गुर्दा (किडनी) खराब होना – Kidney Failure in Hindi
हमारे गुर्दे लगभग 1500 लीटर खून को साफ कर, अनावश्यक पदार्थों को 1.5 से 2.0 लीटर मूत्र में बदल देते हैं। लगभग 1200 मि.ली. रक्त प्रत्येक मिनट में दोनों गुर्दो से प्रवाहित होता है तथा …
हमारे गुर्दे लगभग 1500 लीटर खून को साफ कर, अनावश्यक पदार्थों को 1.5 से 2.0 लीटर मूत्र में बदल देते हैं। लगभग 1200 मि.ली. रक्त प्रत्येक मिनट में दोनों गुर्दो से प्रवाहित होता है तथा …
स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों का संबंध हमारे दांतों से है। भोजन को काटने और चबाने वाले इन बत्तीस दांतों में हर दांत अपनी जगह महत्वपूर्ण है। इनके बिना खाना चबाना कठिन होता है। जब तक …
क्या है अल्जाइमर रोग ? (What is Alzheimer’s Disease in Hindi) अल्जाइमर नामक यह रोग अब वृद्धावस्था का एक आम रोग बनता जा रहा है। जैसे-जैसे दुनिया भर में वृद्ध लोगों की संख्या में तेजी …
आयुर्वेद सर्वोत्तम, सर्वश्रेष्ठ एवं स्वदेशी चिकित्सा पद्धति है, जिसका मुख्य उद्देश्य स्वस्थ व्यक्ति के स्वास्थ्य की रक्षा करना एवं रोगी के रोग का नाश करना है। इन्हीं उद्देश्यों को ध्यान में रखकर पंचकर्म चिकित्सा का …
स्वस्थ और निरोग रहना किसे पसंद नहीं होता ? लेकिन वर्तमान में कैल्शियम की कमी आम समस्या होती जा रही है। अपने देश में किए गए एक सर्वेक्षण के मुताबिक 23 प्रतिशत महिलाओं के खानपान …
अजीर्ण पाचन प्रणाली की गड़बड़ी से उत्पन्न प्रमुख उदर रोग है। इसे बदहजमी, अपच आदि भी कहते हैं। खाया हुआ खाना जब जीर्ण नहीं होता यानी बिना पचे रह जाता है तब अजीर्ण रोग की …
वर्तमान युग में बच्चों में बढ़ता हुआ मोटापा चिंता का विषय बना हुआ है। बच्चों में स्थूलताआधुनिकता की देन है। इस चिंता से उभरने का सर्वोत्तम तरीका है कि बचपन से ही बच्चों के वज़न …
असामयिक यौवन अर्थात क्या ? (What is Precocious Puberty in Hindi) प्रीकोशियस प्यूबर्टी क्या है ? लड़के-लड़कियों दोनों में किशोरावस्था में अनेक शारीरिक, व्यावहारिक बदलाव होते हैं। साथ ही प्रजनन यौनांग विकसित और परिपक्व होकर …
अव्यवस्थित जीवनशैली के परिणामस्वरूप डायबिटीज जैसे कई रोग बढ़ते जा रहे है। डायबिटीजएक ऐसा रोग है जिसमें एक बार दवाइयां लेने से रोग ठीक नहीं होता, किंतु जीवनभर ही दवाइयां लेकर इसे नियंत्रण में लाया …
ग्रीष्म ऋतु की उष्णता से जहां प्रकृति संतप्त होती है, सभी जीव तथा मनुष्य व्याकुल होते हैं, वहीं अनेक व्याधियां भी अपने अनुकूल मौसम व परिस्थिति पाकर भयानक रूप प्रकट करती हैं। उन्हीं में से …