Last Updated on July 8, 2021 by admin
उच्च रक्तचाप के लिए निर्धारित आहार का समय पांच दिन से पन्द्रह दिन तक हो सकता है। बेहतर होगा कि प्रारंभ में पांच दिन तक यह आहार लें। इस अवधि में साधारणतया रोगी की स्थिति पूर्णतया सामान्य हो जाएगी। इसके बाद आहार में कुछ चीजों का परहेज रखकर, हल्के व्यायाम तथा आराम से व्यक्ति साधारण जीवन जी सकता है। विशेष आहार के दौरान आराम तथा तनाव से मुक्ति अत्यंत महत्वपूर्ण हैं।
कैल्शियम तथा पोटेशियम दो आवश्यक पोषक तत्व हैं, जो उच्च रक्तचाप में नुकसान पहुंचाने वाले सोडियम की अतिरिक्त मात्रा को बाहर निकालते हैं। दुग्ध उत्पादनों में कैल्शियम अपने प्राकृतिक रूप से बहुतायत से पाया जाता है। फलों में तथा सब्जियों में पोटेशियम की अच्छी मात्रा होती है। आहार की निम्नलिखित सूची का पालन सात दिनों तक करना चाहिए।
उच्च रक्तचाप की आहार चिकित्सा (High Blood Pressure Diet Plan in Hindi)
प्रात: काल 5.30 बजे | 24 घंटे पहले भिगोए हुए गेहूं को एक गिलास पानी में एक नींबू का रस तथा दो चम्मच शहद मिलाकर लें। |
प्रात: काल 7.30 बजे | दो बड़ी प्याज तथा दो-तीन लहसुन की कलियों से निकाला गया रस पीएं। |
प्रात: काल 9 बजे | मौसमी सब्जियों का रस जैसे खीरा, गाजर, टमाटर तथ लौकी, जिसमें 7 आंवलों तथा अदरक का रस मिलाय गया हो। (रस किसी एक सब्जी का अथवा उपर्युक्त सभी सब्जियों का निकाला जा सकता है।) |
प्रात: काल 11 बजे | गेहूं की दो रोटी, एक कटोरी उबली हुई सब्जियां, जिसमें बहुत ही कम नमक हो, यदि बिना नमक का भोजन आपको अरुचिकर लगे तो एक कटोरी अंकुरित दालें सब्जियों से बना एक कटोरी सलाद तथा एक कटोरी दही। |
दोपहर 12.30 बजे | बिना नमक का एक बड़ा गिलास मट्ठा लें। |
दोपहर 2.30 बजे | मौसमी फल जैसे संतरे, तरबूज तथा दूसरे रसदार फल लें। |
दोपहर 4.30 बजे | मौसमी सब्जियों से निकाला गया एक गिलास रस पीएं। |
शाम 7 बजे | मौसमी फल जैसे नाशपाती, चीकू, जामुन, रसभरी, खरबूज, मीठा नींबू, सेब, अमरूद, अनन्नास आदि लिए जा सकते हैं। प्रारंभिक सात दिनों के बाद अन्य चीजें शामिल की जा सकती हैं। |