Last Updated on October 15, 2020 by admin
स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों का संबंध हमारे दांतों से है। भोजन को काटने और चबाने वाले इन बत्तीस दांतों में हर दांत अपनी जगह महत्वपूर्ण है। इनके बिना खाना चबाना कठिन होता है। जब तक दांत अपना काम ठीक तरह से करते रहते हैं, हम इनकी देखभाल के प्रति लापरवाही बरतते रहते हैं। इनका महत्व तभी समझ में आता है, जब ये टीसना और दुखना शुरू करते हैं। सौंदर्य के प्रति जागरूक लोग भी अक्सर दांतों के विषय में उतने सचेत नहीं रहते, जितना चेहरे के प्रति रहते हैं। पर खूबसूरत चेहरे पर मटमैले या धब्बेदार दांत अच्छे नहीं लगते। इसलिए व्यक्तिगत स्वास्थ्य और सौंदर्य दोनों के लिए दांतों की पूरी देखभाल और सफाई निहायत जरूरी है।
दांतों में पीलापन होने के कारण (Dato me Pilapan Kaise Hota Hai in Hindi)
दांतों में पीलापन क्यों होता है ? –
साधारणतया दांतों के मैले या बदरंग होने के 2 कारण होते हैं। बाहरी व अंदरूनी कारणों के अलावा अन्य शारीरिक बीमारियों के कारण।
A) बाहरी कारण : ज्यादा चाय-काफी पीना, खाने में कृत्रिम रंगों का अधिक प्रयोग, अंगूर, बैरीज, तंबाकू अथवा पान चबाने या सिगरेट पीने आदि से दांतों का रंग खराब हो जाता है। अगर दांत टूटे हुए हों या उनमें छेद हो, तो इनका असर और भी ज्यादा खतरनाक होता है।
B) अंदरूनी या अन्य शारीरिक बीमारियों के कारण : यदि जन्म से कुछ बीमारियां हों या ऐसी दवाइयां उस समय खाई जाएं जबकि दांत अभी बन ही रहें हों, तो दांतों का रंग खराब हो जाता है।
- एरिथों ब्लाइसटोसिस फीटेलिस : यह बीमारी मां और बच्चे के खून के आर. एच. फैक्टर के न मिलने के कारण होती है। इसमें अभी जो दांत बन रहे हैं, उनमें खून के कणों के फट जाने के कारण नीले रंग का मैलापन आ जाता है।
- पीलिया : अगर मरीज को उस समय पीलिया हो जाए, जब दांत अभी बन ही रहे हों, तो दांतों में हरे रंग का मैलापन-सा आ जाता है, जो बाद में अपने आप ठीक नहीं होता।
- डेंटल फ्लोरीसिस : अगर पानी में साल्ट की मात्रा से फ्लोराइड ज्यादा है, तो इस पानी को पीने से फ्लोराइड साल्ट दांतों में जम जाता है और हलके भूरे गहरे रंग का मैलापन होता है।
- टेट्रासाइक्लिन : जब दांत बन ही रहे हों, अगर उस समय टेट्रासाइक्लिन दवाई खाई गयी हो, तो हलके-से गहरे पीलेपन का रंग दांतों में आ जाता है।
- चोट लगना : चोट लगने से भी दांत के अंदर से खून निकल जाता है, जिससे दांत पहले हलके गुलाबी रंग के और बाद में धीरे-धीरे नीले, काले और गहरे काले रंग के हो जाते हैं।
जब आ जाए दांतों में पीलापन :
पीले दांत कैसे साफ करें ? –
- बाहरी कारणों से हुआ मैलापन हटाने के लिए हमें स्वयं अच्छी तरह दांतों की सफाई करनी चाहिए या दंत चिकित्सक के पास जाकर दांतों की समुचित सफाई कराएं। दिन भर में 2 बार ब्रश करना अति आवश्यक है, एक तो प्रातःकाल और दूसरा रात्रि को भोजन के पश्चात् । दांतों की अधिकांश बीमारियों का कारण वे अन्नकण हैं, जो भोजन के पश्चात् दांतों में फंसे रह जाते हैं। ये अन्नकण दांतों के बीच फंसे रहकर स्वयं भी सड़ते हैं और दांतों को भी खराब करते हैं। अतः रात्रि में सोने से पहले ब्रश करने की आदत को नियमित दिनचर्या में शामिल करें।
- दांतों को किसी अच्छी कंपनी के टूथपेस्ट या टूथ पाउडर से ही साफ करें।
- फ्लोराइडयुक्त टूथपेस्ट दांतों एवं मसूड़ों के लिए लाभदायक होते हैं।
- टूथब्रश चुनते समय हमेशा ध्यान रखें कि उसके बाल कड़े न हों।
- नर्म बालों वाले ब्रश से दांतों को तेजी से रगड़ें नहीं, बल्कि दांतों की बाहरी सतह पर उसे हलके हाथों से चलाएं। इसी तरह भीतरी सतह को भी सावधानीपूर्वक साफ करें।
- यदि टूथब्रश के बाल फैल जाएं तो वह बदल दें।
( और पढ़े – पीले दांतों को सफेद करने के घरेलू नुस्खे )
दांतों का पीलापन दूर करने के लिए आसान उपाय (Danto ko Chamkane ke Upay in Hindi)
पीले दांतों को सफेद बनाने के लिए अपनाएं ये तरीके –
1. मसूर की दाल : मसूर की दाल को जलाकर इसकी राख बना ले । प्रतिदिन सुबह-शाम मसूर की दाल की बारीक पीसी राख से मंजन करने से दांत चमकने लगते है ।
( और पढ़े – मसूर दाल के फायदे और नुकसान )
2. फिटकरी : भुनी फिटकरी 10 ग्राम, सेंधा नमक 5 ग्राम तथा कोयला 25 ग्राम को मिलाकर पीस व छानकर मंजन बना लें । नित्य इसके सुबह-शाम मंजन से दांत मजबूत, साफ और चमकदार बनते हैं।
( और पढ़े – फिटकरी के 33 जबरदस्त फायदे )
3. तेजपत्ता : तेजपत्ता के पत्तों को पीसकर मंजन बना लें । तीन दिन में एक बार इस मंजन से दाँतों को साफ करें । यह दांतों पर जमा काले पीले रंग के मैल को नष्ट कर दांतों को चमकदार सफेद बनाता है।
( और पढ़े – तेजपत्ता के 44 जबरदस्त फायदे )
4. हल्दी : 5 ग्राम भुनी फिटकरी में 50 ग्राम हल्दी को मिलाकर बारीक पीस मंजन बना लें । इससे प्रतिदिन मंजन करने से दांत सफेद और चमकदार बनते हैं।
( और पढ़े – हल्दी के 51 लाजवाब फायदे )
5. नींबू : दांतों में चमक लाने के लिए प्रतिदिन मंजन करने से पहले नींबू की 4 से 5 बूंद रस में नमक मिलाकर दांत व मसूढ़ों पर मलें । 4 से 5 मिनट बाद कुल्ला कर मंजन करें। यह प्रयोग दांत को सफेद व चमकदार बनने का असरदार घरेलू नुस्खा हैं।
( और पढ़े – नींबू के फायदे और नुकसान )
6. नीम : नीम की सुखी पत्तियों व टहनी को जलाकर इसकी राख में लौंग मिलाकर पीसकर मंजन बना लें। नित्य सुबह शाम इस मंजन के प्रयोग से दांतों में कीड़े नहीं लगता तथा दांत साफ व चमकदार बनते हैं।
( और पढ़े – नीम के 51 कमाल के फायदे )
7. हरड़ : हरड़ चूर्ण से सुबह-शाम मंजन करने से दांतों का पीलापन दूर होता हैं।
8. बादाम : बादाम के छिलके को जलाकर इसकी राख में 5 गुना भुनी फिटकरी मिलाकर बारीक पीसकर मंजन बना लें । इस मंजन के नित्य प्रयोग से दांत चमकदार मजबूत और सफेद बनते हैं।
9. चांगेरी : चांगेरी के सूखे पत्तों को बारीक पीसकर मंजन बना लें । इस चूर्ण के उपयोग से दांत चमकदार मजबूत और सफेद बनते हैं।
10. सेब : सेब के रस में सोडा मिलाकर दांतों पर मलने से दांतों पर जमी हुई पपड़ी दूर होती है तथा दांतों से निकलने वाला खून बन्द होता है।
ब्लीचिंग द्वारा मैले दांतों की सफाई :
यह तरीका केवल बहुत ज्यादा मैले दांतों के लिए ही उपयुक्त है। खास तौर पर उन दांतों के लिए, जो अंदर से मैले हों। केवल दंत चिकित्सक ही ब्लीचिंग कर सकता है क्योंकि इसमें बहुत सावधानियां रखनी पड़ती हैं। इसमें इस्तेमाल होने वाली दवाइयों का असर बहुत तेज होता है, अतः यह तरीका अपनाया जाता है –
- दांतों को अच्छी तरह से प्युमिस लगाकर साफ कर पालिश कर लें। मसूड़ों को पेट्रोलियम जैली लगाकर सुरक्षित करें।
- मरीज के कपड़े प्लास्टिक एप्रन से ढंक लें।
- जो दांत ब्लीच करने हैं, उन्हें रबड़ डैम लगाकर अलग करें। दांतों को पहले पानी से फिर अल्कोहल से धोकर हवा से शुष्क करें। डेपन डिश में ब्लीचिंग मिश्रण तैयार करें। इन सभी को स्टेनलेस स्टील की सुई से हिला लें।
- मरीज की आंखें तौलिए से ढंक दें।
- रुई के फाहे से इस मिश्रण को दांतों पर लगाएं और 5-10 मिनट तक लगा रहने दें।
- बारीक डिस्क से दांतों को रगड़ें ताकि मैल निकल जाए।
- फिर दवाई लगाएं और डिस्क करें। यह तब तक लगाते रहें, जब तक मैल निकल न जाए।
- रुई के फाहे से दांतों को 5.25 प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइड से न्यूट्रलाइज करें।
- अब दांतों को पर्याप्त पानी से धोकर और रबड़ डैम उतार दें।
- इसके उपरांत पुनः प्यूमिनस से दांतों को पालिश करें।
इस विधि से दांत देखने में सफेद हो जाते हैं। इस तरीके से उन्हीं दांतों को ब्लीच किया जा सकता है, जिनकी बाहरी सतह बिल्कुल सीधी और सपाट हो। अगर दांत कटे हुए हों, तो यह तरीका नहीं अपनाया जा सकता। इसके लिए कंपोजिट रेसिन की फिलिंग या लेमिनेशन करना चाहिए। अगर वह भी सफल न हो, तो मैले दांतों के ऊपर फुल कलर्स लगाने चाहिए, जिससे सभी दांतों का रंग एक जैसा हो जाता है और वे सुंदर दिखाई देते हैं।
(अस्वीकरण : दवा ,उपाय व नुस्खों को वैद्यकीय सलाहनुसार उपयोग करें)