Last Updated on May 9, 2021 by admin
✓ बची हुई चाय की पत्ती सुखा लें और कमरे के एक कोने में रख कर जलाएं। इससे मख्खी व मच्छर भाग जाते हैं।
✓ वर्षा ऋतु से पहले भुट्टे आने लगते हैं। इनके ठूठ को जला कर राख कर लें और राख से बर्तन साफ़ करें, चमकने लगेंगे।
✓ तुरई या दोड़के के छिलके धोकर टुकड़े कर लें। तवे पर थोड़ा तेल डाल कर जीरा हींग नमक मिर्च व थोड़े से साबुत तिल डाल दें और छिलके के टुकड़े डालकर 10-15 मिनट सेकें। उतार कर नीबू निचोड़ लें। सब्जी तैयार है।
✓ नीबू और सन्तरे के छिलके सुखा कर सीकाकाई एवं रीठे में मिला कर खूब महीन पीस लें। इस पाउडर को 2 चम्मच मात्रा में लेकर एक लिटर पानी में खूब उबालें। छान कर सिर के बाल धोएं बाल घने लम्बे काले और चमकीले बने रहेंगे।
✓ पपीते व तरबूज के छिलके गूदे की तरफ़ से हाथ पैरों पर मलें और आधा घण्टा सुखा कर पानी से धो डालें। त्वचा पर झुर्रियां नहीं पड़ेंगी और त्वचा का रंग साफ़ रहेगा।
✓ मूंग का छिलका मंगोड़े या बड़े बनाते समय फेंक दिया जाता है। इसे पीस कर इसमें आटा, बेसन, और अजवायन, सौंफ, नमक, हरा धनिया तथा हरी मिर्च पीस कर डाल लें और गूंध लें। इसकी पूड़ियां या पराठे बना कर अचार या चटनी के साथ खाएं ।
✓ आटे के चौकर में पौष्टिक तत्व होते हैं। इसे या तो आटे में ही मिला देंया चोकर के साथ थोड़ा दही, हल्दी, नीबू का रस और शहद उचित मात्रा में लेकर एक कटोरी पानी में डालकर 12 घण्टे रखा रहने दें। इसे मसल कर मिला लें और चेहरे पर लेप करें। सूख जाए तब मसल कर ठण्डे पानी से धो डालें। चेहरे की त्वचा गोरी, चमकदार और दाग़ – धब्बे रहित हो जाएगी।
✓ सन्तरे के ताज़े छिलकों को खूब बारीक काट लें और पानी में धो कर अच्छी तरह निचोड़ कर गुड़, जीरा, सौंफ, नमक, कालीमिर्च, सब पिसे हुए व ज़रा सी हींग मिला कर इन छिलकों में मिला कर सुखा लें। पीस कर पाउडर कर लें। इस चूरन को खाइए और स्वादका मज़ा लीजिए।
✓ नीबू के छिलकों को गूदे से अलग कर के टुकड़े कर लें। अचार विधि से इन छिलकों का अचार बना लें। पौष्टिक व स्वादिष्ट अचार तैयार है।
✓ पके केले के छिलकों को पानी में उबाल लें और बेसन, मसाले, कटी हरी मिर्च व हरा धनिया डाल कर अच्छी तरह फेंट लें। कोफ्ते की तरह गोलियां बना कर तल लें। चटनी के साथ परोसें।
✓ मटर के छिलकों को काट कर आलू के साथ सब्जी बना लें।
✓ फटे पुराने मौजें फेकें नहीं। इन्हें धो साफ़ करके इनसे बर्तन, वाश बेसिन, कांच वगैरह पोंछा करें। खरोच नहीं पड़ेगी।
✓ करेले के छिलकों में नमक लगा कर थोड़ी देर रखें और फिर निचोड़ कर पानी निकाल दें। अब इसमें बेसन, नमक मिर्च व हल्दी मिला दें। कढ़ाई में थोड़ा तेल गर्म करके राई जीरा हींग का बघार लगाएं और इस मिश्रण को डाल कर दो मिनट हिलाते चलाते सेक लें, पानी न डालें। स्वादिष्ट सब्जी तैयार है।
✓ आम की गुठली तोड़ कर गुठली की गिरी निकाल लें और छोटे – छोटे टुकड़े कर लें। इन्हें पानी में उबाल लें और गल जाने पर पानी से निकाल लें। कढाही में तेल गरम कर के राई, जीरा व ज़रा सी हींग डाल कर ये टुकड़े डाल दें और स्वाद के अनुसार नमक मिर्च व हल्दी डाल कर उतार लें। गुठली का अचार तैयार है।
✓ आलू के छिलकों को तल कर इन पर नमक मिर्च बुरक कर खाएं। बहुत स्वादिष्ट और गुणकारी व्यंजन है।
✓ नारियल का गोला छीलने पर जो छिलका निकलता है उस छिलके को धनिये के साथ पीस कर चटनी बना लें।
✓ चावल उबालने के बाद बचे पानी को या तो दाल में मिला लें या सूती कपड़ों पर मांड (कलफ़) लगाने में प्रयोग करें।
✓ खरबूजे के छिलके के टुकड़े कर लें। इसके बराबर चने की दाल लेकर दोनों को पानी में डाल आधा घण्टा रखें। कढ़ाई में थोड़ा तैल डाल कर गर्म करें। राई जीरा हींग का बघार देकर छिलके व दाल पानी से निकाल कर इसमें डाल दें व थोड़ा पानी डाल दें और स्वाद के अनुसार नमक मिर्च हल्दी डाल दें। हिलाते चलाते रहें जब पानी सूख जाए तब उतार लें। सब्जी तैयार है।
✓ गोभी, शलजम, आलू, मटर आदि सब्ज़ियां उबालने के बाद, इसका पानी न फेंकें। इस पानी में आधा नीबू निचोड़ लें और इस पानी से सिर धोएं। बाल मज़बूत और काले बने रहेंगे।
✓ पालक के पत्ते तोड़ने के बाद बचे हुए डण्ठल ठीक से साफ़ करके इनके टुकड़े कर लें और सब्जी या सूप में डाल लिया करें।
✓ चावल के माण्ड का प्रयोग आटा गूंधने या दाल शाक पकाने में करने से खाद्य व्यंजन की पौष्टिकता बढ़ जाती है।
✓ दूध फाड़ने के बाद इसके पानी में शक्कर मिला कर पीने में प्रयोग करें या आटा गूंधने में पर फेंकें नहीं। इसी तरह श्रीखण्ड बनाते समय दही से निकलने वाले पानी का भी उपयोग कर लेना चाहिए।
✓ डबल रोटी सूख गई हो तो उबलते पानी या दूध की भाप पर रख कर उलटने पलटने से नरम और खाने योग्य हो जाती है।
✓ करेले के छिलके सुखा कर दाल चावल आदि के डिब्बों में डालदेने से कीड़ा नहीं लगता। इसी तरह नीबू के छिलकों को प्रेशरकुकर की तली में डाल कर खाना पकाने से तली साफ़ रहती
है, काली नहीं पड़ती।
✓ नील घुला पानी बच जाए तो इसका प्रयोग फर्श धोने में करने से फ़र्श अच्छा साफ़ और चमकदार हो जाता है।
✓ पनीर बनाने के बाद इसका पानी आटा गूंधने में प्रयोग करने से रोटी स्वादिष्ट और खस्ता बनती है। इस पानी को दाल या सब्ज़ी में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
✓ सूखी डबल रोटी को पीस कर घी में भून लें और उसकी सब्जी बना लें। बड़ी स्वादिष्ट लगेगी।
✓ अदरक छील कर छिलके न फेंकें। इन्हें धोकर सुखा लें और चाय की पत्ती में मिला लें। चाय में अदरक का स्वाद मिलता रहेगा।
✓ आलू के छिलके भी बड़े काम के हैं। इन छिलकों को बर्तनों पर रगड़ें, खास कर पीतल के बर्तनों को और फिर चमक देखें।
✓ नीबू के छिलकों को गूदे की तरफ़ से तांबे व पीतल के बर्तनों पर रगड़ कर सूखी साफ़ मिट्टी से मसल कर साफ़ करें। आज ही करके देखें।
✓ आलू के छिलकों और लौकी के ताजे छिलकों को चेहरे पर मला करें। एक सप्ताह में ही चेहरा
दमदमाने लगेगा।
✓ छोटी या बड़ी इलायची के छिलके चाय और शकर के डिब्बों में डाल दिया करें। चाय इलायची की खुश्बू आया करेगी।
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