आंख में कुछ चले जाने पर सावधानी और उपचार

आंख में कोई भी गंदी चीज, धूल कण या कीट, पतंग, मच्छर चला जाता है जिसके कारण आंखों में लाली पड़ जाती है, आंखों से पानी बहने लगता है और तेज दर्द होता है।

आंख में कोई बाहरी चीज चले जाने पर सावधानी व उपचार :

1. आंखों में कोई बाहरी चीज चली जाए तो आंखों को रगड़ना नहीं चाहिए क्योंकि इससे केवल दर्द बढ़ेगा और आंखों में सूजन बढ़कर उन्हें नुकसान पहुंच सकता है।

2. आंखों में कोई बाहरी चीज चले जाने पर आंखों को बार-बार झपकायें और प्रभावित आंखों को आंख साफ करने वाले द्रव या साफ गुनगुने पानी से धोएं।

3. आंखों के अन्दर बाहरी चीज चले जाने पर आंखों को पानी से धोने से भी आराम न मिले तो एक छोटे स्वच्छ कपड़े को गीला करके उससे आंखों को थोड़ी देर के लिए ढक दे फिर इसके बाद आंखों को बार-बार झपकाएं। इससे आंखों की गंदगी बाहर हो जाएगी।

4. आंख में पड़े हुए कण को कभी भी जोर लगाकर या नुकीले उपकरण का प्रयोग करके निकालने का प्रयास नहीं करना चाहिए। आंखों में पड़े कणों का कभी भी स्पर्श न करें।

5. यदि कई प्रकार से उपाय करने पर भी आंख से कण बाहर नहीं निकल रहा हो तो चिकित्सक के पास जाकर उपचार कराना चाहिए।

ऐसी स्थिति में क्या करें ? : 

बाहरी वस्तुएं अक्सर निचली पलक के भीतर फंसी होती हैं, अतः मरीज से ऊपर देखने के लिये कहें। निचली पलक को उंगली से नीचे की ओर खींचें और वस्तु को रूई के ऐंठे हुए फाहे से पोंछकर निकाल दें।

यदि वस्तु ऊपरी पलक में फंसी है, तो उसे निकालना थोड़ा मुश्किल काम है, क्योंकि इसके लिये पूरी पलक को पलटना पड़ता है। रोगी को नीचे देखने के लिये कहें और ऊपरी पलक को उंगलियों को चिमटी का आकार दें बाहर की ओर खींचे और फिर तर्जनी से बीच में दबाकर पलक को उलट दें और बाह्य वस्तु को निकाल दें। वस्तु के निकल जाने पर आंखों को पानी से अच्छी तरह धो लें।

क्या न करें ? : 

आंख को मसले नहीं, इससे नेत्र- पटल पर घाव हो सकता है। इसी तरह घर में रखी कोई भी आंख में डालने वाली दवा को बिना डॉक्टर की सलाह के आंख में न डालें। यदि कोई नुकीली वस्तु आंख में चुभ जाती है तो आंख को बिना छेड़े उस पर पट्टी बांध दें और तुरंत  डोक्टर के पास ले जायें।

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