कबाब चीनी (शीतल चीनी) खाने के फायदे ,गुण ,उपयोग और नुकसान | Kabab Chini Benefits and Side Effect in Hindi

Last Updated on November 24, 2019 by admin

कबाब चीनी (शीतल चीनी) क्या है ? : Kabab Chini (Sheetal Chini) in Hindi

इस वनौषधि का नाम है शीतल चीनी है जिसे कबाब चीनी भी कहते हैं। मज़े की बात यह है कि इसे प्राप्त करने के लिए आपको कहीं बाग बगीचों या गांव के बाहर जंगल में भटकने की ज़रूरत नहीं। इसे पंसारी या जड़ी बूटी बेचने वाली दूकान से खरीद सकते हैं।

यह काली मिर्ची जैसी काली, गोल, झुरीदार और एक बारीक छोटा सा ठण्डल लगी होती है। इसे कच्ची अवस्था में तोड़ कर सुखा लेते हैं। इसे मुंह में रखने पर जीभ पर ठण्डक मालूम देती है इसीलिए इसे शीतलचीनी भी कहते हैं वैसे इसका प्रचलित नाम कबाबचीनी है।

यह सुगन्ध युक्त होती है अतः इसे मुंह में रख कर चबाने और चूसने से मुंह सुगन्धित हो जाता है लेकिन इसका स्वाद कुछ कड़वा और चरपरा होता है इसलिए इसे पान में डाल कर खाया जाता है। यह भारत में मैसूर प्रान्त में और विदेशों में जावा, सुमात्रा, बोर्निओ लंका आदि देशों में पैदा होती है। इसका तेल निकाला जाता है जो उड़नशील और सुगन्धित होता है। यह बाज़ार में पंसारी या जड़ी बूटी बेचने वाली दूकान पर आसानी से मिल जाती है।

कबाब चीनी (शीतल चीनी) का विभिन्न भाषाओं में नाम : Name of kabab chini (Sheetal Chini) in Different Languages

kabab chini in –

✦ संस्कृत (Sanskrit) – कंकोलं
✦ हिन्दी (Hindi) – शीतलचीनी, कबाबचीनी
✦ मराठी (Marathi) – कंकोल
✦ गुजराती (Gujarati) – तडमिरे, चणकबात
✦ बंगला (Bengali) – कोकला,शीतलचीनी
✦ तेलगु (Telugu) – टोकामिरियालू, कबाबचीनी
✦ तामिल (Tamil) – वलमिलाकू
✦ मलयालम (Malayalam) – चीनीमुलक
✦ कन्नड़ (Kannada) – गंधमेणसु, बालमेणस
✦ फारसी (Farsi) – कबाबचीनी
✦ इंगलिश (English) – क्यूबेब (Cubeb)
✦ लैटिन (Latin) – पाइपर क्यूबेबा (Piper Cubeba)

कबाब चीनी के औषधीय गुण : Medicinal Properties of Sheetal Chini in hindi

शीतलचीनी स्वाद में चरपरी, तीक्ष्ण, कड़वी उत्तेजक, रुचिकर, मूत्रल, दीपन, पाचन, हलकी, वृष्य, उष्णवीर्य और हृदयरोग, कफ वात तथा अन्धत्व को दूर करने वाली होती है।
इसमें प्रतिदूषक (Antiseptic) गुण भी होता है और इसका तेल मूत्र मार्ग के रोगों में गुणकारी होता है।

कबाब चीनी का रासायनिक संघटन : Chemical composition of Sheetal Chini in Hindi

इसमें 5-20 प्रतिशत तेल, रालीय पदार्थ (6.4% – 8.5%), गोंद, रंजक द्रव्य, स्थिर तेल, स्टार्च तथा नत्रजनयुक्त पदार्थ होते है। रालीय पदार्थ में अनेक घटक होते हैं जिनमें क्युबेबिन (Cubebin), क्युबेबाल (Cubebol) तथा क्यूबेबिक अम्ल (Cubebic Acid) प्रमुख हैं। इसकी 100 ग्राम मात्रा से कम से कम 12-13 मि.लि. उड़नशील तेल निकलना चाहिए।

कबाब चीनी के उपयोग : Sheetal Chini Uses in Hindi

☛ इसका उपयोग सुगन्धित मसाले के रूप में भी किया जाता है और औषधि के रूप में भी।
☛ मुखलेप और उबटन में सुगन्ध के लिए इसका उपयोग किया जाता है।
☛ शोथ और वेदना युक्त अंग पर इसका लेप और घाव पर तेल लगाया जाता है।
☛ मुख और गले के रोग में इसका उपयोग होता है।
☛ आयुर्वेद में, मुख की शुद्धि और सुगन्ध के लिए इसका उपयोग पान में डाल कर या यूं ही चबा कर, करने का उल्लेख मिलता है।
☛ अग्निमांद्य, अरुचि, विष्टम्भ, अर्श, श्वास-कास, सुज़ाक, हृद्दौर्बल्य, कष्टार्तव, रजोरोध, ध्वज भंग, पेशाब की रुकावट, पूय मेह रोगों की चिकित्सा में इसका उपयोग होता है।
☛ इसका उपयोग चूर्ण के रूप में और विभिन्न नुस्खों में एक घटक-द्रव्य के रूप में किया जाता है।

कबाब चीनी की सेवन विधि और मात्रा :

इसके चूर्ण को 4-5 ग्राम मात्रा में और तेल को 5 से 20 बूंद तक प्रयोग किया जाता है।

कबाब चीनी से निर्मित आयुर्वेदिक दवा (योग) :

कबाबचीनी का उपयोग कुछ उत्तम आयुर्वेदिक योगों में भी किया जाता है जैसे अश्वगन्धा पाक, कौंच पाक, मकर ध्वज वटी, सालम पाक आदि । इसके कुछ घरेलू प्रयोगों का विवरण प्रस्तुत है।

रोग उपचार में कबाब चीनी खाने के फायदे : Sheetal Chini Benefits in Hindi

पुराने सुजाक में आराम दिलाए कबाब चीनी का सेवन (Benefits of Sheetal Chini in Gonorrhea in Hindi)

पुराने सुज़ाक के रोगी को कबाबचीनी का चूर्ण 100 ग्राम और सोडा बाई कार्ब 100 ग्राम या पिसी फिटकरी 50 ग्राम मिला कर, इस मिश्रण को 1-1 चम्मच सुबह शाम दूध पानी की लस्सी के साथ सेवन करना चाहिए। एक कप उबलता पानी ले कर एक चम्मच कबाबचीनी का चूर्ण डाल कर ढक दें। 15-20 मिनिट बाद छान कर ठण्डा कर लें। इसमें 5 बूंद चन्दन-तेल (Sandal Oil) डाल कर पीने से पेशाब खुल कर होता है और वेदना मिटती है। चाहें तो इसमें आधा चम्मच पिसी मिश्री भी डाल कर पी सकते हैं।

मूत्र दाह में लाभकारी है कबाब चीनी का सेवन (Sheetal Chini Uses in Dysuria in Hindi)

मूत्राशय-प्रदाह (Urethritis) होने पर पेशाब थोड़ा-थोड़ा होता है और तेज जलन के साथ होता है। पेशाब का रंग पीला हो जाता है, रात में पेशाब के लिए बार-बार उठना पड़ता है। ऐसी स्थिति में सुबह शाम आधा चम्मच कबाबचीनी का चूर्ण और पिसी मिश्री मिला कर ठण्डे पानी के साथ फांक कर सेवन करें। तेज मिर्च मसालेदार और तले पदार्थों का सेवन न करें।

( और पढ़े – पेशाब में जलन के घरेलू उपाय )

बवासीर में कबाब चीनी के प्रयोग से लाभ (Sheetal Chini Benefits in Piles Treatment in Hindi)

यह चूर्ण आधा-आधा चम्मच सुबह-शाम एक कप दूध के साथ सेवन करें। कब्ज न होने दें।

पुरानी खांसी में कबाब चीनी के सेवन से लाभ (Sheetal Chini Benefits in Chronic Cough in Hindi)

खांसी पुरानी हो, बार-बार खांसने पर थोड़ा-थोड़ा कफ निकलता रहता हो तो इस चूर्ण को, दिन में तीन बार 1-1 ग्राम मात्रा में, जरा से शहद में मिला कर चाटें। इससे कफ सरलता से निकल जाता है इसलिए कफ निकालने के लिए ज्यादा खांसना नहीं पड़ता और धीरे धीरे खांसी ठीक हो जाती है। खटाई का सेवन न करें।

( और पढ़े – खांसी दूर करने के 191 घरेलू उपाय )

जुकाम को रोकने में फायदेमंद कबाब चीनी का औषधीय गुण (Sheetal Chini Beneficial to Treat Common Cold in Hindi)

जुकाम होने पर इसके चूर्ण को नस्य की भांति सूंघने से आराम होता है। दिन में 3-4 बार नास्का की तरह इसको सूंघना चाहिए। बीड़ी का जर्दा(तंबाखू) हटा कर यह चूर्ण भर दें और इसका
धूम्रपान करें। इससे जुकाम और खांसी दोनों रोगों में आराम होता है। शीत से बचाव करें।

मुंह के छाले में लाभकारी है कबाब चीनी का प्रयोग (Sheetal Chini Benefits to Cure Mouth Ulcers Problems in HIndi)

मुंह में छाले होने पर, मुख से दुर्गन्ध आने पर, जीभ पर मैली परत जमा होने पर, मुंह का स्वाद खराब होने पर कबाबचीनी के 2-2 दाने मुंह में डाल कर, 3-4 बार चबाते हुए चूस लिया करें। इसे पान में डाल कर भी सेवन कर सकते हैं। सुपाच्य आहार ले कर पेट साफ़ रखें और कब्ज न होने दें।

( और पढ़े – मुह के छाले दूर करने के 101 घरेलू उपाय )

स्वर भंग मिटाए कबाब चीनी का उपयोग (Sheetal Chini Cures Sore throat in Hindi)

गला बैठ जाने को स्वरभंग कहते हैं। इसे ठीक करने के लिए कबाबचीनी, वच और कुलिंजन- 50-50 ग्राम लेकर कूट पीस लें और अच्छी तरह मिला कर इस चर्ण को पान के रस में घोंट कर 2-2 रत्ती की गोलियां बना कर सुखा कर शीशी में भर लें। दिन में 3-4 बार 1-1 गोली मुंह में रख कर चूसें। शीतल पेय और खटाई का सेवन न करें।

कबाब चीनी के इस्तेमाल से स्वप्नदोष में लाभ (Sheetal Chini Cures Nightfall Disease in Hindi)

स्वप्नदोष के रोगी कबाबचीनी, छोटी इलायची के दाने, वंशलोचन और पिप्पलसब 10-10 ग्राम ले कर कूट पीस लें और 40 ग्राम पिसी मिश्री मिला कर शीशी में भर लें। इस चूर्ण को सुबह शाम आधा-आधा चम्मच, एक कप मीठे कुनकुने दूध के साथ फांक लिया करें। इससे स्वप्नदोष होना बन्द होता है और वीर्य गाढ़ा भी होता है।

( और पढ़े – स्वप्नदोष से छुटकारा देंगे यह 11 जबरदस्त उपाय )

शक्ति बढ़ाने में लाभकारी कबाबचीनी का पौष्टिक योग (Benefit of Sheetal Chini to Boost Strength in Hindi)

कबाबचीनी का उपयोग एक पौष्टिक योग में भी किया जाता है। इस पौष्टिक योग के घटक-द्रव्य इस प्रकार हैं- कबाबचीनी, शतावरी, गोखरू, बीजबन्द, वंशलोचन, चोपचीनी, कौंच के छिलका रहित शुद्ध बीज, सफ़ेद मुसली, काली मुसली, सोंठ, पिप्पल, सालमपंजा, विदारीकन्द और असगन्ध- सब 10-10 ग्राम और निशोथ 60 ग्राम, मिश्री 200 ग्राम। सबको खूब कूट पीस कर महीन चूर्ण करके अच्छी तरह मिला कर शीशी में भर लें। इस चूर्ण को सुबह-शाम 1-1 चम्मच, दूध के साथ, सेवन करने से वीर्य गाढ़ा होता है, स्वप्नदोष, शीघ्रपतन, नपुंसकता आदि यौन व्याधियां दूर होती हैं और शरीर चुस्त व फुर्तीला बनता है। यह योग बहुत ही गुणकारी है और यौनशक्ति देने के लिए अति उत्तम है। इस योग को हमारे निर्देश पर व्यास फार्मास्युटिकल इन्दौर द्वारा ‘धातु पौष्टिक चूर्ण’ के नाम से बनाया जाता है ताकि बना-बनाया तैयार मिल सके । यौन व्याधियों के रोगी विवाहित पुरुषों को इस योग को 2-3 माह तक सेवन करना चाहिए। खटाई, तेज़ मिर्च मसालेदार और तले हुए पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।

( और पढ़े – ताकत बढ़ाने के देसी उपाय )

पेशाब की रुकावट दूर करे कबाबचीनी का सेवन (Sheetal Chini Helps in Getting Urine Problem in Hindi)

आधा चम्मच चूर्ण सुबह शाम पानी के साथ फांकने से पेशाब खुल कर होने लगता है। यदि जलन भी होती हो तो कबाबचीनी का चूर्ण व पिसी मिश्री, आधा-आधा चम्मच मिला कर फांकना चाहिए।

इनमें से जिस योग का सेवन करें, उसको लाभ न होने तक सेवन करते रहें। रोग से सम्बन्धित परहेज़ का पालन करते रहें और आहार-विहार के नियमों का पालन करते हुए योग का प्रयोग करें तो लाभ अवश्य होगा।

कबाबचीनी के नुकसान : Side Effect of Sheetal Chini in Hindi

आवश्यकता से अधिक मात्रा में और अधिक समय तक कबाबचीनी का सेवन करने से पाचन क्रिया बिगड़ती है और त्वचा में खुजली हो सकती है अतः इसके सेवन में अति न करें।

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