Last Updated on May 7, 2024 by admin
गुलकन्द क्या है ? (Gulkand in Hindi)
गुलकन्द गुलाब के फूल और शक्कर को मिलाकर बनाया जाता है।
गुलकन्द के गुण (Gulkand ke Gun)
- रंग : गुलकन्द लाल रंग का होता है।
- स्वाद : इसका स्वाद मीठा और खट्टा होता है।
- प्रकृति : इसकी प्रकृति ठंडी, रूखी और गर्म होती है।
- तुलना : गुलकन्द की तुलना पोस्तादाना से की जा सकती है।
- गुलकन्द दिमाग और आमाशय की शक्ति को बढ़ाता है।
- यदि भोजन करने के बाद गुलकन्द खाया जाए तो यह दिमाग के लिए लाभदायक होता है।
- यह दस्त लाने वाला होता है।
- यह रक्तपित्त की विशेष औषधि होती है।
विभिन्न रोगों में गुलकन्द के फायदे और उपयोग (Gulkand ke Fayde in Hindi)
1. कब्ज (कोष्ठबद्वता):
- 30 ग्राम गुलकन्द को दूध के साथ रोजाना पीने से कब्ज की समस्या दूर होती है। गुलकन्द को खाकर ऊपर से दूध पी लें, ऐसा 1 सप्ताह तक करने से कब्ज़ की शिकायत नहीं रहती है।
- 10 से 20 ग्राम गुलकन्द सुबह और शाम सेवन करने से शौच साफ होता है तथा भूख बढ़ती है और शरीर में ताकत आती है और इसके अलावा कब्ज की शिकायत भी दूर होती है।
- 2 चम्मच गुलकन्द को 250 मिलीलीटर हल्का गर्म दूध के साथ सोने से पहले लेने से लाभ मिलता है और कब्ज की समस्या भी खत्म हो जाती है।
- 2 बड़ा चम्मच गुलकन्द, मुनक्का 4 पीस, सौंफ आधा चम्मच इन सब को मिलकार एक कप पानी में उबाल लें फिर इसका सेवन करें इससे कब्ज मिट जाती है।
- गुलकन्द को दूध में डालकर पीने से पेट की गैस को दूर होती है।
- गुलकन्द, आंवला, मुरब्बा, हर्रे का मुरब्बा, बहेड़ा का मुरब्बा आदि के बीजों को पीसकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें। रोजाना सुबह, दोपहर और शाम 1-1 गोली गर्म दूध या पानी के साथ कुछ दिनों तक सेवन करने से कब्ज खत्म हो जाती है।
2. मुंह के छाले: गुलकन्द को मुंह के छाले व घाव पर लगाने से छाले ठीक हो जाते हैं।
3. पेट में गैस बनना: गुलकन्द 1 चम्मच, 1 चम्मच त्रिफला या रेंडी का तेल, गर्म पानी के साथ सोने से पहले पीने पेट में बनने वाली गैस खत्म हो जाती है।
4. कमजोरी: 10-20 ग्राम गुलकन्द सुबह-शाम सेवन करने से शौच साफ आता है, भूख बढ़ती है, शरीर मजबूत हो जाता है। गुलकन्द न मिलने पर इसके चूर्ण का भी प्रयोग किया जा सकता है। इसके चूण 1-3 ग्राम की मात्रा सेवन करें।
5. अग्निमान्द्यता (अपच): गुलकन्द और शहद का सेवन करने से पाचन-शक्ति में वृद्धि होती है।
6. प्यास अधिक लगना:
- गुलकन्द खाने से तेज प्यास भी शांत हो जाती है।
- गुलाब का गुलकन्द प्रतिदिन सुबह-शाम 3 चम्मच 1 गिलास पानी में मिलाकर पीने से प्यास कम लगती है।
7. अधिक गर्मी लगना:
- 5 से 20 ग्राम गुलकन्द (गुलाब के पत्तियों से बना) के साथ मिश्री मिलाकर शर्बत बना लें फिर इसे पी लें, इससे शरीर की गर्मी दूर हो जाती है और शांति मिलती है। शरीर में निखार भी आता है। इसलिए खासकर बच्चों एवं स्त्रियों के लिये यह बहुत अच्छा होता है।
- 10 ग्राम गुलकन्द को जल के साथ मिलाकर पीने से शरीर की गर्मी दूर हो जाती है।
- 10 ग्राम गुलकन्द को शहद के साथ मिलाकर पीने से शरीर की गर्मी दूर होती है।
8. पेट के कीड़े: गुलकन्द 50 ग्राम और हरड़ का बक्कल 20 ग्राम, सोंठ 20 ग्राम, सोनामक्खी 50 ग्राम और मुनक्का 20 ग्राम को शहद में मिलाकर छोटी-छोटी गोलियां बना लें फिर इन्ही गोलियों को दूध के साथ 1 दिन में दो बार सुबह और शाम सेवन करने से पेट के अन्दर उपस्थित कीड़े मर जाते हैं।
9. नकसीर (नाक से खून बहना): 10 से 15 ग्राम गुलकन्द को रोजाना सुबह और शाम दूध के साथ खाने से नकसीर का पुराने से पुराना रोग भी ठीक हो जाता है।
10. उच्चरक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर): उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) से पीड़ित रोगी को प्रतिदिन 25-30 ग्राम गुलकन्द खाने से कब्ज नष्ट होने के साथ बहुत लाभ मिलता है।
11. चर्म रोग: खून के खराब होने के कारण से उत्पन्न रोग को ठीक करने के लिए गुलकन्द का सेवन करें।
12. हाथ पैरों की जलन :
- 6 से 10 ग्राम गुलकन्द को दूध या जल के साथ सुबह-शाम सेवन करने से शरीर के बाहरी अंगों जैसे हाथ-पैर की जलन, तलवों की जलन, आंखों की जलन या आंखों से गर्म पानी निकलना आदि रोग ठीक हो जाते हैं।
- गुलकन्द और आंवले का मुरब्बा खाने और नारियल के तेल में पानी मिलाकर शरीर पर मालिश करने से जलन खत्म हो जाती है।
13. हृदय रोग:
- गुलकन्द या गुलाब के सूखे फूलों में चीनी मिलाकर खाने से हृदय को बल मिलता है तथा इससे सम्बंधित कई प्रकार के रोग भी ठीक हो जाते हैं।
- हृदय रोगी को कब्ज के कारण हृदय की धड़कन तेज होने के साथ ही घबराहट अधिक हो रही हो तो ऐसे रोगी के कब्ज शिकायत को दूर करने के लिए प्रतिदिन आंवले का मुरब्बा सेवन कराएं या दूध के साथ गुलकन्द सेवन कराएं।
14. दाद: गुलकन्द को दूध के साथ पीने से दाद खत्म हो जाता है।
15. ज्यादा पसीना आना व शरीर से दुर्गन्ध आना:
- 10 ग्राम गुलकन्द को सुबह और शाम खाने से अधिक पसीना आना और शरीर से बदबू आने की शिकायत दूर हो जाती है।
- गुलाब की ताजी पत्तियां तथा शहद बराबर मात्रा चीनी के साथ मिलाकर किसी कांच के बर्तन में रखकर लगातार 3 हफ्तों तक धूप में रखें इससे गुलकन्द तैयार हो जायेगा। इस गुलकन्द का सेवन सुबह तथा शाम को करने से शरीर से अधिक पसीना आना तथा बदबू आने की शिकायत दूर होती है।
गुलकन्द के दुष्प्रभाव (Gulkand ke Nuksan)
गुलकन्द का अधिक मात्रा में सेवन करना ठंडे स्वभाव और गर्म स्वभाव वालों के लिए हानिकारक हो सकता है। इसका सेवन दिल के लिए भी हानिकारक हो सकता है।
(अस्वीकरण : ये लेख केवल जानकारी के लिए है । myBapuji किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है । आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।)