नहीं हो सकता।
आजकल मनुष्य अधिकतर कार्य मशीनों की सहायता से ही करता है। इन मशीनों से मिलनेवाली सुविधाएँ मनुष्य की शारीरिक सक्रियता को कम कर देती हैं। ऐसी स्थिति में व्यक्ति को चाहिए कि वह शारीरिक रूप से सक्रिय रहने के लिए व्यायामों का अभ्यास करे।
साल भर तक किए गए एक अध्ययन में पुरुषों व महिलाओं के दो अलग-अलग ग्रुपों में मोटापे में आनेवाले अंतर को परखा गया। इस अध्ययन में एक ग्रुप के लोगों ने केवल नियंत्रित आहार या डाइटिंग योजना द्वारा मोटापा कम करने के प्रयास किए, जबकि दूसरे ग्रुप के लोगों ने डाइटिंग के साथ-साथ व्यायामों का अभ्यास करते हुए मोटापा घटाने के प्रयास किए। कुछ ही समय बाद देखा गया कि केवल डाइटिंग करनेवालों की तुलना में डाइटिंग के साथ-साथ व्यायाम करते रहने वाले ग्रुप के लोगों में काफी अधिक चरबी घट गई थी। इस अध्ययन से यही निष्कर्ष निकलता है कि व्यायाम मोटापा घटाने में विशेष योगदान देते हैं।
( और पढ़े – मोटापा कम करने के उपाय )
बहुत से मोटे व्यक्ति अपने थुलथुले शरीर के कारण हीन भावना से ग्रस्त होते हैं। वे प्रायः झिझक के कारण अपने आसपास के लोगों से अच्छी तरह नहीं घुल-मिल पाते और अपने तक ही सीमित रहने लगते हैं। व्यायाम की बात को भी इसी झिझक के कारण वे टालते रहते हैं। अपने तक ही सीमित रहने के कारण प्रायः वे तनाव में रहते हैं, लेकिन जब वे व्यायाम करने लगते हैं तो उनकी हीन भावना जाती रहती है। धीरेधीरे वे व्यावहारिक हो जाते हैं और सामाजिक कार्यों में भी भाग लेने लगते हैं। मोटापा कम होने के साथ-साथ उनमें नया विश्वास देखने को मिलता है।
निष्कर्ष के रूप में हम यह कह सकते हैं कि व्यायाम द्वारा शरीर के सभी तंत्र या प्रणालियाँ उचित रूप से कार्य करने लगती हैं। इसके द्वारा शरीर के सभी अंग सक्रिय हो जाते हैं।
कैलोरी की खपत बढ़ाते हैं व्यायाम :
शरीर को प्रत्येक कार्य करने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है। आकार या कद के अनुसार अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा किए जानेवाले एक ही तरह के कार्य में दोनों ही अलग-अलग मात्रा में कैलोरी ऊर्जा खर्च करते हैं। सोते समय व्यक्ति सबसे कम कैलोरी खर्च करता है। सामान्य रूप से बैठे रहने पर 1 मिनट में लगभग 1 कैलोरी ही खर्च हो पाती है। याद रखिए, वजन एक दिन में नहीं बढ़ता और न ही एक दिन में घट सकता है। 3,500 कैलोरी ऊर्जा खर्च करके आप लगभग आधा किलो वजन घटा सकते हैं। कैलोरी ऊर्जा की उतनी खपत अचानक नहीं हो सकती है। व्यायाम आपकी ऊर्जा खपत को बढ़ा देते हैं।
व्यायाम शरीर को सुगठित बनाते हैं।
थुलथुला या मोटा व्यक्ति हमेशा ही भद्दा दिखाई देता है और हँसी का पात्र समझा जाता है। नियमित व्यायाम करने से शरीर का वजन कम होने के साथ-साथ शरीर सुगठित होने लगता है। इससे पेशीय ऊतकों में वृद्धि होती है और शरीर सुडौल होता है। यदि मोटापा जल्दी-जल्दी कम हो रहा हो तो इससे शरीर की चरबी तो कम हो जाती है, परंतु त्वचा उसके अनुपात में नहीं सिकुड़ पाती। अतः शरीर में कई भागों पर झुर्रियाँ पड़ जाती हैं। व्यायाम करते रहने से मोटापा कम होने के साथ-साथ शरीर में किसी प्रकार की झुर्रियाँ नहीं दिखाई देतीं।
व्यायाम से भूख कम होती है :
हलके-फुलके व्यायाम करने पर शरीर के सभी हिस्सों में रक्त समान रूप से प्रवाहित होने लगता है। तब पाचन-तंत्र में रक्त प्रवाह धीमी गति से होता है, जिसके कारण व्यक्ति को भूख का आभास कम होता है। व्यायाम करने के बाद आपको प्यास अवश्य लग सकती है। दोपहर के भोजन से कुछ समय पहले थोड़ा सा हलका व्यायाम कर लेने पर आप अपने वजन पर नियंत्रण पा सकते हैं। व्यायाम के बाद कम भोजन से ही संतुष्टि हो जाती है। बहुत अधिक और कई व्यायाम करने पर रक्त में शर्करा की मात्रा कम हो जाती है, जिससे आपको भूख का अनुभव अधिक होगा। अतः भोजन से पहले हलके-फुलके व्यायाम ही करने चाहिए।
मोटापा सामान्य हो जाने पर व्यायाम इसे स्थिर रखते हैं :
वजन कम करना एक आसान बात है, लेकिन इसे वापस बढ़ने से रोकना अधिक मुश्किल है। आपका वजन एक बार घटाने के बाद पुन: बढ़ जाए, ऐसी स्थिति से बचने के लिए आपको व्यायाम करते रहना चाहिए। इससे आप अपने वजन को हमेशा के लिए सामान्य बनाए रख सकते हैं।