Last Updated on October 20, 2020 by admin
हमारा दिमाग जो सारे शरीर का नियंत्रण करता है करोड़ो छोटी-छोटी कोशिकाओं का बना है। जिन्हें न्यूरोन्स कहा जाता है। एक न्यूरोन दूसरे न्यूरोन्स से संपर्क कुछ खास पदार्थों के जरिए करता है। इन पदार्थों को न्यूरोट्रांसमीटर कहा जाता है। दिमाग में कुछ ऐसे न्यूरोट्रांसमीटर है जिनकी मात्रा में कमी आने से डिप्रेशन हो जाती है। वक्त के साथ डिप्रेशन बढ़ने से दिमाग की कोशिकाओं में ऐसे बदलाव आ जाते है, जिनसे मरीज के मन में स्वयं को खत्म करने के विचार आने लगते हैं।
डिप्रेशन औरतों में मर्दो की तुलना में 2-3 गुना ज्यादा पाई जाती है। डिप्रेशन समाज के हर वर्ग को प्रभावित करती है। यह सोचना गलत है कि जिन लोगों के पास जिंदगी के सब ऐशो-आराम है उन लोगों को डिप्रेशन नही हो सकता।
अवसाद या डिप्रेशन अर्थात क्या ?
अवसाद या डिप्रेशन को उदासी, खालीपन और दुख की भावना के रूप में सबसे अच्छे से परिभाषित किया जा सकता है। यह धीरे-धीरे व्यक्ति के जीवन में फैलता जाता है, जब यह लगातार हानि पहुंचाने लगता है और जीवन में हस्तक्षेप शुरू कर देता है, इन परिस्थितियों में रोगी पर ध्यान देने व उसकी मदद करने की जरूरत होती है।
अवसाद या डिप्रेशन के क्या लक्षण होते हैं ?
निम्न लक्षणों से डिप्रेशन का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। जैसे –
- मनोविचार में निराशावाद,
- लगातार रोने का दिल करना,
- नींद में कमी,
- मन में आत्महत्या के विचार आना,
- सबसे लड़ना,
- भय लगना,
- अनुचित अपराध बोध,
- एकाग्रता का कम होना या घटना,
- स्वंय को असुरक्षित महसूस करना,
- हमेशा थका हुआ सा महसूस करना,
- भूख का कम होना या बढ़ जाना,
- छोटी-छोटी बातों का बुरा मानना,
- निर्णय लेने की क्षमता में कमी आना,
- सभी को अपना शत्रु मानना,
हर व्यक्ति में अवसाद अलग तरीकों से प्रस्तुत होता है। अवसाद विभिन्न प्रकार के होते है – चितिंत, उदास, मानसिक स्थिति असामान्य आदि।
अवसाद या डिप्रेशन क्यों होता है ?
अवसाद ग्रस्तता के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जैसे-
- भौतिक जीवन को ही असल मानना अध्यात्म व धर्म से दूरी,
- दिमाग में बिन जरूरी सूचनाओं का अम्बार,
- केवल धन संग्रह ही जीवन का उददेश्य (इससे मन हमेशा लालसा या लालच की कैद में रहता हैं),
- न्यूरोट्रांसमीटर में कमी,
- आनुवंशिक गड़बड़ी,
- हार्मोनल कारण,
- जीवन की घटनाएं।
क्या अवसाद (डिप्रेशन) का इलाज है ?
यदि सही दिशा में सकारात्मक क़दम उठाए जाएँ तो डिप्रेशन एक ऐसा रोग है जिस्से आसानी से निजात पाया जा सकता है।
अवसाद (डिप्रेशन) का उपचार क्या है ?
उपचार में निम्न उपाय किए जा सकते हैं –
- अपनी छुपी क्षमताओं को पहचानें,
- उसका प्रयोग करें,
- अच्छी किताबें पढ़ें,
- आडंबर रहित प्राकृतिक जीवन शैली अपनाएं,
- पौष्टिक आहार का सेवन करें,
- दोस्तों-मित्रों से घिरे रहें,
- परमेश्वर पर विश्वास करें,
इस प्रकार आप इस अवसाद (डिप्रेशन) को कुचल देंगे, और आप कुचल सकते हैं।
घरेलू उपचार में अवसाद (डिप्रेशन) के इलाज के लिए जीवन शैली में परिवर्तन करने की सलाह दी जाती हैं। स्वस्थ जीवन शैली अपनाना स्वयं सहायता कौशल विकसित करने की तरह है। इसके अंतर्गत प्रतिदिन व्यायाम, पौष्टिक भोजन, पर्याप्त नींद और सामाजिक रूप से सक्रिय रहने के लिए जीवनशैली में परिवर्तन करने के कुछ सुझाव दिए जाते है।
आत्महत्या और अवसाद के सह संबंध क्या है ?
गहरी निराशा ओर नाउम्मीदी के दर्द से बाहर निकलने के लिए निराश लोगों के मन में आत्महत्या की भावना आने लगती है, उन्हें लगता है कि वही एक रास्ता है जिससे हम सभी दर्द से निजात पा सकते है।
नशीले पदार्थों की लत और अवसाद में परस्पर-संबंध क्या है ?
मादक द्रव्यों का सेवन अक्सर अवसाद से पीड़ित लोगों में देखा जाता है। अवसादग्रस्त लोग अक्सर उदासी को दूर करने के लिए मादक पदार्थ का उपयोग करने का प्रयास करते है लेकिन शराब या नशीले पदार्थों का उपयोग उनकी समस्याओं को कम करने की जगह बढ़ाते ही है। इसलिए शराब या नशीले पदार्थों को न लेने की कोशिश करनी चाहिए।