शिक्षाप्रद कथा प्रसंग : योग से जुड़ी दिव्य सिद्धियाँ-विभूतियाँ
ईश्वर से बढ़कर दुनिया में कोई और योगी नहीं। इसलिए योग-विभूतियों को ईश्वरीय विभूतियाँ ही कहना चाहिए। यह इस मार्ग के प्रत्येक पथिक में प्रकट होती और बताती हैं कि जीवन को योग के अनुशासन …
ईश्वर से बढ़कर दुनिया में कोई और योगी नहीं। इसलिए योग-विभूतियों को ईश्वरीय विभूतियाँ ही कहना चाहिए। यह इस मार्ग के प्रत्येक पथिक में प्रकट होती और बताती हैं कि जीवन को योग के अनुशासन …
तेजस्वी बालक का जन्म : अब से लगभग साढ़े बारह सौ वर्ष पूर्व केरल प्रान्त के एक ग्राम में एक बालक का जन्म हुआ जो असामान्य विद्या बुद्धि से सम्पन्न था । जैसे अब भी …
स्वामी रामानन्द जी का आलन्दी आगमन : भक्ति मार्ग के प्रवर्तक प्रसिद्ध धार्मिक सन्त स्वामी रामानन्द काशी से रामेश्वरम् की यात्रा पर निकले थे । मार्ग में एक गाँव पड़ता था आलन्दी । स्वामी रामानन्द …
महाभिक्षु महेन्द्र की शिक्षाप्रद कहानी : साम्राज्य विस्तार के लिए किए गये कलिंग आक्रमण में सम्राट अशोक की सेनाओं ने एक लाख लोगों का वध कर दिया । रणक्षेत्र लाशों से पट गया । घायलों …
घर में किसी अतिथि का आगमन हुआ । १५ वर्षीय किशोर ने स्वागतार्थ उनसे पूछा “आप कहाँ से आ रहे हैं ?’ अतिथि ने उत्तर दिया ‘अरुणाचल से ।’ ‘अरुणाचल’ शब्द का सुनना था कि …
स्वामी रामतीर्थ कौन थे ? घटना सन् १९०१ की है । मथुरा में एक धर्म सम्मेलन का आयोजन हुआ। इस सम्मेलन के आयोजक आचार्य शिवगण ने सभी धर्मों के प्रतिनिधि विद्वानों को आमन्त्रित किया पर …
पुत्र के निर्माण में माता-पिता की भावनाएँ एक विशेष महत्त्व रखती हैं । माता-पिता की भावनायें ही सन्तान में संस्कार बनकर आत्मानुसार उसके आचरण की रचना करती हैं। जिन अभिभावकों को राष्ट्र से प्रेम और …
प्रेरक कथा प्रसंग – सन्त रैदास(रविदास) की साधना ‘सन्त काल’ उस समय को कहा जाता है जिन दिनों यवन काल के उत्पातों से जनता किंकर्तव्यविमूढ़ हो रही थी । आन्तरिक फूट,आदर्शों में विडम्बना का समावेश, …
गन्दे नाले में गुरु नानक का प्याला गिर गया । उन्होंने अपने शिष्यों की ओर देखा और कहा- ‘इस प्याले को उठाओ।’ शिष्य दौड़े, प्याला उठाने के लिये नहीं मेहतर को बुलाने के लिए । …
महात्मा लिखित का शिक्षाप्रद प्रेरक प्रसंग : ऋषि ‘लिखित’ अपने बड़े भाई के आश्रम की ओर चल पड़े। दीर्घकाल तक एक स्थान पर साधना करते-करते एक दिन उन्हें भाई के पास जाने की इच्छा हो …